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'गैस चेंबर' बनी दिल्ली! कई इलाकों में AQI 400 के भी पार, सांस लेना भी हुआ मुश्किल

दिल्ली की हवा हर बीतते दिन के साथ और खराब हो रही है. दिल्ली में हवा की खराब गुणवत्ता के पीछे की एक बड़ी वजह दूसरे राज्यों में पराली जलाने को बताया जा रहा है.

'गैस चेंबर' बनी दिल्ली! कई इलाकों में AQI 400 के भी पार, सांस लेना भी हुआ मुश्किल
दिल्ली में और जहरीली हुई हवा
  • दिल्ली में बुधवार को AQI का स्तर 418 पर पहुंच गया, जो गंभीर श्रेणी में आता है
  • लोकल इमिशन और स्थिर मौसम की वजह से दिल्ली की हवा की गुणवत्ता लगातार खराब होती जा रही है
  • मंगलवार को पंजाब हरियाणा और उत्तर प्रदेश में पराली जलाने की कई घटनाएं रिकॉर्ड की गई हैं
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नई दिल्ली:

देश की राजधानी दिल्ली में हर बीतते दिन के साथ हवा की गुणवत्ता यानी AQI खराब होती जा रही है. बुधवार की शाम दिल्ली के कई इलाकों में AQI 400 के पार पहुंच गई. हवा की खराब  होती गुणवत्ता को ध्यान में रखते हुए केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी)ने दिल्ली में पहले ही GRAP-3 के तहत प्रतिबंध लागू कर दिया है. बुधवार शाम चार बजे 418 दर्ज किया गया जो 'गंभीर' श्रेणी में आता है.

एक्यूआई के 'गंभीर' श्रेणी में पहुंचने पर आम लोगों के लिए भी गंभीर स्वास्थ्य जोखिम पैदा करता है और सांस या हृदय संबंधी समस्याओं से पीड़ित लोगों पर भी बुरा प्रभाव डाल सकता है.आपको बता दें कि निर्णय समर्थन प्रणाली (डीएसएस) के आंकड़ों के अनुसार, बुधवार को दिल्ली के पीएम 2.5 कॉन्संट्रेशन में पराली जलाने का योगदान 22.4 प्रतिशत रहा, जो इस सर्दी में फसल के अवशेष जलाने से होने वाले प्रदूषण का सबसे अधिक हिस्सा है. डीएसएस के आंकड़ों के अनुसार, शहर के बाहर से आने वाले प्रदूषण का हिस्सा 15.5 प्रतिशत रहा.

दिल्ली की हवा की गुणवत्ता इस मौसम में मंगलवार को पहली बार ‘गंभीर' श्रेणी में पहुंची, जब औसत एक्यूआई 428 दर्ज किया गया. कई दिनों से 'बेहद खराब' रही वायु गुणवत्ता स्थिर मौसम और स्थानीय उत्सर्जन के कारण और बिगड़ गई. आपको बता दें कि एक्यूआई को शून्य से 50 के बीच ‘अच्छा', 51 से 100 के बीच ‘संतोषजनक', 101 से 200 के बीच ‘मध्यम', 201 से 300 के बीच ‘खराब', 301 से 400 के बीच ‘बहुत खराब' और 401 से 500 के बीच ‘गंभीर' माना जाता है. डीएसएस के अनुमानों के अनुसार गुरुवार को पराली जलाने से दिल्ली के पीएम 2.5 स्तर में लगभग 10.1 प्रतिशत का योगदान होने का अनुमान है, जबकि परिवहन से संबंधित उत्सर्जन थोड़ा बढ़कर 19.3 प्रतिशत हो सकता है.

सेटेलाइट के आंकड़ों के अनुसार, मंगलवार को पंजाब में 312, हरियाणा में 72 और उत्तर प्रदेश में 322 खेतों में पराली जलाने की घटनाएं हुईं हैं. दिल्ली के लिए वायु गुणवत्ता प्रारंभिक चेतावनी प्रणाली के अनुसार गुरुवार से वायु गुणवत्ता 'बेहद खराब' श्रेणी में रहने की संभावना है. इससे आम लोगों को सांस लेने में खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है. राजधानी में प्रदूषण के बढ़ते स्तर के साथ-साथ तापमान में गिरावट भी जारी है.बुधवार को न्यूनतम तापमान 10.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 3.1 डिग्री कम था, और अधिकतम तापमान 27.7 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से 0.8 डिग्री कम था. IMD ने गुरुवार सुबह हल्का कोहरा छाए रहने का अनुमान जताया है और अधिकतम और न्यूनतम तापमान 26 और 11 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना जताई है. 
 

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