स्टुअर्ट बिन्नी ने हरफनमौला की हैसियत से 6 टेस्ट, 14 वनडे और तीन T20 मैच खेले हैं (फाइल फोटो)
वनडे में टीम इंडिया की ओर से सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी विश्लेषण किस खिलाड़ी के नाम पर है? ज्यादातर क्रिकेटप्रेमी इस प्रश्न का जवाब शायद अनिल कुंबले, आशीष नेहरा, अमित मिश्रा, मुरली कार्तिक, अजीत आगरकर या एस. श्रीसंत के रूप में देंगे. लेकिन यह सारे जवाब गलत हैं, बेशक ये सभी गेंदबाज वनडे क्रिकेट में छह विकेट लेने का कारनामा अपने नाम कर चुके हैं, लेकिन वनडे में सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी विश्लेषण (भारत की ओर से) का रिकॉर्ड इन सभी गेंदबाजों की तुलना में बेहद गुमनाम से स्टुअर्ट बिन्नी के नाम पर हैं. स्टुअर्ट बिन्नी ने 17 जून 2014 को बांग्लादेश के खिलाफ मीरपुर में हुए मैच में मात्र चार रन देकर 6 विकेट....जी हां केवल 4 रन देकर 6 विकेट हासिल किए थे. टीम इंडिया की ओर से यह वनडे का अब तक का सर्वश्रेष्ठ विश्लेषण है. इस मामले में स्टुअर्ट के बाद टीम इंडिया के मौजूदा कोच और पूर्व लेग स्पिनर अनिल कुंबले दूसरे स्थान पर हैं. 'जंबो' के नाम से लोकप्रिय कुंबले ने वेस्टइंडीज के खिलाफ कोलकाता में (वर्ष 1993) में 12 रन देकर छह विकेट हासिल किए थे.
अब बात स्टुअर्ट बिन्नी की. बांग्लादेश के खिलाफ मीरपुर में स्टुअर्ट की करिश्माई गेंदबाजी का आलम यह था कि उन्होंने महज 4.4ओवर में दो मेडेन रखते हुए चार रन देकर छह विकेट ले डाले थे. बांग्लादेश के बल्लेबाज मो. मिथुन, मुशफिकुर रहीम, मेहमूदुल्ला, नासिर हुसैन, मशरफे मुर्तजा और अल अमीन हुसैन उनके शिकार बने थे. खास बात यह है कि इस जादुई प्रदर्शन के बावजूद पूर्व क्रिकेटर रोजर बिन्नी के बेटे स्टुअर्ट बिन्नी का करियर अब तक बहुत लंबा नहीं रहा है. 1983 की वर्ल्डकप विजेता भारतीय टीम के सदस्य रोजर बिन्नी की तरह स्टुअर्ट भी ऑलराउंडर की हैसियत से खेलते हैं. 32 साल के स्टुअर्ट ने अब तक 6 टेस्ट, 14 वनडे और टी20 मैचों में टीम इंडिया का प्रतिनिधित्व किया है. टेस्ट में तीन, वनडे में 20 और टी20 में एक विकेट उनके नाम पर है. बेशक निचले क्रम के अच्छे बल्लेबाजों में शुमार स्टुअर्ट टेस्ट और वनडे में एक-एक अर्धशतक जमा चुके हैं, लेकिन गेंदबाज के रूप में उनकी छवि मददगार परिस्थितियों में ही अच्छा प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी की है. स्टुअर्ट मूलत: स्विंग बॉलर हैं लेकिन गति ज्यादा नहीं होने के कारण कई बार वे कारगर साबित नहीं हो पाते. यही नहीं, अपनी गेंदबाजी के कारण कुछेक मौकों पर उन्हें सोशल मीडिया पर भी निशाना बनाया जा चुका है.
इस मामले में सबसे ताजा उदाहरण अमेरिका के लाडरहिल में पिछले साल अगस्त में वेस्टइंडीज के खिलाफ हुई दो मैचों की सीरीज का है. सीरीज के पहले मैच को बिन्नी लंबे अरसे तक नहीं भूल पाएंगे. मैच में उन्हें हरफनमौला की हैसियत से उतारा गया था, लेकिन वे एक ही ओवर फेंक पाए. इसी ओवर में इंडीज टीम के लेविस ने पांच छक्के जमा डाले थे. बेहद महंगे साबित हुए इस ओवर में एक वाइड सहित 32 रन बने. गनीमत केवल यह रही कि टी-20 मैच के एक ओवर की सभी छह गेंदों पर छक्के के रिकॉर्ड की बराबरी लेविस नहीं कर पाए थे.
