राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में बिजली की मांग मंगलवार की रात इस मौसम में अब तक के उच्च स्तर 5,464 मेगावाट पर पहुंच गयी है. बिजली वितरण कंपनियों के अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी. दिल्ली में भीषण गर्मी और 18 मई से ‘लॉकडाउन' में ढील के बाद वाणिज्यिक तथा औद्योगिक गतिविधियां शुरू होने के साथ बिजली की अधिकतम मांग में अबतक 32 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हो चुकी है. दिल्ली के ‘लोड डिस्पैच सेंटर' के आंकड़ों के अनुसार शहर में मंगलवार की रात 11.20 बजे बिजली की अधिकतम मांग 5,464 मेगावाट पहुंच गयी.' अधिकारियों के अनुसार, ‘यह लगातार तीसरा दिन है जब दिल्ली में बिजली की अधिकतम मांग पिछले साल के समान दिनों की तुलना में अधिक रही है.'
इससे पहले, 26 मई 2019 को बिजली की अधिकतम मांग दिल्ली में 5,236 मेगावाट दर्ज की गई थी. आंकड़ों के अनुसार इस साल 24 और 25 मई को बिजली की अधिकतम मांग क्रमश: 5,286 मेगावाट और 5,385 मेगावाट रही जबकि पिछले वर्ष इसी महीने की समान तारीख को अधिकतम मांग क्रमश: 5,094 मेगावाट और 5,107 मेगावाट थी. वितरण कंपनी टाटा पावर दिल्ली डिस्ट्रिब्यूशन लिमिटेड (टीपीडीडीएल) के प्रवक्ता के अनुसार कंपनी ने अपने वितरण क्षेत्र में 1,556 मेगावाट की अधिकतम मांग को पूरा किया.
बीएसईएस की वितरण कंपनियां बीआरपीएल (बीएसईएस राजधानी पावर लिमिटेड) और बीवाईपीएल (बीएसईएस यमुना पावर लिमिटेड) के अधिकारियों के अनुसार दोनों वितरण कंपनियों ने अपने-अपने क्षेत्रों में क्रमश: 2542 मेगावाट और 1,174 मेगावाट बिजली की अधिकतम मांग पूरी की. दिल्ली में मंगलवार को गमी चरम पर रही अैर 18 साल का यह सबसे गर्म दिन रहा. सफदरजंग मौसम केंद्र में पारा 46 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया. इससे पहले 2002 में मई महीने में तापमान इस स्तर तक पहुंचा था. बुधवार को भी तापमान 46 डिग्री सेल्सियस के आसपास बने रहने का अनुमान है.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं