दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इन लोगों ने बैंक में पहले से गिरवी रखी संपत्ति को 10 करोड़ रुपये में बेच और 10 करोड़ की ठगी की. आर्थिक अपराध शाखा के डीसीपी राजीव रंजन के मुताबिक पकड़े गए आरोपियों के नाम ऋषि अरोड़ा, उमेश आजाद और मनोज द्विवेदी हैं. इन लोगों ने सिंडिकेट बैंक के पास पहले से गिरवी रखी संपत्ति को बेचकर 10 करोड़ रुपये की ठगी की.
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दरअसल दो रियल स्टेट कंपनियों वीकेआर कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड और उसकी सहयोगी कंपनी मेसर्स वंदना फार्म्स एंड रिसॉर्ट्स प्रा लिमिटेड की तरफ से श्री कॉलोनाइजर्स एंड डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड और उसके दो निदेशकों के खिलाफ दो अलग-अलग शिकायतें कराई गयीं, जिसमें कहा गया कि इन लोगों ने उन्हें लखनऊ के सुशांत गोल्फ सिटी में एक होटल और रिहायशी इलाके के लिए बड़ी संपत्ति करीब 10 करोड़ रुपये में बेच दी, जबकि इस संपत्ति पर 15 करोड़ रुपये का लोन लेकर सिंडिकेट बैंक में गिरवी रखा गया था. पुलिस ने केस दर्ज कर जांच के बाद आरोपी ऋषि अरोरा, उमेश आजाद और मनोज द्विवेदी को 22 नवंबर को गिरफ्तार कर लिया. तीनों आरोपी लखनऊ के रहने वाले हैं और कॉलोनाइजर हैं.
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