नई दिल्ली:
पूर्व सैनिक रामकिशन ग्रेवाल के ख़ुदकुशी की जांच अब लोकल पुलिस से क्राइम ब्रांच को ट्रांसफर कर दी गयी है. हालांकि अब तक ये साफ़ नहीं है कि रामकिशन ने ज़हर किस हालात में खाया.
पुलिस सूत्रों की मानें तो 31 अक्टूबर को रामकिशन भिवानी के जवाहर पार्क में अपने 3 जानकारों राजकुमार, पृथ्वी सिंह और जगदीश से मिले. वहां रामकिशन ने अपनी पेंशन को लेकर चर्चा की और फिर एनजीओ चलाने वाले राजकुमार के कहने पर रात को भिवानी से रामकिशन चले और 1 नवंबर की सुबह दिल्ली कैंट उतरे. फिर 3 मूर्ति बस से आए, फिर पैदल चल दिए और जंतर मंतर होते हुए हुए विदेश मंत्रालय की बिल्डिंग के पास गए. उसके बाद सुमित्रा महाजन के घर गए लेकिन गेट बंद होने से वो लौट आये. उसके बाद जवाहर भवन के पास तीनों बैठ गए. इसी बीच जगदीश खाना लेने चला गया. पृथ्वी और राजकुमार भी अपने में बिजी हो गए हैं, तभी रामकिशन ने मोबाइल पर बात करते करते कुछ ज़हरीला पदार्थ खा लिया. उसके दोस्तों ने दोपहर 1 बजकर 9 मिनट पर पीसीआर को कॉल किया.
पुलिस रामकिशन को आरएमएल अस्पताल लेकर गयी जहां शाम करीब 4:30 बजे उसकी मौत हो गयी. बुधवार देर रात रामकिशन का पोस्टमॉर्टम हुआ. शुरुआती पोस्टमोर्टम रिपोर्ट के मुताबिक मौत ज़हर खाने से हुई. रामकिशन का विसरा प्रिजर्व कर लिया गया है और उसकी जांच से पता चलेगा कि शरीर में ज़हर किस तरह का था. हालांकि रामकिशन ने अपने बेटे बलवंत से फ़ोन से जो बात की है उसमें वो सल्फास खाने का ज़िक्र कर रहे थे.
पुलिस सूत्रों के मुताबिक रामकिशन के मोबाइल फ़ोन में ऑडियो रिकॉर्ड नहीं हो सकता था इसलिए रिकॉर्डिंग उनके बेटे बलवंत ने अपने फ़ोन से की है. पुलिस के मुताबिक ऑडियो क्लिप की बात भी उन्हें मीडिया के माध्यम से पता चली है. अब इस ऑडियो की फॉरेंसिक जांच होगी जिससे पता चल सकेगा कि ऑडियो क्लिप रामकिशन की है या नहीं.
पृथ्वी और जगदीश का कहना था कि वो रक्षा मंत्री के घर के बाहर थे और रामकिशन अंदर गए थे. नहीं मिलने दिया गया तो बाहर आए और फिर पार्क में तबियत बिगड़ी. लेकिन स्टेटमेंट में राजकुमार ने सिर्फ बताया है कि 31 कि रात को ट्रेन से निकलने के एक दिन पहले हरियाणा में पार्क में पेंशन की समस्या को लेकर मीटिंग हुई थी तो राजकुमार ने सुमित्रा महाजन से मिलाने की बात की थी.
सीनियर पुलिस अधिकारी का कहना है कि रामकिशन जंतर मंतर गए लेकिन कैटेगरी के हिसाब से सैनिक न होने से उन्हें भगा दिया गया और फिर जवाहर भवन के पास पार्क में जगदीश समोसे लेने गया. पृथ्वी लेट गया, राजकुमार फोन में लगा था तभी बदबू आने पर राजकुमार ने देखा कि रामकिशन की तबियत बिगड़ी है और सल्फास की कुछ टैबलेट है. लेकिन पेच है ऑडियो जिसमें रामकिशन बेटे से बात कर रहा है कि गोली खा ली. उस वक्त रामकिशन के साथ पीछे से कुछ और लोगों की आवाज आ रही थी. राजकुमार या पृथ्वी की हो सकती है, तो उन्हें कैसे नहीं पता लगा कब खा ली और फोन पर भी यही बात कर रहा है.
अब पुलिस रामकिशन के साथ मौजूद तीनों दोस्तों से पूछताछ कर रही है. सीसीटीवी फुटेज के जरिये ये पता लगाया जा है कि रामकिशन दिल्ली में कहां कहां गया था. पुलिस ये जांच कर रही हैं कि ये खुदकुशी ही है या फिर इसके पीछे कोई साज़िश है.
