कांग्रेस नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण (फाइल फोटो)
मुंबई:
महाराष्ट्र में किसान आंदोलन के बढ़ते दौर के बीच राज्य के कृषि मंत्री का विदेश दौरे पर जाना विवाद पैदा कर गया है. राज्य की सत्ता में बीजेपी की सहयोगी पार्टी शिवसेना ने इस मामले में आपत्ति उठायी है. कॉमनवेल्थ पार्लियामेंट्री एसोसिएशन के जरिए 16 सदस्यों का एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल इन दिनों ऑस्ट्रेलिया, न्यूज़ीलैंड और सिंगापुर के 2 हफ्ते लंबे दौरे पर गया है. जिसमें बीजेपी के कोटे से कृषि मंत्री पांडुरंग फुंडकर और खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री गिरीश बापट शरीक हुए हैं. शिवसेना नेता और पर्यावरण मंत्री रामदास कदम ने मंत्रियों के दौरे पर आपत्ति उठाते हुए कहा कि मौजूदा स्थिति में मंत्रियों का दौरे पर जाना ठीक नहीं है. मुम्बई स्थित अपने सरकारी आवास पर मीडिया से बात करते हुए उन्होंने मांग की कि जब तक किसानों की समस्या खत्म नहीं हो रही, मानसून की शुरुआत नहीं होती तबतक CM किसी भी मंत्री को सरकारी खर्चे से विदेश जाने की अनुमति न दें.
इस बीच कांग्रेस नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ख़त लिखकर ये मांग उठाई है कि बीजेपी के दोनों मंत्रियों को वापस बुलाने के लिए मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से कहें. चव्हाण का इसके पीछे का तर्क है कि राज्य में दाल उत्पादक किसानों की समस्याओं से निबटने की सीधी जिम्मेदारी संभाल रहे दो मंत्रियों का विदेश में होना ठीक नहीं है. बीजेपी की तरफ़ से इस मामले में अपना जवाब पेश किया गया है.
राज्य के वित्तमंत्री सुधीर मुनघंटीवार लगातार इस दौरे का समर्थन कर रहे हैं. उन्होंने शुक्रवार को कहा कि यह बहुत हल्की और ओछी राजनीति है. यह स्टडी टूर कांग्रेस-एनसीपी के कार्यकाल में मंजूर हुआ है. सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल में सहभागी सदस्यों के नामों का चुनाव हर पार्टी के नेता करते हैं. सदन में होनेवाली बहस का स्तर ऊंचा हो इसलिए यह टूअर आयोजित हुआ है.
वित्त मंत्री आगे पूछते हैं कि सदन में कृषि विभाग के फैसलों पर CM से जवाब मांगनेवाले विपक्ष को अब कृषिमंत्री के विदेश जाने से इतनी परेशानी क्यों? CM तो राज्य में मौजूद हैं. बीजेपी नेता के नाते मुनघंटीवार ने सवाल उठाया कि केवल बीजेपी के मंत्रियों को वापस बुलाने की मांग के साथ कांग्रेस के नेताओं को भी वापस बुलाने की मांग पृथ्वीराज चव्हाण क्यों नहीं कर रहे? 2 मई को रवाना हुआ यह प्रतिनिधिमंडल 16 मई को भारत लौटेगा.
इस बीच कांग्रेस नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ख़त लिखकर ये मांग उठाई है कि बीजेपी के दोनों मंत्रियों को वापस बुलाने के लिए मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से कहें. चव्हाण का इसके पीछे का तर्क है कि राज्य में दाल उत्पादक किसानों की समस्याओं से निबटने की सीधी जिम्मेदारी संभाल रहे दो मंत्रियों का विदेश में होना ठीक नहीं है. बीजेपी की तरफ़ से इस मामले में अपना जवाब पेश किया गया है.
राज्य के वित्तमंत्री सुधीर मुनघंटीवार लगातार इस दौरे का समर्थन कर रहे हैं. उन्होंने शुक्रवार को कहा कि यह बहुत हल्की और ओछी राजनीति है. यह स्टडी टूर कांग्रेस-एनसीपी के कार्यकाल में मंजूर हुआ है. सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल में सहभागी सदस्यों के नामों का चुनाव हर पार्टी के नेता करते हैं. सदन में होनेवाली बहस का स्तर ऊंचा हो इसलिए यह टूअर आयोजित हुआ है.
वित्त मंत्री आगे पूछते हैं कि सदन में कृषि विभाग के फैसलों पर CM से जवाब मांगनेवाले विपक्ष को अब कृषिमंत्री के विदेश जाने से इतनी परेशानी क्यों? CM तो राज्य में मौजूद हैं. बीजेपी नेता के नाते मुनघंटीवार ने सवाल उठाया कि केवल बीजेपी के मंत्रियों को वापस बुलाने की मांग के साथ कांग्रेस के नेताओं को भी वापस बुलाने की मांग पृथ्वीराज चव्हाण क्यों नहीं कर रहे? 2 मई को रवाना हुआ यह प्रतिनिधिमंडल 16 मई को भारत लौटेगा.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं