नई दिल्ली:
अब एनडीएमसी इलाके को किया गंदा तो बजेगी सीटी. लुटियंस दिल्ली में खुले में टायलेट और गंदगी फैलाने वालों को रोकने को लेकर न्यू दिल्ली म्यूनिशिपल काउंसिल ने एक योजना तैयार की है. इसके तहत इनके इलाके में अलग-अलग जगहों पर फिलहाल 6 मैस्कट तैनात किए गए हैं. 20 और लाने की योजना है. जो लोगों को साफ सफाई का संदेश भी देंगे और गंदगी फैलाने से रोकेंगे भी.
संजय कालोनी की रेलवे ट्रैक के आसपास साफ सफाई का संदेश एनडीएमसी का मैस्कट दे ही रहा था कि शौचालय को लेकर एक सज्जन हाथ में डब्बा लिए दिख गए. फिर पहले सीटी बजी और फिर, उन्हें समझाया गया. पकड़े गए तो कहने लगे पहली बार आया हूं. इमरजेंसी थी. नहीं तो यहां नहीं आते. अब नहीं करेंगे.
ट्रैक पर सिलसिला यहीं थमा नहीं. अबकी बार एक महिला मुन्ने को लेकर आई... तो फिर सिटी बज गई.
एनडीएमसी के स्वच्छ भारत अभियान की कोऑर्डिनेटर डॉ शकुंतला श्रीवास्तव कहती हैं कि फाइन से बात बनती नहीं. लिहाजा ये तरीका ढूंढा है. ताकि लोगों में व्यावहारिक बदलाव आ पाए.
फिलहाल 6 मैस्कट पर एनडीएमसी इलाके में साफ सफाई पर नजर रखने की जिम्मेदारी है. कुछ ही दिनों में 20 और मैस्कट आने वाले हैं. इनकी नजर बाजारों में गंदगी फैलाने वालों पर भी रहती है. गंदगी को लेकर गलती तो कैप्चर नहीं हो पाई पर तस्वीर ने साफ कर दिया कि गलती तो हुई है. राहगीर ने माना कि गलती हुई है. अब नहीं होगी, खयाल रहेगा. साथ ही जो पान मसाला का रैपर फेका था उसको डस्टबिन में भी डाला.
मैस्कट सिर्फ लोगों को ही गलती का एहसास नहीं कराते, कहीं गंदगी दिखती है तो खुद भी साफ सफाई में लग जाते हैं.
संजय कालोनी की रेलवे ट्रैक के आसपास साफ सफाई का संदेश एनडीएमसी का मैस्कट दे ही रहा था कि शौचालय को लेकर एक सज्जन हाथ में डब्बा लिए दिख गए. फिर पहले सीटी बजी और फिर, उन्हें समझाया गया. पकड़े गए तो कहने लगे पहली बार आया हूं. इमरजेंसी थी. नहीं तो यहां नहीं आते. अब नहीं करेंगे.
ट्रैक पर सिलसिला यहीं थमा नहीं. अबकी बार एक महिला मुन्ने को लेकर आई... तो फिर सिटी बज गई.
एनडीएमसी के स्वच्छ भारत अभियान की कोऑर्डिनेटर डॉ शकुंतला श्रीवास्तव कहती हैं कि फाइन से बात बनती नहीं. लिहाजा ये तरीका ढूंढा है. ताकि लोगों में व्यावहारिक बदलाव आ पाए.
फिलहाल 6 मैस्कट पर एनडीएमसी इलाके में साफ सफाई पर नजर रखने की जिम्मेदारी है. कुछ ही दिनों में 20 और मैस्कट आने वाले हैं. इनकी नजर बाजारों में गंदगी फैलाने वालों पर भी रहती है. गंदगी को लेकर गलती तो कैप्चर नहीं हो पाई पर तस्वीर ने साफ कर दिया कि गलती तो हुई है. राहगीर ने माना कि गलती हुई है. अब नहीं होगी, खयाल रहेगा. साथ ही जो पान मसाला का रैपर फेका था उसको डस्टबिन में भी डाला.
मैस्कट सिर्फ लोगों को ही गलती का एहसास नहीं कराते, कहीं गंदगी दिखती है तो खुद भी साफ सफाई में लग जाते हैं.
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