ICC CT : चैंपियंस ट्रॉफी के साथ टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली (फोटो : AFP)
नई दिल्ली:
चैंपियंस ट्रॉफी में खिताब बचाने के लिए इंग्लैंड में खास तैयारी कर रही टीम इंडिया के पक्ष में कई बातें दिख रही हैं. भले ही देश में कोच अनिल कुंबले और कप्तान विराट कोहली के बीच अनबन की खबरे हों, लेकिन मैदान पर और प्रैक्टिस के समय ऐसा कुछ भी नहीं दिख रहा, बल्कि दोनों मिलकर टीम को खिताबी जीत की ओर ले जाने की भरसक कोशिश कर रहे हैं. इसमें विराट कोहली को पूर्व कप्तान एमएस धोनी का भी सहयोग मिल रहा है. ऐसे में लग रहा है कि भारतीय टीम एक फिर चैंपियंस ट्रॉफी में परचम लहराएगी. इस बीच कप्तान कोहली खासे खुश भी नजर आ रहे हैं और उन्होंने इसे सबके सामने जाहिर भी किया और इसका कारण भी बताया...
डेढ़ महीने तक टी-20 फॉर्मेट का क्रिकेट खेलने के बाद टीम इंडिया को सीधे 50 ओवर के फॉर्मेट में ढलना है. कई एक्सपर्ट कह रहे थे कि आईपीएल में खेलने के बाद खिलाड़ियों खासतौर से बल्लेबाजों को इंग्लैंड में दिक्कत पेश आ सकती है, क्योंकि उन्होंने लंबे समय से वनडे नहीं खेले हैं और इससे टीम के प्रदर्शन पर असर पड़ सकता है. इन सबके बीच टीम इंडिया ने आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के दोनों अभ्यास मैचों में जिस तरह का खेल दिखाया है, उससे इस तरह की बातें गलत साबित होती दिख रही हैं. टीम के प्रदर्शन से संतुष्ट कप्तान विराट कोहली ने दूसरे अभ्यास मैच में बांग्लादेश को 240 रन से रौंदने के बाद टीम की तैयारी पर खुशी जताई और उसे इन शब्दों में बयां किया...
विराट कोहली ने बांग्लादेश को रौंदने के बाद कहा, ‘दोनों मैचों में हमें वह मिला जो हम चाहते थे. बल्लेबाजों ने रन बनाए, गेंदबाज भी असाधारण थे. जब बादल छा जाते हैं तो बल्लेबाजों को मुश्किल होती है.’
टीम के प्रदर्शन से गदगद विराट कोहली ने साथियों की जमकर सराहना की और टीम के गेंदबाजी और बल्लेबाजी से बेहद संतुष्ट दिखे. आईसीसी के किसी भी टूर्नामेंट में पहली बार कप्तानी संभाल रहे विराट कोहली के भला इससे बड़ी बात और क्या हो सकती है.
कोहली ने कहा, ‘हम हार्दिक और केदार (जाधव) का समर्थन कर रहे हैं कि निचले क्रम में वे हमारे लिए काम करेंगे. दिनेश असाधारण खिलाड़ी है, हम उसे अधिक मौके देना चाहते हैं. इन मैचों में हम सभी पक्षों में सफल रहे.’
गौरतलब है कि टीम इंडिया विराट कोहली की कप्तानी में एक यूनिट की तरह खेल रही है. सीनियर खिलाड़ियों का भी उनको भरपूर सहयोग मिल रहा है. खासतौर से एमएस धोनी के अनुभव का टीम को बेहद लाभ होगा. पहले अभ्यास मैच में धोनी कई बार विराट को सलाह देते नजर आए और टीम को उसका फायदा भी मिला. किसी पूर्व कप्तान के सहयोगपूर्ण रवैए से नए कप्तान का काम काफी आसान हो जाता है.
