नई दिल्ली:
दिल्ली के जंतर मंतर पर हवा को साफ सुथरा रखने के लिये दिल्ली हेल्प ब्रीद का आयोजन किया गया। ये दिल्ली के लोगों की एक पहल है जो सरकार से अपील कर रही है कि आप कड़े कदम उठाएं लेकिन हमें स्वच्छ हवा मुहैय्या करवाएं।
जंतर मंतर की फ़िज़ा में घुले ये सुर। दिल्ली की आबो हवा को साफ़ करने की मुहिम का हिस्सा बने रहे। ना कोई धरना, ना कोई प्रदर्शन। बस गीतों के ज़रिए जनता को जागरुक करने की कोशिश। 11 बजे से लेकर दो बजे तक जंतर मंतर का माहौल ही एकदम बदल गया। अस्तित्व ग्रुप से जुड़े सलमान कहते हैं, 'हम बस इतना चाहते हैं कि दिल्ली वाले खुश रहें और खुश बिना स्वच्छ हवा के नहीं रह सकते। हमारी कोशिश गीतों के जरिये प्रदूषण के खिलाफ माहौल बनाने की है। केवल गीतों के जरिए ही नहीं बल्कि पोस्टर के जरिये भी ये अपना संदेश फैला रहे हैं।
वैसे दिल्ली सरकार का दावा है कि 15 दिन चले ऑड ईवन फॉर्मूले से प्रदूषण में 20 से 25 फीसदी की गिरावट आई। हालांकि कई जानकार इस दावे पर सवाल भी उठा रहे हैं। इस बीच दिल्ली के नागरिकों ने ये एक नई पहल की है हेल्प दिल्ली ब्रीद। हेल्प दिल्ली ब्रीद के जयधर गुप्ता ने कहा, 'हम दिल्ली की सरकार से अपील करते हैं आप और दबंग पहल करें, अन्यथा भविष्य हमें कभी माफ नही करेगा। दिल्ली में डीजल की गाड़ियां बंद कीजिए, आज प्रदूषण से हालत इतनी गंभीर है कि दिल्ली के हर चौथे बच्चे को सांस लेने में दिक्कत महसूस हो रही है।'
सेंटर फॉर साइंस एंड इनवायरनमेंट के एक अध्ययन के मुताबिक दिल्ली में हर साल क़रीब तीस हज़ार लोगों की मौत हवा में प्रदूषण से होने वाली बीमारियों से हो रही है। हेल्प दिल्ली ब्रीद का खूबसूरत लोगो बनाने वाली ऋचा उपाध्याय कहती हैं, 'हमने अपने लोगों के जरिये दिल्ली वालों को बताया है कि आप जिंदगी मास्क के सहारे जीना चाहते है या फिर खूबसूरत फूल की तरह। ये आपको तय करना है। ऐसे में वायु प्रदूषण के मामले में अब दिल्ली के सामने कोई और चारा नहीं। अभी नहीं तो कभी नहीं।
जंतर मंतर की फ़िज़ा में घुले ये सुर। दिल्ली की आबो हवा को साफ़ करने की मुहिम का हिस्सा बने रहे। ना कोई धरना, ना कोई प्रदर्शन। बस गीतों के ज़रिए जनता को जागरुक करने की कोशिश। 11 बजे से लेकर दो बजे तक जंतर मंतर का माहौल ही एकदम बदल गया। अस्तित्व ग्रुप से जुड़े सलमान कहते हैं, 'हम बस इतना चाहते हैं कि दिल्ली वाले खुश रहें और खुश बिना स्वच्छ हवा के नहीं रह सकते। हमारी कोशिश गीतों के जरिये प्रदूषण के खिलाफ माहौल बनाने की है। केवल गीतों के जरिए ही नहीं बल्कि पोस्टर के जरिये भी ये अपना संदेश फैला रहे हैं।
वैसे दिल्ली सरकार का दावा है कि 15 दिन चले ऑड ईवन फॉर्मूले से प्रदूषण में 20 से 25 फीसदी की गिरावट आई। हालांकि कई जानकार इस दावे पर सवाल भी उठा रहे हैं। इस बीच दिल्ली के नागरिकों ने ये एक नई पहल की है हेल्प दिल्ली ब्रीद। हेल्प दिल्ली ब्रीद के जयधर गुप्ता ने कहा, 'हम दिल्ली की सरकार से अपील करते हैं आप और दबंग पहल करें, अन्यथा भविष्य हमें कभी माफ नही करेगा। दिल्ली में डीजल की गाड़ियां बंद कीजिए, आज प्रदूषण से हालत इतनी गंभीर है कि दिल्ली के हर चौथे बच्चे को सांस लेने में दिक्कत महसूस हो रही है।'
सेंटर फॉर साइंस एंड इनवायरनमेंट के एक अध्ययन के मुताबिक दिल्ली में हर साल क़रीब तीस हज़ार लोगों की मौत हवा में प्रदूषण से होने वाली बीमारियों से हो रही है। हेल्प दिल्ली ब्रीद का खूबसूरत लोगो बनाने वाली ऋचा उपाध्याय कहती हैं, 'हमने अपने लोगों के जरिये दिल्ली वालों को बताया है कि आप जिंदगी मास्क के सहारे जीना चाहते है या फिर खूबसूरत फूल की तरह। ये आपको तय करना है। ऐसे में वायु प्रदूषण के मामले में अब दिल्ली के सामने कोई और चारा नहीं। अभी नहीं तो कभी नहीं।
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