
जय शाह अगले आईसीसी (अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद) चेयरमैन के रूप में चुन जाएंगे, इसको लेकर आंकड़े उनके पक्ष में जरूर हैं, लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि वह विश्व संचालन संस्था में शामिल होने का फैसला करेंगे या नहीं. अगर जय शाह आईसीसी के चेयरमैन चुने जाते हैं तो उनके बाद भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) का सचिव कौन होगा, इसको लेकर सवाल है. माना जा रहा है कि शाह को आईसीसी बोर्ड के 16 में से 15 सदस्यों का समर्थन प्राप्त है लेकिन वह इस पद पर आना चाहते हैं या नहीं, इसे तय करने के लिए उनके पास 96 घंटे से भी कम समय है. वहीं उनके पास बीसीसीआई सचिव के रूप में लगातार दूसरे कार्यकाल में अभी एक साल बाकी है. नया आईसीसी चेयरमैन एक दिसंबर को कार्यभार संभालेगा और नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 27 अगस्त है.
सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड में वापसी के लिए अनिवार्य तीन साल का 'कूलिंग ऑफ पीरियड' शाह के लिए अक्टूबर 2025 में अपना कार्यकाल पूरा होने के बाद शुरू होगा. लेकिन इस बात पर बड़ा सवालिया निशान है कि बीसीसीआई में शाह की जगह कौन लेगा क्योंकि उन्होंने और उनके करीबी लोगों ने अभी तक तत्काल योजनाओं का खुलासा नहीं किया है.
एक नजर उन पर जो ले सकते हैं जय शाह की जगह
राजीव शुक्ला : ऐसी संभावना है कि बीसीसीआई पदों में फेरबदल करे और मौजूदा उपाध्यक्ष और राज्यसभा में कांग्रेस के सांसद शुक्ला को एक साल के लिए यह काम करने के लिए कहे. शुक्ला को निश्चित रूप से सचिव बनने में कोई आपत्ति नहीं होगी. यह जानते हुए कि बीसीसीआई का उपाध्यक्ष एक रबर स्टैंप होता है.
आशीष शेलार : इसके बाद महाराष्ट्र बीजेपी के कद्दावर नेता शेलार हैं, जो बीसीसीआई के कोषाध्यक्ष हैं और एमसीए प्रशासन में बड़ा नाम हैं. हालांकि, शेलार एक कुशल राजनीतिज्ञ हैं और बीसीसीआई सचिव पद एक समय लेने वाला काम है, लेकिन, एक प्रभावशाली नाम होने के कारण, वह इसमें शामिल हो सकते हैं.
अरुण धूमल: आईपीएल चेयरमैन के पास बोर्ड चलाने के लिए अपेक्षित अनुभव है. वह कोषाध्यक्ष रह चुके हैं और अब कैश-रिच लीग के प्रमुख हैं. धूमल और शुक्ला के पद की अदला-बदली सबसे आसान तरीका हो सकता है लेकिन अक्सर बीसीसीआई ऐसे नाम सामने ला देता है जिनकी कोई कल्पना भी नहीं कर सकता.
संयुक्त सचिव देवजीत सैकिया : वह हालांकि लोकप्रिय नाम नहीं हैं, लेकिन मौजूदा बीसीसीआई प्रशासन में एक महत्वपूर्ण कड़ी हैं जिन्हें भी पदोन्नत किया जा सकता है.
युवा प्रशासकों में डीडीसीए अध्यक्ष रोहन जेटली या सीएबी के पूर्व अध्यक्ष अविषेक डालमिया हैं, जिनके नाम पर चर्चा हो सकती है. राज्य इकाई के अन्य युवा अधिकारियों में पंजाब के दिलशेर खन्ना, गोवा के विपुल फड़के और छत्तीसगढ़ के प्रभतेज भाटिया शामिल हैं, जो आईपीएल गवर्निंग काउंसिल के पूर्व सदस्य हैं.
वहीं बीसीसीआई के एक पूर्व सचिव ने यह सवाल पूछे जाने पर कि क्या ऐसी संभावना है कि किसी बिल्कुल नए चेहरे को शीर्ष पद मिल जाए? इसका जवाब देते हुए कहा,"जाहिर है, ऐसा हो सकता है क्योंकि कोई सख्त नियम नहीं हैं. लेकिन अगर आप बीसीसीआई की शक्ति संरचना को देखें, तो अध्यक्ष, सचिव और कोषाध्यक्ष तीन प्रमुख पद हैं."
उन्होंने आगे कहा,"ऐसे लोग हैं जो सिस्टम में हैं और कोई बस आकर उन्हें दरकिनार कर दे, ऐसा आम तौर पर नहीं होता है. लेकिन पहले, क्या जय आईसीसी में जाने के लिए तैयार है? भले ही वह अभी नहीं जाता है, वह कभी भी जा सकता है."
यह भी पढ़ें: NZ vs SL: 23 साल में पहली बार, पांच नहीं बल्कि छह दिन को होगा टेस्ट, इस वजह से लिया गया फैसला
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं