दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण की समस्या से लोगों का सांस लेना हुआ दूभर.
नई दिल्ली:
दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण (Delhi Population) से बुरा हाल है. देश के 10 सबसे प्रदूषित शहरों में छह तो दिल्ली-एनसीआर के हैं. अगले कुछ दिनों में प्रदूषण और बढ़ने के आसार हैं. जिससे निपटने के लिए ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान( Action Plan) को लागू कर दिया है. आज से 10 नवंबर तक दिल्ली-एनसीआर में सभी निर्माण कार्य बंद रहेंगे. स्टोन क्रशर और हॉट मिक्स प्लांट बंद रहेंगे. दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण मामले में गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होनी है. पिछली सुनवाई में कोर्ट ने दिल्ली-एनसीआर की सड़कों पर 15 साल पुरानी पेट्रोल गाड़ियां और 10 साल पुरानी डीज़ल गाड़ियों पर रोक लगा दी थी... परिवहन विभाग को सड़कों पर ऐसी गाड़ियां मिलने पर ज़ब्त करने का निर्देश दिया था.
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दिल्ली में हालात खराब
राष्ट्रीय राजधानी में वायु प्रदूषण की गंभीर स्थिति से निपटने के लिए कवायद शुरू हुई है. वायु प्रदूषण की निगरानी के लिए विभिन्न एजेंसियों के करीब 44 संयुक्त दलों को गुरुवार से तैनात किया जाएगा. दिल्ली सरकार ने यह जानकारी दी है. सरकार ने एक बयान में कहा कि इन दलों को वायु प्रदूषण फैलाने के जिम्मेदार लोगों के लिए दण्डात्मक कार्रवाई करने का आदेश दिया गया है. केन्द्रीय प्रदूषण नियन्त्रण बोर्ड के अधिकारियों ने बताया कि समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 401 पहुंच गया जो ‘बेहद खराब' श्रेणी में था. इस मौसम में यह सबसे खराब स्थिति है. केन्द्र द्वारा चलाये जाने वाले सिस्टम आफ एयर क्वालिटी फोरकास्टिंग एंड रिसर्च ने एक्यूआई 410 दर्ज किया.
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इस वर्गीकरण के तहत 0 से 50 एक्यूआई को ‘अच्छा', 51 से 100 तक को ‘संतोषजनक', 101 से 200 तक ‘मध्यम', 201 से 300 तक ‘खराब' और 301 से 400 के बीच ‘बेहद खराब' तथा 401 से 500 को ‘भीषण' माना जाता है. दिल्ली में 18 क्षेत्रों में वायु की गुणवत्ता ‘भीषण' स्तर पर पायी गयी. शाम चार बजे आनंद विहार पर एक्यूआई का उच्चतम स्तर 467 पाया गया. फरीदाबाद, गाजियाबाद, गुरुग्राम एवं नोएडा में एक्यूआई 400 के स्तर को पार कर ‘बेहद खराब' श्रेणी में पहुंच गया है. आंकड़ों के अनुसार ग्रेटर नोएडा की हवा भी बेहद खराब श्रेणी के कगार पर पहुंच गयी है. दिल्ली के पर्यावरण मंत्री इमरान हुसैन ने मंगलवार को घोषणा की कि बृहस्पतिवार से 44 संयुक्त दलों को तैनात किया जाएगा ताकि वायु प्रदूषण के स्थानीय स्रोतों पर लगाम कसी जा सके.
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कौन-कौन रहेगा टीम में
दिल्ली सरकार की ओर से प्रदूषण रोकने के लिए गठित दलों में एसडीएम के साथ तहसीलदार, संबंधित नगर निगम के अधिकारी, दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति : पर्यावरण विभाग तथा केन्द्रीय पर्यावरण एवं वन मंत्रालय के अधिकारी शामिल होंगे. हुसैन ने कहा कि इस फौरी अभियान को दिल्ली सरकार एवं केन्द्र सरकार मिलकर आयोजित करेगी. यह सभी नागरिकों से अपील करेगी कि उन सभी गतिविधियों का कड़ाई से परित्याग किया जाए जिससे वायु प्रदूषण फैलता है. समिति को कचरा जलाने वालों, पराली जलाने वालों, वाहन प्रदूषण सहित प्रदूषण फैलाने वाले विभिन्न कामों को करने वाले व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई करने का अधिकार होगा. (इनपुट-भाषा)
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दिल्ली में हालात खराब
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