पुलिस सूत्रों की मानें तो 31 अक्टूबर को रामकिशन भिवानी के जवाहर पार्क में अपने 3 जानकारों राजकुमार, पृथ्वी सिंह और जगदीश से मिले. वहां रामकिशन ने अपनी पेंशन को लेकर चर्चा की और फिर एनजीओ चलाने वाले राजकुमार के कहने पर रात को भिवानी से रामकिशन चले और 1 नवंबर की सुबह दिल्ली कैंट उतरे. फिर 3 मूर्ति बस से आए, फिर पैदल चल दिए और जंतर मंतर होते हुए हुए विदेश मंत्रालय की बिल्डिंग के पास गए. उसके बाद सुमित्रा महाजन के घर गए लेकिन गेट बंद होने से वो लौट आये. उसके बाद जवाहर भवन के पास तीनों बैठ गए. इसी बीच जगदीश खाना लेने चला गया. पृथ्वी और राजकुमार भी अपने में बिजी हो गए हैं, तभी रामकिशन ने मोबाइल पर बात करते करते कुछ ज़हरीला पदार्थ खा लिया. उसके दोस्तों ने दोपहर 1 बजकर 9 मिनट पर पीसीआर को कॉल किया.
पुलिस रामकिशन को आरएमएल अस्पताल लेकर गयी जहां शाम करीब 4:30 बजे उसकी मौत हो गयी. बुधवार देर रात रामकिशन का पोस्टमॉर्टम हुआ. शुरुआती पोस्टमोर्टम रिपोर्ट के मुताबिक मौत ज़हर खाने से हुई. रामकिशन का विसरा प्रिजर्व कर लिया गया है और उसकी जांच से पता चलेगा कि शरीर में ज़हर किस तरह का था. हालांकि रामकिशन ने अपने बेटे बलवंत से फ़ोन से जो बात की है उसमें वो सल्फास खाने का ज़िक्र कर रहे थे.
पुलिस सूत्रों के मुताबिक रामकिशन के मोबाइल फ़ोन में ऑडियो रिकॉर्ड नहीं हो सकता था इसलिए रिकॉर्डिंग उनके बेटे बलवंत ने अपने फ़ोन से की है. पुलिस के मुताबिक ऑडियो क्लिप की बात भी उन्हें मीडिया के माध्यम से पता चली है. अब इस ऑडियो की फॉरेंसिक जांच होगी जिससे पता चल सकेगा कि ऑडियो क्लिप रामकिशन की है या नहीं.
पृथ्वी और जगदीश का कहना था कि वो रक्षा मंत्री के घर के बाहर थे और रामकिशन अंदर गए थे. नहीं मिलने दिया गया तो बाहर आए और फिर पार्क में तबियत बिगड़ी. लेकिन स्टेटमेंट में राजकुमार ने सिर्फ बताया है कि 31 कि रात को ट्रेन से निकलने के एक दिन पहले हरियाणा में पार्क में पेंशन की समस्या को लेकर मीटिंग हुई थी तो राजकुमार ने सुमित्रा महाजन से मिलाने की बात की थी.
सीनियर पुलिस अधिकारी का कहना है कि रामकिशन जंतर मंतर गए लेकिन कैटेगरी के हिसाब से सैनिक न होने से उन्हें भगा दिया गया और फिर जवाहर भवन के पास पार्क में जगदीश समोसे लेने गया. पृथ्वी लेट गया, राजकुमार फोन में लगा था तभी बदबू आने पर राजकुमार ने देखा कि रामकिशन की तबियत बिगड़ी है और सल्फास की कुछ टैबलेट है. लेकिन पेच है ऑडियो जिसमें रामकिशन बेटे से बात कर रहा है कि गोली खा ली. उस वक्त रामकिशन के साथ पीछे से कुछ और लोगों की आवाज आ रही थी. राजकुमार या पृथ्वी की हो सकती है, तो उन्हें कैसे नहीं पता लगा कब खा ली और फोन पर भी यही बात कर रहा है.
अब पुलिस रामकिशन के साथ मौजूद तीनों दोस्तों से पूछताछ कर रही है. सीसीटीवी फुटेज के जरिये ये पता लगाया जा है कि रामकिशन दिल्ली में कहां कहां गया था. पुलिस ये जांच कर रही हैं कि ये खुदकुशी ही है या फिर इसके पीछे कोई साज़िश है.
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