कोरोनावायरस संक्रमण और उसके नए वैरिएंट ओमिक्रॉन से संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच दिल्ली पुलिस ने अपने कर्मियों के स्वास्थ्य कल्याण को लेकर मानक संचालन प्रक्रिया में बदलाव किया है. बुधवार को जारी आधिकारिक बयान के अनुसार, दिल्ली पुलिस की नयी मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) के मुताबिक इंस्पेक्टर और उससे ऊपरी रैंक के अधिकारी अस्पताल में भर्ती कर्मियों या उनके परिजन से स्वयं भेंट करने जाएं.बयान के अनुसार, विशेष पुलिस आयुक्त (कल्याण) शालिनी सिंह ने सभी जिलों और इकाइयों के प्रमुखों तथा अन्य पक्षकारों के साथ बुधवार को बैठक करके समुदाय के स्तर पर ओमीक्रोन के प्रसार पर तैयारियों का जायजा लिया.
उसमें कहा गया है कि सिंह ने दिल्ली पुलिस आयुक्त द्वारा हाल ही में एसओपी में किए गए बदलावों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करने पर जोर दिया. उसमें कहा गया है, ‘‘नया एसओपी ज्यादा विस्तृत है और उसमें बीमार हुए या अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती हमारे कमियों के कल्याण से जुड़ी सभी बातें हैं. डीसीपी और इकाई प्रमुखों को नोडल स्वास्थ्य अधिकारी बनाया गया है.''
बयान के अनुसार, ‘‘नोडल स्वास्थ्य अधिकारी सुनिश्चित करेंगे कि इंस्पेक्टर (निरीक्षक) या उससे ऊपरी रैंक के अधिकारी अस्पताल में भर्ती पुलिसकर्मी या उसके परिजन से, उनके स्वस्थ होने तक अस्पताल में लगातार भेंट करेंगे. अगर बीमार व्यक्ति शहर से बाहर है तो लगातार उसका हाल-चाल पूछने के लिए उसे या उसके परिजनों को वीडियो कॉल की जाए.''बयान में कहा गया है कि रोहिणी और शाहदरा में स्थित सभी आठ कल्याण केन्द्र और दो कोविड केन्द्र किसी भी आपात चिकित्सा स्थिति के लिए तैयार रहेंगे. जिला प्रमुख उन्हें टीकाकरण केन्द्रों में तब्दील करने के लिए कलेक्टरों से बातचीत करें.
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