नई दिल्ली:
मासूम के रोने की आवाज़ किसी के भी सीने में दर्द पैदा कर सकती है, लेकिन इसकी सगी मां का दिल शायद पत्थर का था जो इस मासूम को पैदा होते ही सड़क पर मरने के लिए फेंक गई.
दिल्ली पुलिस को आरके पुरम सेक्टर-5 में एक बैग पड़े होने की खबर मिली थी. मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने बैग खोला तो उसमें बेहोशी की हालत में कुछ घंटों पहले पैदा हुई मासूम बच्ची थी. ठंड से अकड़ चुकी बच्ची को बिना वक़्त गंवाए एसएचओ सोमनाथ पृथि एम्स ट्रॉमा सेंटर ले गए.
एम्स में डाक्टरों ने फ़ौरन बच्ची का इलाज शुरू किया. तबियत संभलने पर बच्ची को दूध पिलाया गया, लेकिन ये मासूम रो-रोकर शायद यही पूछ रही है कि आख़िर इसका क़ुसूर क्या है.
एम्स नर्सरी में बच्ची का इलाज चल रहा है. अज्ञात लोगों के खिलाफ पुलिस ने मुक़द्दमा दर्ज कर लिया है और इलाक़े के सीसीटीवी फुटेज और अस्पतालों के रिकॉर्ड के ज़रिए पुलिस बच्ची के मां-बाप को ढूंढ रही है.
दिल्ली पुलिस को आरके पुरम सेक्टर-5 में एक बैग पड़े होने की खबर मिली थी. मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने बैग खोला तो उसमें बेहोशी की हालत में कुछ घंटों पहले पैदा हुई मासूम बच्ची थी. ठंड से अकड़ चुकी बच्ची को बिना वक़्त गंवाए एसएचओ सोमनाथ पृथि एम्स ट्रॉमा सेंटर ले गए.
एम्स में डाक्टरों ने फ़ौरन बच्ची का इलाज शुरू किया. तबियत संभलने पर बच्ची को दूध पिलाया गया, लेकिन ये मासूम रो-रोकर शायद यही पूछ रही है कि आख़िर इसका क़ुसूर क्या है.
एम्स नर्सरी में बच्ची का इलाज चल रहा है. अज्ञात लोगों के खिलाफ पुलिस ने मुक़द्दमा दर्ज कर लिया है और इलाक़े के सीसीटीवी फुटेज और अस्पतालों के रिकॉर्ड के ज़रिए पुलिस बच्ची के मां-बाप को ढूंढ रही है.
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