Bishnoi Gang Shooters Arrested: दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने राजधानी में एक और बड़ा अपराध होने से पहले ही उसे रोक दिया. स्पेशल सेल ने दो अलग-अलग ऑपरेशन में कुख्यात अर्जू–अनमोल बिश्नोई–हैरी बॉक्सर गैंग से जुड़े 5 शूटरों को गिरफ्तार किया है. ये वही गिरोह है जो पंजाब और हरियाणा में लगातार सुपारी किलिंग, रंगदारी और धमकी भरे फोन के लिए बदनाम है.
पुलिस के मुताबिक, यह पूरा गैंग बैचों में दिल्ली पहुंच रहा था और यहां किसी नए टारगेट पर हमला करने की तैयारी में था.
किन-किन को पकड़ा गया?
गिरफ्त में आए नाम पियूष पिपलानी, अंकुश सोलंकी, कुंवरबीर, लवप्रीत सिंह और संतोख उर्फ कपिल खत्री हैं. ये पांचों लंबे समय से सुपारी किलिंग में सक्रिय हैं और कई मामलों में वांटेड चल रहे थे.
किस-किस मर्डर केस के आरोपी हैं?
पुलिस के मुताबिक इन गिरफ्तारियों से कम से कम तीन हाई-प्रोफ़ाइल हत्याओं के मुख्य शूटर अब जेल की चौखट पर है...
- इंदरप्रीत सिंह पैरी का मर्डर (सेक्टर-26, चंडीगढ़ — 1 दिसंबर 2025). इसमें पियूष पिपलानी और अंकुश सोलंकी दोनों लीड शूटर थे. कुंवरबीर वही कार चला रहा था जिसमें शूटर मौके पर पहुंचे और बाद में फरार हो गए.
- राष्ट्रीय कबड्डी खिलाड़ी सोनू नोल्टा का मर्डर (पिंजौर, पंचकूला — 5 जून 2025). इस केस में भी पियूष और अंकुश शूटर बताए गए हैं.
- अमृतसर के Lion Bar & Restaurant मालिक अशु महाजन की हत्या (सितंबर 2025). इस मामले में संतोख उर्फ कपिल खत्री वांटेड था, जिसे अब पकड़ लिया गया है.
इन केसों में पहले से ही FIR दर्ज हैं और अब इन पांचों को न्यायिक प्रक्रिया के तहत आगे ले जाया जाएगा.
गिरफ्त में आए आरोपियों का पूरा बैकग्राउंड
पियुष पिपलानी (28, पंचकूला)
- दो हाई-प्रोफ़ाइल मर्डर केसों का लीड शूटर
- 2018 से लेकर 2024 तक लगातार हथियार, हमला, पुलिस पर प्रतिरोध जैसे 6 केस दर्ज
अंकुश सोलंकी (23, पंचकूला)
- पैरी और नोल्टा मर्डर में शूटिंग
- कई केस पहले से दर्ज और NBW जारी
कुंवरबीर (30, अमृतसर)
- पैरी मर्डर में बाहर से सपोर्ट और कार उपलब्ध कराना
- पहले से NDPS, 302, दंगे, लूट, आगजनी जैसे केस
ये भी पढ़ें- दिल्ली में प्रदूषण पर स्कूल बंद रहें या खुले? अमीर vs गरीब की दलील पर जानें सुप्रीम कोर्ट ने क्या कहा
लवप्रीत सिंह (26, पंजाब)
- हाल ही में ज़मानत पर बाहर आया और फिर वारदातों की तैयारी में जुड़ गया
- दो गंभीर केस पहले से
संतोख कपिल खत्री (29, तरनतारन)
- अशु महाजन मर्डर में वांटेड
- पंजाब पुलिस की पकड़ से लंबे समय से दूर
दिल्ली कैसे पहुंचे?
स्पेशल सेल को सूचना मिली कि पैरी मर्डर का एक आरोपी हाल में पहाड़गंज में देखा गया था. इसके बाद पुलिस ने डेटा खंगाला, मोबाइल लोकेशन ट्रैक की और टीम ने जाल बिछाया. पहले चरण में रिंग रोड, शांति वन के पास से कुंवरबीर, लवप्रीत और कपिल खत्री को गिरफ्तार कर लिया गया. पूछताछ में खुलासा हुआ कि दो और साथी दिल्ली आ रहे हैं.
दूसरे ऑपरेशन में टीम ने सराय काले खां बस स्टैंड पर निगरानी बढ़ाई और वहीं पहुंचने पर पियूष पिपलानी और अंकुश सोलंकी को धर दबोचा, इससे पहले कि वे बाकी गैंग से जुड़ पाते. गिरफ्त में आए बदमाशों से 4 पिस्टल और भारी कारतूस बरामद हुए हैं.
ये भी पढ़ें- 1,500 करोड़ की बचत... एक्सप्रेस वे पर बिना आपकी कार रोके AI काटेगा टोल, गडकरी ने संसद में बताया कैसे
दिल्ली में करने वाले थे वारदात
शुरूआती पूछताछ में पता चला है कि उन्हें दिल्ली में किसी बड़े टारगेट को शूट करने कहा गया था और यह वही टारगेट हो सकता है जिन्हें रंगदारी व धमकियों के कॉल मिल रहे थे. मतलब साफ है दिल्ली पुलिस ने राजधानी में एक बड़ा खून-खराबा टाल दिया. पुलिस पकड़े गए सभी आरोपियों से पूछताछ कर रही है.
एडिशनल CP, स्पेशल सेल पीएस कुशवाहा के मुताबिक हमने शहर में एक बड़ा अपराध होने से पहले ही रोक दिया है. आगे की जांच जारी है.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं