दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार का कहना है कि उसकी डोर स्टेप डिलीवरी योजना को नाकाम करने के लिए कुछ शरारती तत्व 1076 हेल्पलाइन पर फोन करके फर्जी पते दे रहे हैं और जब मोबाइल सहायक बताए हुए पतों पर पहुंचते हैं तो और आवेदक को फोन किया जाता है तो आवेदक या तो फोन नहीं उठाते या फिर यह कह देते हैं कि हमको यह सेवा नहीं चाहिए. दिल्ली सरकार के मुताबिक गुरुवार तक जिन 372 घरों में मोबाइल सहायक पहुंचे उनमें से 76 के पते फर्जी निकले. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा कि 'मुझे बेहद दुःख है. कुछ लोग गंदी राजनीति के कारण जनता के लिए बनी इतनी अच्छी स्कीम को जान बूझ कर फ़ेल करने की कोशिश कर रहे हैं. उन्हें जनता के ख़िलाफ़ काम नहीं करना चाहिए. ये ग़लत है. चाहे किसी पार्टी की सरकार अच्छा काम करे, जनहित के काम में सबको साथ देना चाहिए.
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आपको बता दें कि डोर स्टेप डिलीवरी योजना अरविंद केजरीवाल सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है. जिसको खुद मुख्यमंत्री केजरीवाल मॉनिटर कर रहे हैं. सोमवार 10 सितंबर को शुरू हुई यह योजना 14 सितंबर शुक्रवार को अपने पांचवें दिन में पहुंच गई. अब तक इस योजना के तहत 6058 लोगों ने सेवा लेने के लिए अपॉइंटमेंट फिक्स किए हैं. इससे पहले केजरीवाल ने कहा था कि डोर स्टेप डिलीवरी योजना में कुछ छोटी-मोटी समस्याएं हैं. इनको सुलझाने के लिए हम काम कर रहे हैं. मैं खुद इसकी निगरानी कर रहा हूं. यह एक नया आइडिया है. हम उम्मीद करते हैं कि अगले कुछ दिनों में दिल्ली की जनता को इस स्कीम को लेकर कोई भी दिक्कत नहीं आएगी.
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