शिखर धवन का बल्ला टेस्ट में उम्मीद के मुताबिक नहीं चल पा रहा है (फाइल फोटो)
नई दिल्ली: टीम इंडिया कैरिबियन जमीन पर है और नए सीजन में अपने पहले इम्तिहान के लिए तैयार है। वेस्टइंडीज़ में 4 टेस्ट की सीरीज़ घरेलू जमीन पर होने वाले मैचों के लिए टीम की रूपरेखा तैयार करेगी। टेस्ट टीम में कई जगह ऐसी हैं, जिनमें खिलाड़ियों की जगह पक्की नहीं मानी जा सकती। ऐसे में विंडीज़ में इन खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर सबकी निगाहें होंगी...
शिखर धवन
धवन का बल्ला अगर इस दौरे पर नहीं बोला तो उनकी लिए खतरे की घंटी बज सकती है। टेस्ट में धवन का प्रदर्शन प्रभावित नहीं कर रहा है। धवन द.अफ्रीका के खिलाफ सीरीज में अच्छी शुरुआत को बड़े स्कोर में तब्दील नहीं कर पाए थे। धवन को ध्यान रखना चाहिए कि लोकेश राहुल इस दौरे पर ही रिजर्व ओपनर के तौर पर 16 सदस्यीय टीम में शामिल हैं और वह विराट की पसंद भी हैं।
रिद्धिमान साहा
रिद्धिमान साहा को पता है कि टीम में जगह पक्की करनी है तो अच्छी विकेटकीपिंग के साथ-साथ अच्छी बल्लेबाजी भी करनी होगी। 11 टेस्ट मैचों में करीब 22 का औसत साहा के लिए चिंता की बात है। हालांकि वह इस बात राहत ज़रूर महसूस कर सकते हैं कि कप्तान विराट उन्हें टेस्ट में पहली पसंद मानते हैं। साहा पहले से दूसरा न हो जाएं इसके लिए उन्हें विंडीज़ में हल्ला बोलना ही होगा।
मोहम्मद शमी
कप्तान कोहली ने चोट से वापसी कर रहे मोहम्मद शमी को अपनी नंबर वन पसंद बताकर उन पर दबाव बढ़ा दिया है। शमी की गेंदबाज़ी पर कोई सवाल नहीं है लेकिन लंबे समय के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी कर रहे शमी को उम्मीदों पर खरा उतरना होगा। उन्हें यह भी ख्याल रखना होगा कि कहीं वो दोबारा चोटिल न हो जाएं... शमी के नाम 12 टेस्ट मैचों में 47 विकेट हैं।
रवींद्र जडेजा
जडेजा को टीम के साथ अब काफी वक्त हो गया है। सपोर्ट गेंदबाज़ की भूमिका में तो वह फिट बैठते हैं, लेकिन नए कोच अनिल कुंबले ने उन्हें बल्ले से भी उपयोगी होने को कहा है। जडेजा बहुत नीचे बल्लेबाज़ी करते हैं, लेकिन अगर विंडीज़ दौरे पर वह मौके पर चौका नहीं लगा सके तो उनके ऑलराउंडर के तौर पर टीम में शामिल होने पर सवाल ज़रूर उठेंगे।
विंडीज़ में 4 टेस्ट के बाद टीम इंडिया को 13 टेस्ट घरेलू ज़मीन पर खेलने हैं, जहां राह इतनी मुश्किल नहीं होगी... ऐसे में जो विंडीज के इम्तिहान में पास हो गया उसके लिए आगे की राह आसान ज़रूर रहेगी...