2जी स्पेक्ट्रम घोटाले मामले में ए.राज और कनिमोई समेत सभी आरोपियों को बरी किया
नई दिल्ली:
2जी घोटाले मामले में पटियाला हाउस कोर्ट की सीबीआई विशेष अदालत ने पूर्व दूरसंचार मंत्री ए राजा और डीएमके राज्यसभा सांसद कनिमोई समेत 17 आरोपियों को बरी कर दिया है. अदालत का फैसला सुनते ही कनिमोई रोने लगी. अदालत के फैसले के बाद कपिल सिब्बल ने कहा कि 2जी स्पेक्ट्रम आवंटन पर हमारा 'जीरो लॉस' का दावा सिद्ध हो गया और ये मामला संसद में उठाएंगे. उन्होंने कहा कि आज मेरी बात सिद्घ हो गई है कि कोई करप्शन और कोई घाटा नहीं था. अगर घोटाला है तो झूठ का स्कैम है. विपक्ष और विनोद राय के झूठ का है. विनोद राय को देश के सामने माफी मांगनी चाहिए.
टूजी घोटाला : सीबीआई ने कोर्ट से कहा था, 'झूठे' हैं राजा, मनमोहन सिंह को किया था गुमराह
पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने कहा कि हमारी सरकार पर लगे बड़े घोटाले के आरोप झूठे थे और आज ये साबित हो गया है. आरोपियों के वकील विजय अग्रवाल ने कहा कि सीबीआई आरोप साबित करने में नाकाम रही है इसलिए जज ने सभी को बरी कर दिया. डीएमके नेता दुरमु मुरुगन ने कहा कि विजय अब शुरू हुई है. राजनीतिक उद्देश्यों के चलते हम पर ये मामला डाला गया था. हमारे खिलाफ षड्यंत्र रचा गया लेकिन अब सब खत्म हो गया. अदालत के फैसले के बाद कनिमोई ने कहा कि मैं उन सभी लोगों को धन्यवाद कहना चाहूंगी जो मेरे साथ खड़े रहे.
अदालत के फैसले के बाद डीएमके समर्थकों ने पटियाला हाउस कोर्ट के बाहर उत्साह में दिखे और उनके हाथ में सत्यमेव जयते के बैनर थे. इस मामले में सीबीआई ने कहा कि इसम मामले में हम सीबीआई के फैसले की कॉपी का इंतजार कर रहे हैं. इसके बाद ही कोई फैसला लेंगे.
पहले सीबीआई केस में पूर्व केंद्रीय मंत्री ए राजा के अलावा डीएमके के राज्यसभा सांसद कनिमोई, पूर्व टेलीकॉम सचिव सिद्धार्थ बेहुरा, ए. राजा के तत्कालीन निजी सचिव आरके चंदौलिया, स्वान टेलीकॉम के प्रमोटर शाहिद उस्मान बलवा, विनोद गोयनका, यूनिटेक कंपनी के एमडी संजय चंद्रा, कुशेगांव फ्रूटस एंड वेजिटेबल प्राइवेट लिमिटेड के आसिफ बलवा व राजीव अग्रवाल, कलाईगनार टीवी के निदेशक शरद कुमार और सिनेयुग फिल्म्स के करीम मोरानी के अलावा रिलायंस अनिल धीरूभाई अंबानी ग्रुप के वरिष्ठ अधिकारी गौतम जोशी, सुरेंद्र पिपारा, हरि नैयर आरोपी हैं. इसके अलावा तीन कंपनियों स्वान टेलीकॉम लिमिटेड, रिलायंस टेलीकॉम लिमिटेड और यूनिटेक वायरलेस (तमिलनाडू) को भी आरोपी बनाया गया था.
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अक्टूबर 2011 में कोर्ट ने उनके खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम से लेकर आपराधिक षडयंत्र, धोखाधड़ी, फर्जीवाडा, फर्जी कागजात बनाने, पद का दुरुपयोग, सरकारी दुराचरण आदि के आरोप तय किए थे. अप्रैल 2011 में दाखिल चार्जशीट में सीबीआई ने कहा था कि '2जी स्पेक्ट्रम से जुड़े 122 लाइसेंस गलत तरीके से आवंटित किए गए, जिससे सरकारी खजाने को 30,984 करोड़ रुपये का नुकसान पहुंचा.' सुप्रीम कोर्ट ने फरवरी 2012 में सभी लाइसेंस रद्द कर दिए थे.
