
- दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने डबल मर्डर केस में फरार आरोपी देव प्रताप सिंह को गिरफ्तार किया है.
- 5 सितंबर को हर्ष विहार थाना इलाके में हुई फायरिंग में सुधीर उर्फ बंटी और राधे प्रजापति की मौत हो गई थी.
- आरोपी देव प्रताप ने पूछताछ में अपने साथियों के साथ मिलकर हत्या की साजिश रचने और फायरिंग करने की बात कबूली है.
दिल्ली पुलिस ने एक अपराधी को दबोचने में कामयाबी हासिल की है. यह आरोपी डबल मर्डर केस में कुछ दिनों से फरार था. आरोपी को पकड़ने में दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की आईएससी यूनिट चाणक्यपुरी ने सफलता हासिल की. आरोपी 22 साल का देव प्रताप सिंह उर्फ देवा है, दिल्ली के मंडोली इलाके का रहने वाला है. पुलिस का कहना है कि इस गिरफ्तारी से दिल्ली में फरार और शातिर अपराधियों के खिलाफ चल रही कार्रवाई को बड़ी सफलता मिली है.
5 सितंबर 2025 को दिल्ली के हर्ष विहार थाना इलाके के प्रताप नगर में जमकर गोलियां चली थीं. इस फायरिंग में सुधीर उर्फ बंटी और राधे प्रजापति गंभीर रूप से घायल हो गए थे. दोनों को जीटीबी अस्पताल ले जाया गया, लेकिन इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई.
पुलिस से बचने के लिए ठिकाना बदल रहा था देवा
इस वारदात में शामिल चेतन्य तोमर उर्फ टाशू, प्रदीप भाटी, पवन भाटी उर्फ डग्गा और प्रमोद को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी . वहीं देव प्रताप उर्फ देवा और सुमित फरार चल रहे थे.
9 सितंबर को पुलिस को पुख्ता सूचना मिली कि फरार चल रहा देव प्रताप उर्फ देवा भोपूरा बॉर्डर (उत्तर प्रदेश) इलाके में छिपा हुआ है. पुलिस ने भोपूरा बॉर्डर के पास से एक कार में से आरोपी को पकड़ा. आरोपी पुलिस की गिरफ्त से बचने के लिए बार-बार ठिकाने बदल रहा था. पुलिस ने कार को भी जब्त कर लिया है.
बंटी और राधे पर अंधाधुंध की गई थी फायरिंग
पुलिस पूछताछ में आरोपी ने माना कि उसने अपने साथियों प्रदीप, प्रमोद, सुमित और चेतन्य के साथ मिलकर राधे और बंटी को मारने की साजिश रची थी. 5 सितंबर की शाम ये लोग दो मोटरसाइकिलों पर आए और पार्किंग में खड़े बंटी और राधे पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी. हत्या का कारण आपसी पुरानी रंजिश और बदला था.
जांच में यह भी सामने आया है कि मृतक सुधीर उर्फ बंटी और आरोपी पवन उर्फ डग्गा के खिलाफ पहले से ही आपराधिक मामले दर्ज थे.
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