कोलकाता : व्यवसायी भाइयों के घर आधी रात सर्च ऑपरेशन, कार और बॉक्स बेड से 8 करोड़ रुपये जब्त

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि सर्च ऑपरेशन के दौरान जब दोनों भाइयों के फ्लैट में पहुंचे तो उनके बॉक्स बेड में भारी मात्रा में कैश बरामद किया गया.

कोलकाता : व्यवसायी भाइयों के घर आधी रात सर्च ऑपरेशन, कार और बॉक्स बेड से 8 करोड़ रुपये जब्त

अपार्टमेंट के बाहर व्यवसायी की खड़ी एक कार से करीब दो करोड़ रुपये नकदी जब्त की गई.

कोलकाता:

पश्चिम बंगाल के हावड़ा जिले में दो व्यापारियों-भाइयों के अपार्टमेंट और कार से पुलिस ने छापेमारी कर करीब 8 करोड़ रुपये नकद बरामद किए हैं. कोलकाता पुलिस के अनुसार, सर्च ऑपरेशन शनिवार की आधी रात को तब हुआ, जब दो बैंकों ने 14 अक्टूबर को पुलिस को उन दो व्यापारी भाइयों द्वारा भारी मात्रा में नकदी लेनदेन के बारे में सतर्क किया था. उसी बैंक में दोनों भाइयों के अकाउंट थे.

पुलिस ने बताया कि अपार्टमेंट के बाहर व्यवसायी की खड़ी एक कार से करीब दो करोड़ रुपये नकदी जब्त की गई. बतौर पुलिस, दो व्यवसायी भाइयों-शैलेश पांडे और अरविंद पांडे के शिबपुर इलाके में आवासीय परिसर में फ्लैट हैं. छापेमारी के दौरान अरविंद की कार से राशि जब्त की गई. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि सर्च ऑपरेशन के दौरान जब दोनों भाइयों के फ्लैट में पहुंचे तो उनके बॉक्स बेड में भारी मात्रा में कैश बरामद किया गया.

उन्होंने बताया कि हरे स्ट्रीट थाने में मामला दर्ज किया गया है और कोलकाता पुलिस के खुफिया विभाग के बैंक धोखाधड़ी रोधी अनुभाग ने मामले की जांच शुरू कर दी है. अधिकारी ने कहा कि छापेमारी के बाद फ्लैट को सील कर दिया गया है. उन्होंने बताया कि तलाशी अभियान के दौरान परिवार के सदस्य दोनों आवासीय फ्लैट में मौजूद नहीं थे.

शिबपुर थाने के अधिकारियों की सहायता से कोलकाता पुलिस की एक टीम ने राशि जब्त की है. पुलिस टीम या मीडिया का पांडे बंधुओं से अब तक संपर्क नहीं हो सका है. लिहाजा, कोलकाता पुलिस ने दोनों भाइयों के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया है, और उनके दूसरे ठिकाने का पता लगा रही है. पुलिस बैंक खाते से बड़ी रकम निकालने की भी जांच कर रही है.

इस साल जुलाई के बाद से, पश्चिम बंगाल में केंद्रीय या राज्य जांच एजेंसियों द्वारा कई बार बड़ी मात्रा में नकदी जब्ती हुई है.

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रवक्ता समिक भट्टाचार्य ने कहा कि राज्य में आम आदमी के पास पैसा नहीं है, लेकिन लोगों के एक छोटे से वर्ग ने ‘‘सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के समर्थन से गलत तरीके से बड़ी संपत्तियां अर्जित की हैं.'' उन्होंने सवाल किया, ‘‘क्या यही कारण है कि टीएमसी ने 2016 में नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा नोटबंदी का विरोध किया ताकि पश्चिम बंगाल में लोगों के एक वर्ग द्वारा जमा किए गए काले धन का पता न चले?''

पलटवार करते हुए टीएमसी के राज्यसभा सदस्य शांतनु सेन ने कहा, ‘‘इस तरह की जब्ती साबित करती है कि नोटबंदी से काले धन के प्रचलन को रोकने में मदद नहीं मिली. हाल में गुजरात में नोट की जब्ती के बारे में क्या कहेंगे?'' सेन ने यह भी कहा कि जब्ती इस बात का संकेत है कि कोलकाता पुलिस और राज्य पुलिस अवैध रूप से जमा धन की तलाश में हैं. टीएमसी सांसद ने कहा, ‘‘हमें अपने पुलिस बल पर गर्व है.''

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उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा विभिन्न राज्यों में विपक्षी दलों की लोकतांत्रिक रूप से चुनी गई सरकारों को गिराने के लिए राजनीतिक कार्यक्रमों के वित्तपोषण और जनप्रतिनिधियों की खरीद-फरोख्त के लिए पार्टी के करीबी लोगों द्वारा जमा किए गए काले धन का उपयोग कर रही है.