गाजियाबाद के साईं उपवन स्थित मंदिर में युवक-युवती हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. हत्या का मुख्य आरोपी दिल्ली पुलिस का दारोगा है. बीते सोमवार को साईं उपवन स्थित मंदिर में युवक अन्नू चौहान और युवती प्रीति उर्फ गोलू की अज्ञात लोगों ने गोलियों से भूनकर हत्या कर दी थी. जांच पड़ताल के दौरान पुलिस को मालूम हुआ कि अन्नू व प्रीति प्रेमी थे और जल्द ही शादी करने वाले थे. डीआईजी उपेंद्र अग्रवाल ने बताया कि युवती प्रीति के अन्नु चौहान से पहले दिनेश नाम के शख्स के साथ भी अवैध संबंध थे. दरअसल प्रीति दिनेश के भाई की साली थी और इसलिए उसका प्रीति के यहां आना जाना था, लेकिन बाद में प्रीति के संबंध अन्नु से हो गए.
दिनेश दिल्ली पुलिस में दरोगा है और ट्रैफिक पुलिस में तैनात है. प्रीति ने दिनेश से बातचीत बन्द कर दी थी और अपना नम्बर भी बदल लिया था, जिसके कारण दिनेश को यह बात खटकने लगी. इसी को लेकर दिनेश ने दोनों को मौत के घाट उतारने का प्लान किया. 25 मार्च को अपनी ड्यूटी खत्म कर दिनेश अपने साथी पिंटू शर्मा के साथ उसकी स्विफ्ट कार से लड़की के घर गया जहां उसे पता चला कि प्रीति मंदिर गयी है.
दिनेश उससे मिलने मंदिर पंहुचा तो वहां प्रीति का मंगेतर भी था. बस दिनेश दोनों को साथ देखकर आग बबूला हो गया और उसने अपनी सर्विस पिस्टल से दोनों पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दीं. उसने दोनों पर 7 राउंड फायर किए जिनमें 4 गोलियां प्रीति को लगीं और 3 गोलियां सुरेंद्र को लगीं और दोनों ने वहीं दम तोड़ दिया.
वारदात के समय दिनेश का साथी साईं उपवन स्थित मंदिर के बाहर कार लेकर खड़ा था और वारदात को अंजाम देकर दिनेश को कार में बैठा कर भाग गया. पुलिस के लिए ये केस ब्लाइंड था लेकिन पुलिस ने 4 दिन के अंदर ही इस सनसनीखेज वारदात का खुलासा कर हत्यारोपी दारोगा और उनके दोस्त को गिरफ्तार कर लिया.
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