दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) द्वारा केंद्र सरकार के आयुष्मान भारत योजना को दिल्ली में लागू न करने देने पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन (Harsh Vardhan) ने अपनी कड़ी प्रतिक्रिया दी है. हर्षवर्धन (Harsh Vardhan) ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) को पत्र लिखकर उनके इस फैसले पर दुख जताया है. हर्षवर्धन (Harsh Vardhan) ने अपने पत्र में लिखा कि मुझे यह देख बहुत पीड़ा हुई कि आपने मेरी आयुष्मान भारत योजना को लागू करने के निवेदन का जवाब सोशल मीडिया पर दिया. इससे पता चलता है कि आप दिल्ली के लोगों के भले में बहुत कम दिलचस्पी रखते हैं. आपका यह दावा कि दिल्ली सरकार पहले ही सभी को मुफ्त स्वास्थ्य सेवाएं दे रही हैं और इसलिए दिल्ली वालों को आयुष्मान भारत योजना की जरूरत नहीं है, पूरी तरह से गलत है. हर्षवर्धन (Harsh Vardhan) ने आगे लिखा कि आपकी बड़ी-बड़ी योजनाएं भी साडे चार साल गुजर जाने के बावजूद लागू नहीं हो सकी हैं. यहां तक की आपका मोहल्ला क्लिनिक भी पूरी तरह से फ्लॉप है.
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मैं आपको बताना चाहता हूं कि सभी राज्य यह दावा कर सकते हैं कि वह सरकारी अस्पताल के जरिए मुफ्त स्वास्थ्य सेवाएं दे रहे हैं जबकि सच्चाई यह है कि नागरिकों को अभी भी अपनी जेब से उस मुफ्त ट्रीटमेंट के लिए पैसे देने पड़ते हैं.जबकि प्रधानमंत्री जन औषधि योजना दिल्ली की 15 फ़ीसदी आबादी यानी 30 लाख लोगो को कवर करती है. मुख्यमंत्री जी आप ने कहा कि जो लोग रुपये 10000 से कम कमाते हैं हर महीने सिर्फ वही लोग इसमें कबर होते हैं जबकि यह न्यूनतम मजदूरी से भी कम है. मैं आपको बता दूं कि यह क्राइटेरिया 2011 में जुटाए गए डेटा के आधार पर है जिसमें यह पाया गया था कि रुपे 10000 प्रति माह से कम कमाने वाले लोगो को इसकी सबसे ज्यादा जरूरत है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने आगे लिखा कि राज्य सरकार की प्रस्तावित योजना जो कि मेरे हिसाब से अभी भी कागजों पर है उसमें गरीबों पर कोई खास ध्यान नहीं दिया गया और मुफ्त स्वास्थ्य सेवा के ज्यादा फायदे अमीर परिवार ही ले पा रहे हैं. केजरीवाल जी आपका कार्यकाल खत्म होने वाला है इसलिए आप विधानसभा चुनाव को देखते हुए जनता को मूर्ख बनाने के लिए अजीब सी योजना की बौछार कर रहे हैं जो कभी लागू नहीं हो सकती. मैं आपको आमंत्रित करता हूं कि आइए दिल्ली की जनता के भले के लिए और देश के लिए इस ऐतिहासिक योजना का हिस्सा बने.
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गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ही दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केंद्र की आयुष्मान योजना पर सवाल उठाए थे और इसे दिल्ली में लागू करने से इनकार कर दिया था. उन्होनें देश के स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन को एक चिट्ठी लिखी थी. चिट्ठी के जरिए अरविंद केजरीवाल ने इस योजना पर सवाल उठाते हुए पूछा था कि जब हरियाणा-उत्तर प्रदेश में लागू है आयुष्मान योजना फिर दिल्ली के अस्पतालों में क्यों इलाज कराने आते हैं. इसके अलावा दिल्ली के मुख्यमंत्री ने ये भी दावा किया था कि केंद्र की योजना में जहां सरकार बच 5 लाख का खर्च उठाती है वहीं दूसरी तरफ दिल्ली सरकार की योजना में 30 लाख तक का खर्च सरकार उठाती है.
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अरविंद केजरीवाल ने अपने लेटर में लिखा कि दिल्ली और केंद्र सरकार दोनों की योजनाओं का मकसद है कि लोगों को स्वास्थय संबंधी सुविधाएं मिलें. उन्होंने लिखा था कि दिल्ली में पहले से चल रही स्वास्थ्य योजना को बंद कर दूसरी योजना लागू करने से किसी का फायदा नहीं होगा. अगर दिल्ली स्वास्थ्य योजना को बंद कर आयुष्मान भारत को लागू किया गया तो लाखों दिल्लीवासियों का नुकसान हो जाएगा. अरविंद केजरीवाल ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से चिट्ठी के माध्यम से कहा था कि, 'अगर आपकी (हर्षवर्धन) नजर में आयुष्मान भारत में कोई ऐसी बात है जो दिल्ली की स्वास्थ्य योजना में नहीं है तो कृपया बताइए. हम उन सभी अच्छी बातों को दिल्ली की योजना में शामिल कर लेंगे.'
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