पीने के पानी की खराब क्वालिटी को लेकर जारी सियासत के बीच केजरीवाल सरकार ने दावा किया है कि दिल्ली में गंदे पानी की समस्या और उसको लेकर शिकायतें पहले से बहुत कम हो गई हैं. दिल्ली सरकार के मुताबिक फरवरी 2015 में जब अरविंद केजरीवाल मुख्यमंत्री बने तब दिल्ली में 2300 जगह से पानी की गुणवत्ता को लेकर शिकायतें थी. यह शिकायतें राजनगर-2, पूरण नगर, टैगोर गार्डन, मानसरोवर पार्क, भरत गार्डन, एसबीआई कॉलोनी और प्रधान एनक्लेव जैसे इलाकों से थी, जहां पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निजी दखल और मॉनिटरिंग के बाद साफ़ पानी की सप्लाई सुनिश्चित की गई है.
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दावे के मुताबिक अब दिल्ली में सिर्फ 170 जगह से गंदे पानी की शिकायत है. ये वो जगह हैं जहां दिल्ली जल बोर्ड का काम अभी चल रहा है. ये इलाके हैं राजनगर-1, महिपालपुर, पांडव नगर F-Block, जीवन पार्क, तुगलकाबाद एक्सटेंशन, कपिल विहार.
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दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष दिनेश मोहनिया ने बताया कि 'जब हम सत्ता में आए थे तो करीब 2300 ऐसे पॉइंट्स हमने पहचान की थी जहां पर काफी लंबे समय से गंदे पानी की समस्याएं लगातार आ रही थी. उसमें काफी बड़ी संख्या में पानी की लाइन बदली गई हैं, सीवर लाइन बदली गई हैं. लेकिन अब ये संख्या अब 170 पर आ गई है.' मोहनिया ने बताया कि दिल्ली जल बोर्ड 33 हज़ार किलोमीटर की वाटर लाइन को चला रहा है. तो ऐसे में छोटे-मोटे रख रखाव के मामले आते रहते हैं. यह एक तरह से लगातार चलने वाली प्रक्रिया है. शिकायत आती है तो हम उसको ठीक कराते हैं.
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