दिल्ली पुलिस ने फर्जी पासपोर्ट और वीजा मुहैया कराकर विदेश भेजने वाले दो एजेंटों को गिरफ्तार किया है. दोनों गुजरात के मेहसाणा के रहने वाले हैं. एक मुहिम के तहत पिछले छह महीने में एयरपोर्ट पुलिस ने इस गोरखधंधे से जुड़े 59 एजेंटों या उनके सरगनाओं को गिरफ्तार किया है. एयरपोर्ट के डीसीपी राजीव रंजन के मुताबिक पकड़े गए आरोपियों के नाम राकेश भाई पटेल और आनंद कुमार दयाभाई लिम्बाचिया हैं.
दरअसल बीते साल आईजीआई एयरपोर्ट से राय अविनाश राजेन्द्र कुमार नाम का शख्स कनाडा जा रहा था. जांच में उसका पासपोर्ट फर्ज़ी पाया गया. पूछताछ में उसने अपना असली नाम प्रशांत कुमार राशिक लाल पटेल बताया. उसने बताया कि उसका फ़र्ज़ी पासपोर्ट बनवाने में भूपेंद्र सिंह, देवेंद्र सिंह, राकेश और नवीन भाई पटेल नाम के एजेंटों ने मदद की. जांच के बाद राकेश को छोड़कर सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया.
इसके बाद 15 अगस्त 2020 से फ़र्ज़ी वीज़ा और पासपोर्ट के गोरखधंधे में लगे लोगों के खिलाफ एक मुहिम शुरू की गई. इस दौरान कुल 47 एजेंट और उनके सरगनाओं को अलग अलग राज्यों से पकड़ा गया,जबकि 2020 में पूरे साल में ऐसे 55 लोगों को पकड़ा गया. जबकि इस साल 12 एजेंट्स या उनके सरगनाओं को पकड़ा गया,इस तरह पिछले 6 महीने में फ़र्ज़ी वीज़ा या पासपोर्ट के गोरखधंधे में लगे 59 लोग पकड़े गए.
आज एक सूचना के बाद पुलिस ने राकेश कुमार के साथ एक और एजेंट आनंद भाई दयाभाई लिम्बाचिया को भी गिरफ्तार कर लिया. पुलिस के मुताबिक आईजीआई एयरपोर्ट पर फ़र्ज़ी पासपोर्ट और वीज़ा को लेकर कई केस दर्ज हैं.
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