भारत ने पहले अभ्यास मैच में न्यूजीलैंड को डकवर्थ लुईस पद्धति के तहत 45 रन से हराया था, जबकि दूसरे मैच में बांग्लादेश को बुरी तरह हराया. खास बात यह कि टीम इंडिया की कमजोर कड़ी मानी जाने वाली गेंदबाजी यूनिट ने गजब का नियंत्रण दिखाया. स्विंग के उस्ताद भुवनेश्वर कुमार और चोट के बाद लौटे मोहम्मद शमी ने गेंदबाजी को नई धार दी है और फिर यॉर्कर किंग जसप्रीत बुमराह तो हैं ही. ऐसे में विराट कोहली का चहकना जाहिर है...
डेढ़ महीने तक टी-20 फॉर्मेट का क्रिकेट खेलने के बाद टीम इंडिया को सीधे 50 ओवर के फॉर्मेट में ढलना है. कई एक्सपर्ट कह रहे थे कि आईपीएल में खेलने के बाद खिलाड़ियों खासतौर से बल्लेबाजों को इंग्लैंड में दिक्कत पेश आ सकती है, क्योंकि उन्होंने लंबे समय से वनडे नहीं खेले हैं और इससे टीम के प्रदर्शन पर असर पड़ सकता है. इन सबके बीच टीम इंडिया ने आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के दोनों अभ्यास मैचों में जिस तरह का खेल दिखाया है, उससे इस तरह की बातें गलत साबित होती दिख रही हैं. टीम के प्रदर्शन से संतुष्ट कप्तान विराट कोहली ने दूसरे अभ्यास मैच में बांग्लादेश को 240 रन से रौंदने के बाद टीम की तैयारी पर खुशी जताई और उसे इन शब्दों में बयां किया...
विराट कोहली ने बांग्लादेश को रौंदने के बाद कहा, ‘दोनों मैचों में हमें वह मिला जो हम चाहते थे. बल्लेबाजों ने रन बनाए, गेंदबाज भी असाधारण थे. जब बादल छा जाते हैं तो बल्लेबाजों को मुश्किल होती है.’
टीम के प्रदर्शन से गदगद विराट कोहली ने साथियों की जमकर सराहना की और टीम के गेंदबाजी और बल्लेबाजी से बेहद संतुष्ट दिखे. आईसीसी के किसी भी टूर्नामेंट में पहली बार कप्तानी संभाल रहे विराट कोहली के भला इससे बड़ी बात और क्या हो सकती है.
कोहली ने कहा, ‘हम हार्दिक और केदार (जाधव) का समर्थन कर रहे हैं कि निचले क्रम में वे हमारे लिए काम करेंगे. दिनेश असाधारण खिलाड़ी है, हम उसे अधिक मौके देना चाहते हैं. इन मैचों में हम सभी पक्षों में सफल रहे.’
कप्तान विराट कोहली और कोच अनिल कुंबले के बीच नाराजगी की खबरें हैं (फोटो: AFP)
गौरतलब है कि टीम इंडिया विराट कोहली की कप्तानी में एक यूनिट की तरह खेल रही है. सीनियर खिलाड़ियों का भी उनको भरपूर सहयोग मिल रहा है. खासतौर से एमएस धोनी के अनुभव का टीम को बेहद लाभ होगा. पहले अभ्यास मैच में धोनी कई बार विराट को सलाह देते नजर आए और टीम को उसका फायदा भी मिला. किसी पूर्व कप्तान के सहयोगपूर्ण रवैए से नए कप्तान का काम काफी आसान हो जाता है.
भारत ने पहले अभ्यास मैच में न्यूजीलैंड को डकवर्थ लुईस पद्धति के तहत 45 रन से हराया था, जबकि दूसरे मैच में बांग्लादेश को बुरी तरह हराया. खास बात यह कि टीम इंडिया की कमजोर कड़ी मानी जाने वाली गेंदबाजी यूनिट ने गजब का नियंत्रण दिखाया. स्विंग के उस्ताद भुवनेश्वर कुमार और चोट के बाद लौटे मोहम्मद शमी ने गेंदबाजी को नई धार दी है और फिर यॉर्कर किंग जसप्रीत बुमराह तो हैं ही. ऐसे में विराट कोहली का चहकना जाहिर है...
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