दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन
नई दिल्ली:
दिल्ली में पब्लिक ट्रांसपोर्ट चरमरा रही है। दिल्ली कांग्रेस के प्रेसीडेंट अजय माकन ने डीटीसी के मुद्दे पर आम आदमी पार्टी से कड़े सवाल पूछे हैं। माकन ने कहा कि अगर डीटीसी की बसे ज्यादा होतीं और अच्छी सेवाएं देतीं तो दिल्ली का प्रदूषण भी कम रहता है।
माकन ने कहा कि ऑड इवेन का समर्थन करते हैं, लेकिन पब्लिक ट्रांसपोर्ट के लिए क्या किया गया। ये हम जानना चाहते हैं। हमने जब डीटीसी के रिकॉर्ड को खंगाला तब ये तथ्य पता चले। इसका जवाब केजरीवाल जी को देना चाहिए।
गिरा डीटीसी का परफॉर्मेंस
मसलन वर्तमान में डीटीसी बसों की संख्या 4461 की रह गई जबकि 2012 -2013 में 5445 थी। इसी तरह जनवरी 2014 में डीटीसी की बसों ने रूट किलोमीटर यानि दूरी तय की 17105 किलोमीटर रोजाना, जबकि इस साल जनवरी में जब ऑड इवेन लागू किया गया तब डीटीसी रोजाना 15034 किमी चली। इसी तरह अप्रैल 2015 में डीटीसी की फ्लीट यूटीलाइजेशन 85 फीसदी रहा। जबकि जनवरी 2016 में घटकर ये करीब 67 फीसदी रहा। जबकि उस वक्त ऑड इवेन लागू किया गया था।
सवाल ये उठता है कि क्या अपना काम करने के बजाए आम आदमी पार्टी सिर्फ प्रचार पर ध्यान दे रही है।
नंबरों की नीलामी पर आपत्ति उठाई
दिल्ली कांग्रेस के प्रेसीडेंट अजय माकन ने अभी हाल में कार खरीदी और जब वो अपना लकी नंबर 3333 लेने गए तो उन्हें ये नंबर पाने के लिए एक लाख दस हजार रुपए खर्च करने पड़े। उन्होंने ये भी कहा लोगों को मनमाफिक नंबर लेने के लिए बीस हजार रुपए देने पड़ेंगे यानि ऑड या इवेन नंबर आप सिर्फ बीस हजार रुपए में आप ले सकते हैं।
माकन ने कहा कि ऑड इवेन का समर्थन करते हैं, लेकिन पब्लिक ट्रांसपोर्ट के लिए क्या किया गया। ये हम जानना चाहते हैं। हमने जब डीटीसी के रिकॉर्ड को खंगाला तब ये तथ्य पता चले। इसका जवाब केजरीवाल जी को देना चाहिए।
गिरा डीटीसी का परफॉर्मेंस
मसलन वर्तमान में डीटीसी बसों की संख्या 4461 की रह गई जबकि 2012 -2013 में 5445 थी। इसी तरह जनवरी 2014 में डीटीसी की बसों ने रूट किलोमीटर यानि दूरी तय की 17105 किलोमीटर रोजाना, जबकि इस साल जनवरी में जब ऑड इवेन लागू किया गया तब डीटीसी रोजाना 15034 किमी चली। इसी तरह अप्रैल 2015 में डीटीसी की फ्लीट यूटीलाइजेशन 85 फीसदी रहा। जबकि जनवरी 2016 में घटकर ये करीब 67 फीसदी रहा। जबकि उस वक्त ऑड इवेन लागू किया गया था।
सवाल ये उठता है कि क्या अपना काम करने के बजाए आम आदमी पार्टी सिर्फ प्रचार पर ध्यान दे रही है।
नंबरों की नीलामी पर आपत्ति उठाई
दिल्ली कांग्रेस के प्रेसीडेंट अजय माकन ने अभी हाल में कार खरीदी और जब वो अपना लकी नंबर 3333 लेने गए तो उन्हें ये नंबर पाने के लिए एक लाख दस हजार रुपए खर्च करने पड़े। उन्होंने ये भी कहा लोगों को मनमाफिक नंबर लेने के लिए बीस हजार रुपए देने पड़ेंगे यानि ऑड या इवेन नंबर आप सिर्फ बीस हजार रुपए में आप ले सकते हैं।
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