कन्हैया कुमार का फाइल फोटो...
नई दिल्ली:
जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार और उमर खालिद को जान से मारने की धमकी देने के सिलसिले में पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है। आईएसबीटी से जेएनयू जा रही एक बस में गोलियों से भरा हुआ पिस्तौल और एक पत्र मिला, जिसमें यह धमकी दी गई थी।
अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त (नई दिल्ली) रोमिल बानिया ने कहा, 'हमने आर्म्स एक्ट और आपराधिक धमकी तथा षड्यंत्र रचने के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार किया है। मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी के प्रयास चल रहे हैं।' उन्होंने बताया, 'कल रात से चल रहे अभियान के तहत दो लोगों को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया है। उनकी पहचान सुलभ और सौरभ के रूप में हुई है। दोनों को आज अदालत में पेश किया गया, जिसने उन्हें दो दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया।'
पुलिस ने बताया कि सौरभ उत्तर प्रदेश नवनिर्माण सेना के प्रमुख अमित जानी का छोटा भाई है, जिसमें कथित रूप से कन्हैया और उमर को धमकी भरा पत्र लिखा था। जानी ने पहले भी फेसबुक पोस्ट के माध्यम से कन्हैया को जान से मारने की धमकी दी है। ऐसा माना जा रहा है कि डीटीसी बस में बृहस्पतिवार की शाम मिला धमकी भरा पत्र उसी ने लिखा है। सुलभ और सौरभ कथित रूप से वहीं युवक हैं, जिन्होंने बस में पत्र और गोलियों से भरा पिस्तौल छोड़ा था।
एक अधिकारी ने बताया, जानी संभवत: शुक्रवार से भूमिगत हो गया है और पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए दिल्ली-एनसीआर में छापे मार रही है।
आईएसबीटी कश्मीरी गेट से जेएनयू के रास्ते वसंत विहार डिपो जाने वाली डीटीसी की रूट संख्या 605 की बस में बृहस्पतिवार की शाम ड्राइवर ने एक लावारिस बैग देखा और उसकी सूचना दी।
अधिकारी ने बताया कि बैग से कन्हैया और उमर का सिर काटने की धमकी देने वाला पत्र और गोलियों से भरा एक देशी पिस्तौल मिला, जिसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया।
घटना के बाद दिल्ली पुलिस ने कन्हैया कुमार की सुरक्षा बढ़ा दी है। कन्हैया को विश्वविद्यालय परिसर के भीतर सुरक्षा नहीं मिली हुई है, लेकिन प्रशासन को स्पष्ट रूप से निर्देश दिया गया है कि वह कन्हैया के परिसर से बाहर निकलने की सूचना वसंत कुंज थाने को दे, ताकि उसे समुचित सुरक्षा मुहैया करायी जा सके।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त (नई दिल्ली) रोमिल बानिया ने कहा, 'हमने आर्म्स एक्ट और आपराधिक धमकी तथा षड्यंत्र रचने के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार किया है। मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी के प्रयास चल रहे हैं।' उन्होंने बताया, 'कल रात से चल रहे अभियान के तहत दो लोगों को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया है। उनकी पहचान सुलभ और सौरभ के रूप में हुई है। दोनों को आज अदालत में पेश किया गया, जिसने उन्हें दो दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया।'
पुलिस ने बताया कि सौरभ उत्तर प्रदेश नवनिर्माण सेना के प्रमुख अमित जानी का छोटा भाई है, जिसमें कथित रूप से कन्हैया और उमर को धमकी भरा पत्र लिखा था। जानी ने पहले भी फेसबुक पोस्ट के माध्यम से कन्हैया को जान से मारने की धमकी दी है। ऐसा माना जा रहा है कि डीटीसी बस में बृहस्पतिवार की शाम मिला धमकी भरा पत्र उसी ने लिखा है। सुलभ और सौरभ कथित रूप से वहीं युवक हैं, जिन्होंने बस में पत्र और गोलियों से भरा पिस्तौल छोड़ा था।
एक अधिकारी ने बताया, जानी संभवत: शुक्रवार से भूमिगत हो गया है और पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए दिल्ली-एनसीआर में छापे मार रही है।
आईएसबीटी कश्मीरी गेट से जेएनयू के रास्ते वसंत विहार डिपो जाने वाली डीटीसी की रूट संख्या 605 की बस में बृहस्पतिवार की शाम ड्राइवर ने एक लावारिस बैग देखा और उसकी सूचना दी।
अधिकारी ने बताया कि बैग से कन्हैया और उमर का सिर काटने की धमकी देने वाला पत्र और गोलियों से भरा एक देशी पिस्तौल मिला, जिसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया।
घटना के बाद दिल्ली पुलिस ने कन्हैया कुमार की सुरक्षा बढ़ा दी है। कन्हैया को विश्वविद्यालय परिसर के भीतर सुरक्षा नहीं मिली हुई है, लेकिन प्रशासन को स्पष्ट रूप से निर्देश दिया गया है कि वह कन्हैया के परिसर से बाहर निकलने की सूचना वसंत कुंज थाने को दे, ताकि उसे समुचित सुरक्षा मुहैया करायी जा सके।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
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