राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की पुलिस (Delhi Police) ने सोमवार को दावा किया कि उसने 25 चोरों के गिरोह के सरगना "रॉबिन हुड" (Robin hood) को गिरफ्तार किया है. चोरों के इस गिरोह ने अमीरों को लूटा और हाथ आए धन में से कुछ हिस्सा गरीबों में बांट दिया. पुलिस ने कहा कि 27 साल के वसीम अकरम उर्फ लंबू और उसका गिरोह दिल्ली के पॉश इलाकों के बड़े घरों को निशाना बनाता था. यह गिरोह नकदी और आभूषण चुराता था और इसमें से कुछ हिस्सा आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को दे देता था.
दिल्ली पुलिस ने एक बयान में कहा, "इस विशेषता के कारण क्षेत्र में इस गिरोह के कई शुभचिंतक हैं. ये स्रोत उसे पुलिस की गतिविधि के बारे में तत्काल जानकारी दे देते थे ताकि वे भाग सकें."
बयान में कहा गया है कि "कुख्यात फरार हिस्ट्रीशीटर" अक्सर कई राज्यों में अपने ठिकाने बदलता रहता था. डकैती, हत्या के प्रयास और बलात्कार सहित कथित तौर पर उस पर 125 से अधिक आपराधिक मामले हैं.
वसीम अकरम आईएसबीटी कश्मीरी गेट के पास 30 जून 2021 को एसएचओ/कोटला मुबारकपुर और उनकी टीम पर फायरिंग के सनसनीखेज मामले सहित कई अन्य आपराधिक मामलों में वांछित था. पिछले चार महीनों से वसीम अकरम की तलाश में जुटे पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ ने आखिरकार शुक्रवार को उसे पकड़ लिया.
पुलिस के बयान में कहा गया है कि, "(इंस्पेक्टर) शिव कुमार के नेतृत्व में एक टीम बनाई गई और आनंद विहार रेलवे स्टेशन के पास जाल बिछाया गया. वहां से वसीम को पकड़ा गया." बयान में कहा गया है कि, ''गिरफ्तारी के वक्त उसके पास से एक सिंगल शॉट पिस्टल और तीन जिंदा कारतूस बरामद किए गए.''
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