दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने एक ऐसे गिरोह को गिरफ्तार किया है जो राजधानी और एनसीआर से झपटमारी की किए गए फोन को नेपाल ले जाकर बेचता था. पुलिस (Delhi Police) ने इस मामले में सात लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें गिरोह के लिए काम करने वाले सदस्यों के साथ-साथ बिचौलिये भी शामिल हैं. गिरफ्तार आरोपियों की पहचान मुकेश, नरेश, गोपाल, राजन, रामा सिंह और रोहित के रूप में की गई है. पुलिस (Delhi Police) एक अन्य आरोपी की पहचान करने में जुटी है. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी (Delhi Police) ने बताया कि यह गिरोह संगठित रूप में काम करता था. गिरोह के सभी सदस्यों का काम बंटा हुआ था. यह गिरोह दिल्ली से लेकर नेपाल तक सक्रिय है. पुलिस (Delhi Police) की अभी तक की जांच में पता चला है कि इस गिरोह ने अभी तक 10 हजार से ज्यादा मोबाइल फोन नेपाल भेज चुके हैं. पुलिस ने आरोपियों के पास से बड़ी संख्या में मोबाइल फोन बरामद किया है.
विदेश भेजने के नाम पर ठगी करने वाले गैंग का भंडाफोड़, 4 लोग गिरफ्तार
क्राइम ब्रांच के डीसीपी राजेश देव ने बताया कि इस गिरोह में ज्यादर वो लोग हैं जो करोलबाग के गफ्फार मार्केट में मोबाइल रिपेयरिंग का काम करते थे, लेकिन उसमें मुनाफा कम होने के चलते इस धंधे में आए थे. पिछले डेढ़ साल में ये गैंग 10 हजार से ज्यादा मोबाइल फोन नेपाल भेज चुका है. हमारी टीम फिलहाल इस गिरोह के लिए काम करने वाले अन्य आरोपियों की भी तलाश कर रही है. पुलिस की जांच में पता चला है कि इस गिरोह में काम करने वाले ज्यादातर वही लोग हैं जो गफ्फार मार्केट में मोबाइल रिपेयरिंग का काम करते थे.
ऐसे काम करता था गिरोह-
पुलिस अधिकारी के अनुसार गिरोह के लिए काम करने वाला रोहित पहले मोबाइल फोन छीनता था. वहीं, मुकेश, नरेश, गोपाल और राजन रोहित और उस जैसे अन्य झपटमारों से फोन खरीदते थे. इनका एक साथी सभी फोन को करोलबाग की एक दुकान जहां नरेश बैठता था तक पहुंचाते थे. यहां से नरेश इन सभी मोबाइल फोन को नेपाल के रहने वाले एक राम सिंह नाम के शख्स को थोक में बेच देता था. राम सिंह नेपाल में बैठ मोबाइल रिसीवर का कर्चमचारी है जिसे यहां इसी काम के लिए नौकरी पर रखा गया था.
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