- दिल्ली के करोल बाग की एक ज्वैलरी वर्कशॉप में 27 नवंबर में 5 लोगों ने एक किलो की डकैती की थी
- ये लोग इनकम टैक्स और दिल्ली पुलिस के अधिकारी बनकर घुसे और डरा-धमकाकर सोना लूट लिया था
- पुलिस ने कई शहरों में छापेमारी और 1200 किमी तक चेज के बाद 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है
बॉलीवुड फिल्म 'स्पेशल 26' की तर्ज पर इनकम टैक्स अधिकारी बनकर करोल बाग की ज्वैलरी वर्कशॉप से करीब एक किलो सोना लूटने वालों का पुलिस ने 72 घंटे के अंदर पर्दाफाश कर दिया है. दिल्ली पुलिस ने कई शहरों में छापेमारी और 1200 किलोमीटर तक पीछा करने के बाद गैंग के 5 गुर्गों को गिरफ्तार किया है. इनके कब्जे से चोरी का 435 ग्राम सोना, तीन कारें, करीब 4 लाख रुपये नकद आदि बरामद हुआ है.
टैक्स अफसर बनकर आए, लूट ले गए गोल्ड
ये घटना 27 नवंबर 2025 को हुई थी. करोल बाग की एक ज्वैलरी वर्कशॉप में पांच लोग अचानक धड़धड़ाते हुए घुसे. एक पुलिस की नकली वर्दी में था और बाकी चार इनकम टैक्स अधिकारी बनकर आए थे. इन्होंने टैक्स की रेड का बहाना बनाकर वहां मौजूद सभी लोगों के मोबाइल ले लिए, 1 किलो 1 ग्राम सोना उठाकर ले गए. जाते-जाते DVR भी उखाड़ ले गए ताकि CCTV फुटेज मिल न सके.
250 से ज्यादा CCTV खंगाले, 1200 KM चेज
राजधानी दिल्ली के बीचोंबीच इस तरह से इतनी बड़ी लूट हुई तो पुलिस एक्टिव हुई. सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट के प्रसाद नगर थाने में मामला दर्ज किया गया और तुरंत एक स्पेशल टीम बनाई गई. टीम ने 250 से ज्यादा CCTV कैमरे खंगाले. देव नगर, तिकोना पार्क, BLK अस्पताल, राजेंद्र प्लेस और करोल बाग मेट्रो स्टेशनों के आस-पास भी चेकिंग की. जांच में तीन गाड़ियों ब्रेजा, टोयोटा अर्बन क्रूज़र और स्विफ्ट डिज़ायर का पता चला.
हरियाणा-दिल्ली से आरोपी गिरफ्तार
CCTV में स्विफ्ट का ड्राइवर वही दिखा, जो सोना लूटने के दौरान पुलिस की वर्दी पहनकर गया था. लगातार निगरानी के बाद पुलिस को एक सुराग मिला कि एक आरोपी संदीप रोहतक के सनसिटी इलाके में छिपा है. फिर लगातार पीछा करते हुए पुलिस ने उसे बहादुरगढ़ से पकड़ लिया. संदीप से पूछताछ और उसके मोबाइल ट्रैप के आधार पर बाकी चार आरोपियों को भी रोहतक, हांसी, हिसार और दिल्ली से गिरफ्तार किया गया.

कौन कौन पकड़ा गया
- राकेश शर्मा उर्फ केशा (41) निवासी जींद, हरियाणा
- शमिंदर पाल सिंह उर्फ सनी (43) - पुलिस SI बनकर रेड की थी
- संदीप (30) — खुद को मध्य प्रदेश सरकार में OSD बताता था
- लवप्रीत सिंह उर्फ काका (30) — इनकम टैक्स अधिकारी बना
- परविंदर (42) — सरकारी कर्मचारी, असली मास्टरमाइंड
इस सनसनीखेज घटना में तीन और लोग शामिल थे. पुलिस के मुताबिक, इनके नाम अकरम, सुरेश उर्फ जम्माल और नवीन उर्फ काला हैं. ये फरार हैं. पुलिस इनका पता लगा रही है.
क्या-क्या बरामद हुआ
- चोरी का 435.03 ग्राम सोना
- कुल 3.97 लाख रुपये नकद
- ब्रेज़ा, अर्बन क्रूज़र और स्विफ्ट डिज़ायर कार
- दिल्ली पुलिस के नकली 5 ID कार्ड होल्डर और डोरी
- फर्जी रेड में पहने गए कपड़े
कैसे बना ‘स्पेशल 26' जैसा प्लान
पुलिस पूछताछ में पता चला कि संदीप खुद को मध्यप्रदेश सरकार के पब्लिक रिलेशन विभाग में OSD बताता था. उसका साथी परविंदर सरकारी कर्मचारी है. उसी ने बताया था कि करोल बाग के देव नगर इलाके में सोने का बड़ा काम होता है. परविंदर ने फिल्म स्पेशल 26 की तरह फर्जी रेड का आइडिया दिया. इसके बाद राकेश ने नकली पुलिस और इनकम टैक्स टीम तैयार की. 27 नवंबर को आरोपी तीन कारों में दिल्ली पहुंचे. शमिंदर ने पुलिस की फर्जी वर्दी पहनी और बाकी इनकम टैक्स अधिकारी बनकर दुकान में घुस गए. सोना लूटकर तीनों अलग-अलग रास्तों से भाग गए.
सोने का क्या किया?
- 500 ग्राम सोना परविंदर ले गया
- 500 ग्राम संदीप के पास रहा
- संदीप ने अपने हिस्से में से 428 ग्राम सोना बेच दिया
- 25.5 लाख रुपये राकेश को बांटने के लिए दिए
- बाकी रकम संदीप ने अपने कर्ज चुकाने में लगा दी
पुलिस की जांच अभी जारी है. फर्जी गैंग के बाकी सदस्यों की गिरफ्तारी और बेचे गए बाकी सोने की रिकवरी पर काम कर रही है.
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