लड़के के फोन पर बात करते हुए देख पिता ने बेटी को मार डाला (प्रतीकात्मक चित्र)
- लड़की का कसूर इतना था कि वह फोन पर एक लड़के से बात कर रही थी
- हत्या को आत्महत्या दिखाने के लिए परिजनों ने डाला लड़की के गले में फंदा
- पुलिस की सख्ताई पर बाप ने स्वीकार किया अपराध
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कुशीनगर:
उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले के रामकोला थाना क्षेत्र के एक गांव में दस दिन पूर्व हुई किशोरी की संदिग्ध मौत की रहस्य की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है. किशोरी की मौत फंदे से लटकने से नहीं हुई थी, बल्कि पिता ने प्रेमी के साथ मोबाइल से बात करते देख लेने पर उसकी हत्या करने के बाद उसे फंदे से लटका दिया था. पिता द्वारा जुर्म कबूल कर लेने पर पुलिस ने उसे जेल भेज दिया.
बीते 27 जून की सुबह जनपद के रामकोला थाना पुलिस को सूचना मिली थी कि एक लड़की ने अपने दुपट्टे से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. सूचना पर पहुंची पुलिस को मृतका के परिवारजनों ने बताया कि शांतिभंग की आशंका में जेल से छूटकर आनेवाले अपने कथित प्रेमी के डर से उसने खुदकुशी कर ली.
किशोरी ने बुआनौरंगिया थाना क्षेत्र में एक निजी चिकित्सक के वहां काम करती थी. मौके पर पुलिस के पहुंचने के पूर्व ही किशोरी के घरवाले उसके शव को फंदे से उतार कर जमीन पर रख दिया था. मौके पर ही थानाध्यक्ष अजय कुमार सिंह को किसी ने बताया कि किशोरी का शव लटका नहीं था, बल्कि जमीन से उसका पैर सटा हुआ था.
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सिर के अलावा शरीर के कई हिस्सों पर चोट के निशान पाए गए थे. उसी के आधार पर शक की सुई परिवारजनों की तरफ ले गई. पुख्ता प्रमाण मिलने के बाद पुलिस ने किशोरी के पिता को शुक्रवार की सुबह उठा लिया. पूछताछ में पिता ने बेटी की हत्या किये जाने की बात कबूल ली.
पिता ने पुलिस को बताया कि घटना के दिन उसकी पत्नी, दो बेटी और दोनों बेटों को लेकर खेत में धान की रोपाई करने चली गई थी. किशोरी के चरित्र पर शंका के चलते वह घर में ही छिप गया था. कुछ देर बाद उसकी बेटी अपने प्रेमी से मोबाइल से बात करने लगी. इसी बीच वह सामने आ गया और फोन पर प्रेमी से बात करते देख उसको पीटने लगा. उसके सिर को दीवार से टकराने लगा तो वह अचेत होकर जमीन पर गिर पड़ी. उसके बाद वह होश में नहीं आई. फिर उसने बेटी की लाश को कंधे पर लादा और उसके दुपट्टे का फंदा बनाकर लटका दिया.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
बीते 27 जून की सुबह जनपद के रामकोला थाना पुलिस को सूचना मिली थी कि एक लड़की ने अपने दुपट्टे से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. सूचना पर पहुंची पुलिस को मृतका के परिवारजनों ने बताया कि शांतिभंग की आशंका में जेल से छूटकर आनेवाले अपने कथित प्रेमी के डर से उसने खुदकुशी कर ली.
किशोरी ने बुआनौरंगिया थाना क्षेत्र में एक निजी चिकित्सक के वहां काम करती थी. मौके पर पुलिस के पहुंचने के पूर्व ही किशोरी के घरवाले उसके शव को फंदे से उतार कर जमीन पर रख दिया था. मौके पर ही थानाध्यक्ष अजय कुमार सिंह को किसी ने बताया कि किशोरी का शव लटका नहीं था, बल्कि जमीन से उसका पैर सटा हुआ था.
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सिर के अलावा शरीर के कई हिस्सों पर चोट के निशान पाए गए थे. उसी के आधार पर शक की सुई परिवारजनों की तरफ ले गई. पुख्ता प्रमाण मिलने के बाद पुलिस ने किशोरी के पिता को शुक्रवार की सुबह उठा लिया. पूछताछ में पिता ने बेटी की हत्या किये जाने की बात कबूल ली.
पिता ने पुलिस को बताया कि घटना के दिन उसकी पत्नी, दो बेटी और दोनों बेटों को लेकर खेत में धान की रोपाई करने चली गई थी. किशोरी के चरित्र पर शंका के चलते वह घर में ही छिप गया था. कुछ देर बाद उसकी बेटी अपने प्रेमी से मोबाइल से बात करने लगी. इसी बीच वह सामने आ गया और फोन पर प्रेमी से बात करते देख उसको पीटने लगा. उसके सिर को दीवार से टकराने लगा तो वह अचेत होकर जमीन पर गिर पड़ी. उसके बाद वह होश में नहीं आई. फिर उसने बेटी की लाश को कंधे पर लादा और उसके दुपट्टे का फंदा बनाकर लटका दिया.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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