
दिल्ली पुलिस ने एक फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया गया है, जो नौकरी की तलाश करने वालों से ठगी करता था. दरअसल 30 जनवरी 2025 को साइबर पुलिस स्टेशन, आउटर जिला को NCRP पोर्टल के जरिए एक ऑनलाइन शिकायत मिली थी. शिकायतकर्ता ने बताया था कि वह ऑनलाइन नौकरी की तलाश कर रहा था और उसने कई प्लेटफार्मों पर अपना रिज्यूमे अपलोड किया था. 25 जनवरी, 2025 को उसे एक मोबाइल नंबर से कॉल आया. जिसमें कॉलर ने खुद को एक नामी बैंक का प्रतिनिधि बताया. कॉलर ने शिकायतकर्ता को एक ऑनलाइन परीक्षा देने को कहा. जब वह परीक्षा पूरी नहीं कर सका, तो कॉलर ने उसे एक वेबसाइट sasindiatrainings.com पर ऑनलाइन कोर्स करने की सलाह दी और एक अन्य मोबाइल नंबर भी दिया.
- फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़
- नौकरी ढूंढने वालों को बना रहा था शिकार
- HR अधिकारी बन भेजते थे नौकरी तलाश रहे लोगों को फिशिंग ईमेल
- कुल 18 आरोपियों की गिरफ्तारी
पीड़ित को दूसरे नंबर से दोबारा कॉल आई और कोर्स के बारे में जानकारी दी गई. कॉलर ने इसे एक वास्तविक नौकरी का अवसर बताते हुए शिकायतकर्ता से ठगी की. बाद में पता चला कि यह एक धोखाधड़ी थी. आरोपियों ने कोर्स या ट्रेनिंग फीस के नाम पर पैसे वसूले और शिकायतकर्ता की बैंक डिटेल्स भी हासिल कर लीं. पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू की.
फ्रॉड को जल्द पकड़ने के लिए साइबर पुलिस स्टेशन की एक विशेष टीम बनाई गई. गहन जांच के दौरान पुलिस टीम ने तकनीकी इनपुट इकट्ठा किए. कॉल डिटेल रिकॉर्ड (CDR), IMEI ट्रैकिंग और संदेहास्पद जीमेल आईडी का विश्लेषण किया गया. इसके आधार पर 7 मार्च, 2025 को जनकपुरी इलाके में छापा मारा गया और गौरव दर्गन व पीयूष मल्होत्रा को गिरफ्तार किया गया.
16 लोगों को किया गिरफ्तार
इसके बाद अन्य संदिग्धों की जानकारी जुटाई गई और कॉल रिकॉर्ड व बैंक डिटेल्स का विश्लेषण किया गया. पूछताछ में आरोपियों ने माता चानन देवी अस्पताल, जनकपुरी के पास चल रहे फर्जी कॉल सेंटर का खुलासा किया. पुलिस ने वहां छापा मारकर 16 और लोगों को गिरफ्तार किया. सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और जब्त सामान को सील कर दिया गया है. पुलिस अब यह जांच कर रही है कि क्या इन आरोपियों का संबंध अन्य धोखाधड़ी मामलों से भी है.
ठगी का तरीका
गिरोह के सदस्य खुद को प्रतिष्ठित कंपनियों के एचआर मैनेजर बताकर ऑनलाइन जॉब पोर्टल्स पर नौकरी खोज रहे लोगों को फंसाते थे. वे रजिस्ट्रेशन फीस और कोर्स चार्ज के नाम पर पैसे वसूलते थे, लेकिन किसी को नौकरी नहीं देते थे.
गिरफ्तार आरोपी के नाम
1. गौरव दर्गन (जनकपुरी, दिल्ली) - उम्र 46 वर्ष
2. पीयूष मल्होत्रा (जनकपुरी, दिल्ली) - उम्र 40 वर्ष
3. ध्रुव शर्मा (सुभाष नगर, दिल्ली) - उम्र 18 वर्ष
4. विवेक सिंह बिष्ट (महावीर एन्क्लेव, दिल्ली) - उम्र 20 वर्ष
5. अभिषेक द्विवेदी (दिल्ली कैंट) - उम्र 22 वर्ष
6. अभिषेक नेगी (पश्चिम विहार, दिल्ली) - उम्र 23 वर्ष
7. राम शाई रेड्डी (उत्तम नगर, दिल्ली) - उम्र 23 वर्ष
8. कमल (किरारी, दिल्ली) - उम्र 22 वर्ष
9. योगेश शर्मा (बिंदापुर, दिल्ली) - उम्र 28 वर्ष
10. रामकरण (गोरखपुर, उत्तर प्रदेश) - उम्र 26 वर्ष
11. आदित्य पाल (पालम, दिल्ली) - उम्र 20 वर्ष
12. रोहित गुप्ता (नरैना, दिल्ली) - उम्र 24 वर्ष
13. ध्रुव दिग्वाल (नांगलोई, दिल्ली) - उम्र 18 वर्ष
14. तुषार (न्यू सागरपुर, दिल्ली) - उम्र 19 वर्ष
15. अनुपम कच्छप (द्वारका, दिल्ली) - उम्र 35 वर्ष
16. योगेश (उत्तम नगर, दिल्ली) - उम्र 24 वर्ष
(2 महिलाएं शामिल)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं