
- जयपुर के करणी विहार में एक डॉक्टर को धमकी भरे अंग्रेजी में लिखे पत्र के जरिए 40 लाख रुपये रंगदारी मांगी गई है
- पुलिस ने डॉक्टर की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया है और आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं.
- चौमूं के एक निजी अस्पताल में डॉक्टर को साइबर अपराधियों ने करीब एक घंटे तक डिजिटल अरेस्ट कर लिया.
राजस्थान में बदमाश डॉक्टरों को निशाना बना रहे हैं. जयपुर जिले में दो अलग-अलग वारदातों में दो डॉक्टरों को निशाना बनाया गया है. जयपुर के एक डॉक्टर से लेटर लिखकर 40 लाख रुपये की रंगदारी मांगी गई है, जिसकी शिकायत डॉक्टर ने पुलिस को की है. वहीं दूसरा मामला चौमूं का है, जहां एक डॉक्टर को डिजिटल अरेस्ट कर लिया. हालांकि डॉक्टर की पत्नी ने सूझबूझ दिखाते हुए पुलिस को फोन किया और मौके में पहुंची पुलिस ने डॉक्टर को डिजिटल अरेस्ट के चंगुल से निकाला.
जयपुर के करणी विहार इलाके में एक डॉक्टर को धमकी भरा पत्र मिलने से सनसनी फैल गई. बदमाशों ने डॉक्टर को एक पेज का लेटर लिखकर दो दिनों में 40 लाख रुपए मांगे गए. साथ ही लिखा है कि अगर ज्यादा होशियारी दिखाई तो अच्छा नहीं होगा.
अंग्रेजी में लैटर लिखकर दी धमकी
डॉक्टर को यह लेटर गुरुवार को मिला था, जिसके बाद उन्होंने 100 नंबर पर सूचना दी और करणी विहार थाने में शिकायत दर्ज कराई. इसके बाद पुलिस लेटर भेजने वालों की पहचान के लिए डॉक्टर के घर के आस-पास लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगालने में जुटी है.
बदमाशों ने लेटर अंग्रेजी में लिखा है और उसमें कहा कि आपकी बेटी पर नजर है. पुलिस ने डॉक्टर को अभी तक सुरक्षा नहीं दी है. डॉक्टरों की दो बेटियां हैं, जिनमें से छोटी NEET की तैयारी कर रही है. लेटर मिलने के बाद से डॉक्टर सदमे में है और उनकी बेटी कोचिंग नहीं जा रही है.
बदमाशों ने लैटर में क्या लिखा?
बदमाश ने लेटर में लिखा कि मैं आपका इंतजार कर रहा हूं. आप अपनी बेटी की जिंदगी खतरे में डाल रहे हैं. अगर पुलिस को सूचना दी तो अंजाम के लिए तैयार रहना. ये पहली और आखिरी वार्निंग है.
उधर करनी विहार थानाधिकारी हवा सिंह ने बताया कि शिकायत दर्ज कर ली गई है और बदमाशों की तलाश की जा रही है. पुलिस को अभी लेटर देने वाली जगह पर किसी प्रकार का फ़ुटेज नहीं मिला है. पुलिस ने दावा किया कि आरोपी को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा.
चौमूं में डॉक्टर को किया डिजिटल अरेस्ट
वहीं दूसरा मामला जयपुर के चौमूं का है, जहां पर एक डॉक्टर को साइबर अपराधियों ने वीडियो कॉल के जरिए 'डिजिटल अरेस्ट' कर लिया. यह घटना चौमूं के मोरीजा रोड स्थित एक निजी अस्पताल की है, जहां कार्यरत डॉ. प्रवीण शर्मा को साइबर अपराधियों ने फर्जी वीडियो कॉल के जरिए करीब एक घंटे तक मानसिक रूप से बंधक बना लिया. बताया जा रहा है कि अपराधियों ने खुद को मुंबई पुलिस का एक अधिकारी बताकर डॉक्टर को डरा-धमकाकर वीडियो कॉल पर करीब एक घंटे तक डिजिटल अरेस्ट किया.
इस दौरान साइबर अपराधियों ने डॉक्टर को कमरे का गेट बंद करने के लिए कहा और किसी को भी अंदर आने के लिए मना किया. डॉक्टर ने डर के कारण अपने आप को करीब 1 घंटे तक कमरे में बंद कर लिया.
डॉक्टर की पत्नी ने दिखाई सूझबूझ
डॉक्टर की पत्नी को जब इस बात की भनक लगी तो उन्होंने तुरंत सूझबूझ दिखाते हुए चौमूं पुलिस को सूचना दी. सूचना पर चौमूं एसएचओ प्रदीप शर्मा पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे और डॉक्टर को सुरक्षित बाहर निकाला. वहीं डॉक्टर की पत्नी ने वीडियो कॉल पर ही अपराधियों को जमकर लताड़ लगाई, जिसके बाद अपराधियों ने कॉल काट दी.
चौमूं एसएचओ प्रदीप शर्मा ने लोगों से अपील की है कि यदि इस प्रकार की कोई संदिग्ध कॉल या वीडियो कॉल आए तो बिना देर किए स्थानीय पुलिस को जानकारी दें और किसी भी जानकारी या दस्तावेज को साझा करने से बचें.
फिलहाल पुलिस दोनों मामले की जांच ने जुटी है.
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