सीबीआई ने 154 गवाहों के बयान दर्ज कराए हैं
कोर्ट ने सीबीआई की ओर से 154 गवाहों के बयान दर्ज किए, जिनमें अनिल अंबानी, उनकी पत्नी टीना अंबानी और नीरा राडिया शामिल हैं. ये करीब 4400 पेज के हैं. इन मामलों में छह महीने से लेकर उम्रकैद की सजा तक का प्रावधान है. सीबीआई के दूसरे मामले में एस्सार ग्रुप के प्रमोटर रवि रुइया व अंशुमान रुइया, लूप टेलीकॉम के प्रमोटर किरण खेतान व उनके पति आईपी खेतान और एस्सार ग्रुप के निदेशक विकास श्राफ शामिल हैं. चार्जशीट में लूप टेलीकॉम लिमिटेड, लूप इंडिया मोबाइल लिमिटेड और एस्सार टेली होल्डिंग लिमिटेड कंपनियां भी आरोपी हैं.
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तीसरे मामले में ईडी ने अप्रैल 2014 में ए राजा, कनिमोई, शाहिद बलवा, आसिफ बलवा, राजीव अग्रवाल, विनोद गोयनका, करीम मोरानी और शरद कुमार समेत 19 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी. इसमें ईडी ने डीएमके चीफ करूणानिधि की पत्नी दयालु अम्मल को भी नामजद किया था. आरोप था कि स्वान टेलीकॉम से 200 करोड़ रुपये डीएमक के कलाईगनार टीवी को दिए गए. ईडी ने इस मामले में प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्डरिंग एक्ट ( PMLA) के प्रावधान के तहत मामला दर्ज किया था.
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पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने कहा कि हमारी सरकार पर लगे बड़े घोटाले के आरोप झूठे थे और आज ये साबित हो गया है. आरोपियों के वकील विजय अग्रवाल ने कहा कि सीबीआई आरोप साबित करने में नाकाम रही है इसलिए जज ने सभी को बरी कर दिया. डीएमके नेता दुरमु मुरुगन ने कहा कि विजय अब शुरू हुई है. राजनीतिक उद्देश्यों के चलते हम पर ये मामला डाला गया था. हमारे खिलाफ षड्यंत्र रचा गया लेकिन अब सब खत्म हो गया. अदालत के फैसले के बाद कनिमोई ने कहा कि मैं उन सभी लोगों को धन्यवाद कहना चाहूंगी जो मेरे साथ खड़े रहे.
अदालत के फैसले के बाद डीएमके समर्थकों ने पटियाला हाउस कोर्ट के बाहर उत्साह में दिखे और उनके हाथ में सत्यमेव जयते के बैनर थे. इस मामले में सीबीआई ने कहा कि इसम मामले में हम सीबीआई के फैसले की कॉपी का इंतजार कर रहे हैं. इसके बाद ही कोई फैसला लेंगे.
2-जी घोटाले के सभी अभियुक्तों के नाम...
