दिल्ली पुलिस ने दिल्ली नगर निगम में काम करने वाले एक डॉक्टर की सड़क दुर्घटना में हुई मौत के मामले में 3 लोगों को गिरफ्तार किया है. लॉकडाउन के दौरान ये तीनों लोग बिना कर्फ्यू पास के घूम रहे थे और अपनी कार से एक बुज़ुर्ग डॉक्टर को टक्कर मार दी थी. पुलिस सीसीटीवी फुटेज के जरिये आरोपियों तक पहुंची. दक्षिणी दिल्ली के डीसीपी अतुल ठाकुर के मुताबिक 13 मार्च को महरौली इलाके की एक एमसीडी डिस्पेंसरी में काम करने वाले डॉक्टर जेपी यादव को मालवीय नगर की रेड लाइट पर किसी अज्ञात वाहन ने टक्कर मार थी दी थी,बाद में मैक्स साकेत अस्पताल में उनकी मौत हो गई,जांच में पता चला कि जेपी यादव ग्रेटर कैलाश इलाके में रहते थे उनकी कार में कुछ खराबी आ गई थी जिससे वो उस दिन साईकल से ही डिस्पेंसरी जा रहे थे.
पुलिस ने दुर्घटना वाली जगह से सीसीटीवी कैमरों की फुटेज के आधार पर एक हरियाणा नम्बर की मारुति स्विफ्ट गाड़ी की पहचान की ,ये गाड़ी रोहतक के सोनू नाम के शख्स के नाम रजिस्टर्ड थी,जब पुलिस ने रोहतक पहुंचकर सोनू से पूछताछ की तो उसने बताया कि उसने अपनी कार अपने दोस्त विकी को दे दी थी जो सोनीपत में रहता है. पुलिस ने विकी से पूछताछ की तो पता चला कि ये कार उसका दोस्त संदीप पाल सिंह चला रहा है जो दिल्ली के मंडावली इलाके में रहता है.
जब पुलिस ने संदीप पाल से पूछताछ की तो पता चला कि घटना वाले दिन वो अपने दो दोस्तों अजय और विजय के साथ वसंत कुंज गया था,जब तीनों वहां से वापस लौट रहे थे तो रास्ते में उनकी कार साईकल सवार से टकरा गई,जांच में पता चला कि इन लोगों के पास कोई पास नहीं था और ये बिना पास के ही लॉकडाउन की धज़्ज़ियां उड़ाते हुए घूम रहे थे.
पूछताछ के बाद पुलिस ने संदीप ,अजय और विजय को गिरफ्तार कर लिया है.
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