क्रिकेट में सबसे पहले हज़ार रन बनाने वाले प्रणव धनावड़े
मुंबई:
क्रिकेट की किताबों से निकल कर क्रिकेट के पहले 'हज़ारीलाल' प्रणव धनावड़े ने स्कूल की किताब में भी जगह बना ली है। क्रिकेट की किताब में 329 गेंदों में नाबाद 1009 रन बनाने का रिकॉर्ड प्रणव धनावड़े के नाम पर लिखा गया, मुंबई से सटे कल्याण के यूनियन क्रिकेट एकेडमी ग्राउंज में मुंबई क्रिकेट असोसिएशन के एचटी भंडारी क्रिकेट कप में अपने केसी गांधी स्कूल के लिये ये कीर्तिमान बनाया, उनके स्कूल ने अब सातवीं की शारीरिक शिक्षा की परीक्षा में प्रणव के खेल से जुड़े सवाल को जगह दी है।
नाम के आगे खेल का नाम
सातवीं में कई सारे खिलाड़ियों के नाम के आगे उनके खेल के नाम को लिखने के सवाल में प्रणव भी शामिल हैं। केसी गांधी स्कूल के प्रिंसिपल साईंनाथ ढाकने ने इस मुद्दे पर कहा 'प्रणव को प्रश्नपत्र में लाने का हमारा प्रयास था, ताकि बच्चे उसे देखकर आगे कदम दर कदम बढ़ाएं। जनरल नॉलेज में क्या होता है क्या शुरू है, चूंकि उसने 1009 रनों का रिकॉर्ड बनाया है। सचिन, सुनील गावस्कर की अपनी महानता है, विश्वनाथन आनंद को लोग चेस के जानते हैं, ऐसे ही प्रणव का नाम क्रिकेट में हो जाएगा, बच्चों को मालूम हो जाए प्रणव धनावडे कौन है, इसलिए हमने उसे प्रश्नपत्र में लिया है।'
प्रणव केसी गांधी स्कूल में दसवीं के छात्र है, उनपर संबंधित सवाल उनके लिए आश्चर्य से कम नहीं था। प्रणव ने कहा 'मुझे मालूम नहीं था, अभी पता चला है 7वीं के प्रश्नपत्र में आए था। छात्रों को प्रोत्साहन मिले, वह भी पढ़ाई और खेल दोनों में बराबर मेहनत करें।' महाराष्ट्र सरकार ने प्रणव की स्कूली पढ़ाई मुफ्त कर दी है, अगले 5 सालों तक हर महीने उसे मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन की तरफ से 10000 रुपये की स्कॉलरशिप दे रहा है। अब वो स्कूली पाठ में भी हैं, ये सब उस खेल की बदौलत जिसके लिए आगे भी इस नन्हें सितारे को कड़ी मेहनत करनी होगी।
नाम के आगे खेल का नाम
सातवीं में कई सारे खिलाड़ियों के नाम के आगे उनके खेल के नाम को लिखने के सवाल में प्रणव भी शामिल हैं। केसी गांधी स्कूल के प्रिंसिपल साईंनाथ ढाकने ने इस मुद्दे पर कहा 'प्रणव को प्रश्नपत्र में लाने का हमारा प्रयास था, ताकि बच्चे उसे देखकर आगे कदम दर कदम बढ़ाएं। जनरल नॉलेज में क्या होता है क्या शुरू है, चूंकि उसने 1009 रनों का रिकॉर्ड बनाया है। सचिन, सुनील गावस्कर की अपनी महानता है, विश्वनाथन आनंद को लोग चेस के जानते हैं, ऐसे ही प्रणव का नाम क्रिकेट में हो जाएगा, बच्चों को मालूम हो जाए प्रणव धनावडे कौन है, इसलिए हमने उसे प्रश्नपत्र में लिया है।'
प्रणव केसी गांधी स्कूल में दसवीं के छात्र है, उनपर संबंधित सवाल उनके लिए आश्चर्य से कम नहीं था। प्रणव ने कहा 'मुझे मालूम नहीं था, अभी पता चला है 7वीं के प्रश्नपत्र में आए था। छात्रों को प्रोत्साहन मिले, वह भी पढ़ाई और खेल दोनों में बराबर मेहनत करें।' महाराष्ट्र सरकार ने प्रणव की स्कूली पढ़ाई मुफ्त कर दी है, अगले 5 सालों तक हर महीने उसे मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन की तरफ से 10000 रुपये की स्कॉलरशिप दे रहा है। अब वो स्कूली पाठ में भी हैं, ये सब उस खेल की बदौलत जिसके लिए आगे भी इस नन्हें सितारे को कड़ी मेहनत करनी होगी।
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