1. ए राजा
2. सिद्धार्थ बेहुरा
3. आरके चंदोलिया
4. शाहिद उस्मान बलवा
5. विनोद गोयनका
6. मैसर्स स्वान टेलीकॉम (प्राइवेट) लिमिटेड (अब मैसर्स एतिसलात डीबी टेलीकॉम (प्राइवेट) लिमिटेड)
7. संजय चंद्रा
8. मैसर्स यूनीटेक वायरलैस (तमिलनाडु) लिमिटेड
9. गौतम दोषी
10. सुरेंद्र पिपारा
11. हरि नायर
12. मैसर्स रिलायंस टेलीकॉम लिमिटेड
13. आसिफ बलवा
14. राजीव अग्रवाल
15. करीम मोरानी
16. शरद कुमार
17. कनिमोई करुणानिधि
पहले सीबीआई केस में पूर्व केंद्रीय मंत्री ए राजा के अलावा डीएमके के राज्यसभा सांसद कनिमोई, पूर्व टेलीकॉम सचिव सिद्धार्थ बेहुरा, ए. राजा के तत्कालीन निजी सचिव आरके चंदौलिया, स्वान टेलीकॉम के प्रमोटर शाहिद उस्मान बलवा, विनोद गोयनका, यूनिटेक कंपनी के एमडी संजय चंद्रा, कुशेगांव फ्रूटस एंड वेजिटेबल प्राइवेट लिमिटेड के आसिफ बलवा व राजीव अग्रवाल, कलाईगनार टीवी के निदेशक शरद कुमार और सिनेयुग फिल्म्स के करीम मोरानी के अलावा रिलायंस अनिल धीरूभाई अंबानी ग्रुप के वरिष्ठ अधिकारी गौतम जोशी, सुरेंद्र पिपारा, हरि नैयर आरोपी हैं. इसके अलावा तीन कंपनियों स्वान टेलीकॉम लिमिटेड, रिलायंस टेलीकॉम लिमिटेड और यूनिटेक वायरलेस (तमिलनाडू) को भी आरोपी बनाया गया था.
पूर्व ट्राई प्रमुख बैजल ने एनडीटीवी से कहा था, मनमोहन सिंह को 2जी घोटाले के बारे में पता था
अक्टूबर 2011 में कोर्ट ने उनके खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम से लेकर आपराधिक षडयंत्र, धोखाधड़ी, फर्जीवाडा, फर्जी कागजात बनाने, पद का दुरुपयोग, सरकारी दुराचरण आदि के आरोप तय किए थे. अप्रैल 2011 में दाखिल चार्जशीट में सीबीआई ने कहा था कि '2जी स्पेक्ट्रम से जुड़े 122 लाइसेंस गलत तरीके से आवंटित किए गए, जिससे सरकारी खजाने को 30,984 करोड़ रुपये का नुकसान पहुंचा.' सुप्रीम कोर्ट ने फरवरी 2012 में सभी लाइसेंस रद्द कर दिए थे.
सीबीआई ने 154 गवाहों के बयान दर्ज कराए हैं
कोर्ट ने सीबीआई की ओर से 154 गवाहों के बयान दर्ज किए, जिनमें अनिल अंबानी, उनकी पत्नी टीना अंबानी और नीरा राडिया शामिल हैं. ये करीब 4400 पेज के हैं. इन मामलों में छह महीने से लेकर उम्रकैद की सजा तक का प्रावधान है. सीबीआई के दूसरे मामले में एस्सार ग्रुप के प्रमोटर रवि रुइया व अंशुमान रुइया, लूप टेलीकॉम के प्रमोटर किरण खेतान व उनके पति आईपी खेतान और एस्सार ग्रुप के निदेशक विकास श्राफ शामिल हैं. चार्जशीट में लूप टेलीकॉम लिमिटेड, लूप इंडिया मोबाइल लिमिटेड और एस्सार टेली होल्डिंग लिमिटेड कंपनियां भी आरोपी हैं.
VIDEO: पूर्व ट्राई प्रमुख बैजल ने एनडीटीवी से कहा, मनमोहन सिंह को 2जी घोटाले के बारे में पता था
तीसरे मामले में ईडी ने अप्रैल 2014 में ए राजा, कनिमोई, शाहिद बलवा, आसिफ बलवा, राजीव अग्रवाल, विनोद गोयनका, करीम मोरानी और शरद कुमार समेत 19 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी. इसमें ईडी ने डीएमके चीफ करूणानिधि की पत्नी दयालु अम्मल को भी नामजद किया था. आरोप था कि स्वान टेलीकॉम से 200 करोड़ रुपये डीएमक के कलाईगनार टीवी को दिए गए. ईडी ने इस मामले में प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्डरिंग एक्ट ( PMLA) के प्रावधान के तहत मामला दर्ज किया था.
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