10 लाख रुपये की नगदी, 1 करोड़ की कीमत के सोने और हीरे के आभूषणों पर पड़ा था डाका. (प्रतीकात्मक फोटो)
- दक्षिणी दिल्ली में एक व्यापारी के घर पड़ा था डाका
- 10 लाख की नगदी और 1 करोड़ के आभूषण लूटे थे
- 7 लोगों की हुई है गिरफ्तारी
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नई दिल्ली:
दक्षिण दिल्ली में एक व्यापारी के घर से कुछ नगदी और 1 करोड़ रुपये से ज्यादा कीमत के आभूषणों की डकैती के लिए सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है. अपराधियों की पहचान सोनू गुप्ता, मुहम्मद इम्तियाज अली, रमजान अली, सुधीर, आकाश, इस गिरोह सरगना पीड़ित का पूर्व कर्मचारी रुपेश कुमार सिंह और एक वर्तमान कर्मचारी सुधीर के रूप में हुई है. इन अपराधियों को पुलिस की टीमों द्वारा व्यापारी नसीब चंद अग्रवाल के पहले और वर्तमान कर्मचारियों के अभिलेखों की जांच करने के बाद दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार और नेपाल से गिरफ्तार किया गया है. 13 जून को, अग्रवाल ने कथित तौर पर कहा था कि हथियारों से लैस और नकाबपोश सात व्यक्तियों ने नेहरू एन्क्लेव में स्थित उनके घर पर डकैती की थी.
अग्रवाल का कपड़ों के निर्यात से संबंधित कारोबार है और एक इमारत की चौथे माले पर रहते हैं। इसी इमारत के भूतल पर उनका एक शोरूम है. पुलिस उपायुक्त रोमिल बानिया ने कहा, "उन्होंने पुलिस से कहा था कि अपराध के दिन, वह जिम गए हुए थे। जब वह घर वापस आए तो उन्होंने पाया कि उनकी पत्नी और नौकर के साथ बुरा बर्ताव किया गया था." बानिया ने कहा, "हमलावर उनके घर से 10 लाख रुपये की नगदी और 1 करोड़ की कीमत के सोने और हीरे के आभूषणों से भरे 10 से 15 बॉक्सों को ले गए थे."
जांच पड़ताल के दौरान, यह पता चला कि अग्रवाल का एक पूर्व कर्मचारी रुपेश सिंह और उसका दोस्त सुधीर जो अग्रवाल के शोरूम में स्टोर मैनेजर का कार्य करता था, ने इस अपराध को अंजाम दिया था.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
अग्रवाल का कपड़ों के निर्यात से संबंधित कारोबार है और एक इमारत की चौथे माले पर रहते हैं। इसी इमारत के भूतल पर उनका एक शोरूम है. पुलिस उपायुक्त रोमिल बानिया ने कहा, "उन्होंने पुलिस से कहा था कि अपराध के दिन, वह जिम गए हुए थे। जब वह घर वापस आए तो उन्होंने पाया कि उनकी पत्नी और नौकर के साथ बुरा बर्ताव किया गया था." बानिया ने कहा, "हमलावर उनके घर से 10 लाख रुपये की नगदी और 1 करोड़ की कीमत के सोने और हीरे के आभूषणों से भरे 10 से 15 बॉक्सों को ले गए थे."
जांच पड़ताल के दौरान, यह पता चला कि अग्रवाल का एक पूर्व कर्मचारी रुपेश सिंह और उसका दोस्त सुधीर जो अग्रवाल के शोरूम में स्टोर मैनेजर का कार्य करता था, ने इस अपराध को अंजाम दिया था.
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