
- आईपीओ में सस्ते दाम पर शेयर अलॉटमेंट का झांसा देकर ठगी करने वाले आरोपी को गिरफ्तार किया है.
- आरोपी विष्णु कांत शर्मा ने लगभग 40 लाख रुपये की ठगी के लिए विभिन्न बैंक खातों में पैसे ट्रांसफर करवाए थे.
- जांच में पता चला कि आरोपी क्रिप्टोकरेंसी USDT की खरीद-बिक्री कर ठगी के पैसों को इस्तेमाल करता था.
दिल्ली पुलिस की साइबर वेस्ट थाना टीम ने एक ऐसे साइबर ठग को गिरफ्तार किया है, जो लोगों को आईपीओ में सस्ते रेट पर शेयर अलॉट कराने का झांसा देकर लाखों की ठगी कर रहा था. पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी इस गिरोह का एक मास्टरमाइंड है. आरोपी दूसरों के बैंक खातों में ठगी का पैसा मंगवाता था और फिर उस पैसे से रोजाना क्रिप्टोकरेंसी (USDT) खरीद-बेच करता था.
लालच में फंस गंवाए 40 लाख
शिकायतकर्ता ने बताया कि एक व्यक्ति ने उससे संपर्क कर उसे "Yes Securities" नाम के व्हाट्सऐप ग्रुप में जोड़ा, फिर उसे एक वेबसाइट पर भेजा गया, जहां आईपीओ में निवेश करने का झांसा दिया गया. सस्ते दामों पर आईपीओ अलॉटमेंट का लालच देकर आरोपी ने उसे लाखों रुपये अलग-अलग बैंक खातों में ट्रांसफर करवाए. इस तरह करीब 40 लाख रुपये की ठगी कर ली गई.
पुलिस के हत्थे कैसे चढ़ा ठग
जांच के दौरान पता चला कि ठगी का पैसा कई अलग-अलग बैंक खातों में गया. टेक्निकल सर्विलांस और पैसों की ट्रैकिंग से एक संदिग्ध की पहचान हुई, जिसकी लोकेशन जयपुर के सांगानेर इलाके में मिली. पुलिस की टीम सांगानेर पहुंची और मांसरवर स्थित 'घर आंगन सोसाइटी' से आरोपी विष्णु कांत शर्मा को गिरफ्तार किया गया. आरोपी विष्णु कांत शर्मा राजस्थान के बीकानेर का रहने वाला है और 2018 से जयपुर में रहकर सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहा था.
आरोपी से पुलिस की पूछताछ जारी
शुरुआत में वो OLX पर फर्नीचर खरीद-बेच कर कमाई करता था, लेकिन बाद में साइबर क्राइम की दुनिया में उतर गया. आरोपी कमीशन पर दूसरों के बैंक अकाउंट्स का इस्तेमाल करता था और USDT जैसी क्रिप्टोकरेंसी खरीद-बेच कर कमाई करता था. फिलहाल पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है और गिरोह के बाकी सदस्यों की तलाश जारी है.
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