नई दिल्ली:
गृह मंत्रालय के रूखे-सूखे और नीरस लगते गलियारों के भीतर शुक्रवार को अचानक एक हलचल सी मच गई. पता चला, अक्षय कुमार यहां आए हुए हैं. एक वरिष्ठ अधिकारी एनडीटीवी इंडिया को बताया, 'अक्षय कुमार ने एक ऐप बनाया है जिसके ज़रिए वो सुरक्षा बलों खासकर अर्धसनिक बलों के जो जवान शहीद हो जाते हैं, उनकी मदद करना चाहते हैं. उसी ऐप के सिलसिले में वो आए हैं.' उन्होंने बताया, 'उस ऐप को जल्द ही औपचारिक रूप से लॉन्च किया जाएगा. उससे यह फ़ायदा होगा कि जो चाहेगा वो सीधा जवानों के परिवार को पैसा दे सकेगा.' इससे पहले शेयर किए गए एक विडियो में अक्षय ने कहा था कि 'शहादत देने वाले सुरक्षा बलों के जवानों को सरकार की तरफ से मुआवजा दिया जाता है जो सरकार का फर्ज है. लेकिन हममें से बहुत से ऐसे लोग हैं जो अपनी तरफ से ऐसे जवानों के परिजनों के लिए कुछ करना चाहते हैं लेकिन लोगों को पता ही नहीं होता कि ऐसा करें कैसे, उन जवानों तक पहुंचे कैसे, उनका पता क्या है.'
खिलाड़ी कुमार ने विडियो में कहा कि उनके जैसे पब्लिक फिगर तो ऐसा कर लेते हैं, उन्होंने खुद कई बार शहीदों के परिजनों की मदद की है लेकिन आम लोग चाहकर भी ऐसा नहीं कर पाते. अक्षय ने अपने ट्विटर और फेसबुक अकाउंट से अपना विडियो पोस्ट किया. पोस्ट को ट्विटर पर कई लाइक आए और वीडीयो वायरल हो गया. उनके इस सुझाव पर मंत्रालय ने भी दिलचस्पी ली. वैसे जिस तरह भीड़ अक्षय को देखने नॉर्थ ब्लॉक में उमड़ी उससे साफ़ लगता है कि अक्षय सुरक्षा बलों के भी हीरो हैं. सीआईएसएफ के एक जवान ने कहा, 'अक्षय सच में अच्छा काम कर रहे हैं.'
नॉर्थ ब्लॉक के कर्मचारी भी अक्षय की झलक देखने को बेताब दिखे. केंद्रीय गृह सचिव के दफ़्तर के बाहर भीड़ लग गई. एक लड़की जिसे सुरक्षा कर्मी हटा रहे थे ने कहा, 'मैंने उसकी सारी फ़िल्मे देखी है.' कोई उसके साथ फ़ोटो खींचने आया तो कोई फूल देने. कई लड़कियां अक्षय कुमार से मिलने के लिए नॉर्थ ब्लॉक के बाहर फूल लेकर खड़ी हो गईं. भीड़ को देखते हुए अक्षय कुमार को पिछले दरवाजे से बाहर निकालना पड़ा. भीड़ का जोश देखते हुए सुरक्षा भी कड़ी कर दी गई.
वैसे भीड़ को देखते हुए अंदाज़ा लगा सकते हैं कि सुरक्षा के गलियरों में भी उनके कितने फ़ैन हैं. केंद्रीय गृह सचिव के दफ्तर का स्टाफ़ भी अक्षय के साथ फ़ोटो खिंचाते हुए दिखा. वैसे सुरक्षा गलियारों में जब उनके इतने मुरीद हैं तो उनकी पहल शायद रंग लाएगी.
खिलाड़ी कुमार ने विडियो में कहा कि उनके जैसे पब्लिक फिगर तो ऐसा कर लेते हैं, उन्होंने खुद कई बार शहीदों के परिजनों की मदद की है लेकिन आम लोग चाहकर भी ऐसा नहीं कर पाते. अक्षय ने अपने ट्विटर और फेसबुक अकाउंट से अपना विडियो पोस्ट किया. पोस्ट को ट्विटर पर कई लाइक आए और वीडीयो वायरल हो गया. उनके इस सुझाव पर मंत्रालय ने भी दिलचस्पी ली. वैसे जिस तरह भीड़ अक्षय को देखने नॉर्थ ब्लॉक में उमड़ी उससे साफ़ लगता है कि अक्षय सुरक्षा बलों के भी हीरो हैं. सीआईएसएफ के एक जवान ने कहा, 'अक्षय सच में अच्छा काम कर रहे हैं.'
नॉर्थ ब्लॉक के कर्मचारी भी अक्षय की झलक देखने को बेताब दिखे. केंद्रीय गृह सचिव के दफ़्तर के बाहर भीड़ लग गई. एक लड़की जिसे सुरक्षा कर्मी हटा रहे थे ने कहा, 'मैंने उसकी सारी फ़िल्मे देखी है.' कोई उसके साथ फ़ोटो खींचने आया तो कोई फूल देने. कई लड़कियां अक्षय कुमार से मिलने के लिए नॉर्थ ब्लॉक के बाहर फूल लेकर खड़ी हो गईं. भीड़ को देखते हुए अक्षय कुमार को पिछले दरवाजे से बाहर निकालना पड़ा. भीड़ का जोश देखते हुए सुरक्षा भी कड़ी कर दी गई.
वैसे भीड़ को देखते हुए अंदाज़ा लगा सकते हैं कि सुरक्षा के गलियरों में भी उनके कितने फ़ैन हैं. केंद्रीय गृह सचिव के दफ्तर का स्टाफ़ भी अक्षय के साथ फ़ोटो खिंचाते हुए दिखा. वैसे सुरक्षा गलियारों में जब उनके इतने मुरीद हैं तो उनकी पहल शायद रंग लाएगी.
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