दिल्ली पुलिस ने मोबाइल फोन चोरी गैंग का भंडाफोड़ किया है. गैंग ने लॉकडाउन के बाद दिल्ली-एनसीआर से चोरी के 2 करोड़ के फोन खरीदे. चौंकाने वाली बात यह है कि चोरी का एक भी फोन भारत मे एक्टिव नहीं मिला. पकड़े गए लोगों में जियाउद्दीन, मोहम्मद अलीम, अजय, शिव कुमार हैं. दिल्ली कैंट क्षेत्र में हुई दुकान का शटर काटकर मोबाइल चोरी के मामले के बाद गैंग पुलिस के हाथ लग सका है. दक्षिणी पश्चिमी दिल्ली के डीसीपी इंगित प्रताप सिंह के मुताबिक इसी साल 16-17 मई को दिल्ली कैंट एरिया में शोरूम का शटर तोड़कर चोरी हुई और 54 मोबाइल चोरी किये गए. पुलिस ने इस मामले में तारीफ नाम के शख्स को गिरफ्तार किया और 10 मोबाइल बरामद किए.
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तारीफ ने पूछताछ में बताया कि मेवात का गैंग दिल्ली और एनसीआर में मोबाइल शोरूम के शटर तोड़कर मोबाइल चोरी करता है. फिर मेवात में ही मोबाइल रिसीवर गैंग को ये मोबाइल बेच दिया जाता है. मेवात का रहने वाला जियालुद्दीन चोरी के मोबाइल खरीद कर तारीफ के खाते में पैसे डाल देता था. जांच में पता चला कि जियालुद्दीन के बैंक अकॉउंट में फीरोजाबाद का अलीम पैसा डाल रहा है. वहीं, मोहम्मद अलीम के बैंक अकॉउंट में कोलकता और मुम्बई से मार्च 2021 में 30 लाख रुपये डाले गए.
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मेवात का यह गैंग दिल्ली-एनसीआर में मोबाइल शोरूम में चोरी के साथ-साथ राह चलते लोगों से मोबाइल फोन की छिनैती भी कर रहा था. गैंग में जियालुद्दीन चोरी के मोबाइल का बहुत बड़ा रिसीवर है. गैंग द्वारा चोरी किए गए मोबाइल भारत में एक्टिव नहीं है. सभी मोबाइल भारत से बाहर भेजे जा रहे हैं. शिवकुमार दिल्ली में चोरी और छीने हुए मोबाइल अलग-अलग गैंग से खरीदता था. चोरी के मोबाइल फोन जम्मू कश्मीर और बांग्लादेश भेजे जाते थे.
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