सोशल मीडिया पर शुरू हो गई थी आलोचना
बस फिर क्या था, सोशल मीडिया पर स्टुअर्ट की आलोचनाओं का दौर शुरू हो गया था. कुछ लोगों ने तो यह तक कह डाला कि रोजर बिन्नी का पुत्र होने के कारण स्टुअर्ट बिन्नी को टीम इंडिया में स्थान मिलता है. कुछ क्रिकेटप्रेमियों ने तो आलोचना करते हुए स्टुअर्ट की पत्नी मयंती लैंगर को भी निशाने पर ले लिया. एक आलोचक ने कहा, स्टुअर्ट बिन्नी ने लाइफ में एक ही अचीवमेंट हासिल किया है कि उनकी वाइफ मयंती हैं. एक अन्य ने कमेंट किया कि दुनिया की मिस्ट्री कभी सॉल्व नहीं हो सकती जिसमें से एक है स्टुअर्ट बिन्नी का सिलेक्शन टीम में कैसे होता है. हालांकि स्टुअर्ट को राहत देते हुए एक पॉजिटिव कमेंट में लिखा गया कि युवराज सिंह ने अपनी गेंदबाजी पर 5 छक्के खाने के बाद 6 छक्के लगाए थे, स्टुअर्ट बिन्नी भी कुछ ऐसा ही सोच सकते हैं !
पहले भी फैंस के निशाने पर आ चुके हैं बिन्नी
11 अक्टूबर, 2015 को कानपुर के ग्रीनपार्क में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेले गए पहले वनडे में टीम इंडिया को 5 रन से हार झेलनी पड़ी थी. इस मैच में भी बिन्नी फ्लॉप रहे थे. 50वें ओवर में धोनी के आउट होते ही दो बॉल बाद गैर जिम्मेदाराना शॉट खेलकर बिन्नी भी आउट हो गए थे. इसके बाद फैन्स का गुस्सा बिन्नी पर फूट पड़ा था.
अब बात स्टुअर्ट बिन्नी की. बांग्लादेश के खिलाफ मीरपुर में स्टुअर्ट की करिश्माई गेंदबाजी का आलम यह था कि उन्होंने महज 4.4ओवर में दो मेडेन रखते हुए चार रन देकर छह विकेट ले डाले थे. बांग्लादेश के बल्लेबाज मो. मिथुन, मुशफिकुर रहीम, मेहमूदुल्ला, नासिर हुसैन, मशरफे मुर्तजा और अल अमीन हुसैन उनके शिकार बने थे. खास बात यह है कि इस जादुई प्रदर्शन के बावजूद पूर्व क्रिकेटर रोजर बिन्नी के बेटे स्टुअर्ट बिन्नी का करियर अब तक बहुत लंबा नहीं रहा है. 1983 की वर्ल्डकप विजेता भारतीय टीम के सदस्य रोजर बिन्नी की तरह स्टुअर्ट भी ऑलराउंडर की हैसियत से खेलते हैं. 32 साल के स्टुअर्ट ने अब तक 6 टेस्ट, 14 वनडे और टी20 मैचों में टीम इंडिया का प्रतिनिधित्व किया है. टेस्ट में तीन, वनडे में 20 और टी20 में एक विकेट उनके नाम पर है. बेशक निचले क्रम के अच्छे बल्लेबाजों में शुमार स्टुअर्ट टेस्ट और वनडे में एक-एक अर्धशतक जमा चुके हैं, लेकिन गेंदबाज के रूप में उनकी छवि मददगार परिस्थितियों में ही अच्छा प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी की है. स्टुअर्ट मूलत: स्विंग बॉलर हैं लेकिन गति ज्यादा नहीं होने के कारण कई बार वे कारगर साबित नहीं हो पाते. यही नहीं, अपनी गेंदबाजी के कारण कुछेक मौकों पर उन्हें सोशल मीडिया पर भी निशाना बनाया जा चुका है.
इस मामले में सबसे ताजा उदाहरण अमेरिका के लाडरहिल में पिछले साल अगस्त में वेस्टइंडीज के खिलाफ हुई दो मैचों की सीरीज का है. सीरीज के पहले मैच को बिन्नी लंबे अरसे तक नहीं भूल पाएंगे. मैच में उन्हें हरफनमौला की हैसियत से उतारा गया था, लेकिन वे एक ही ओवर फेंक पाए. इसी ओवर में इंडीज टीम के लेविस ने पांच छक्के जमा डाले थे. बेहद महंगे साबित हुए इस ओवर में एक वाइड सहित 32 रन बने. गनीमत केवल यह रही कि टी-20 मैच के एक ओवर की सभी छह गेंदों पर छक्के के रिकॉर्ड की बराबरी लेविस नहीं कर पाए थे.
सोशल मीडिया पर शुरू हो गई थी आलोचना
स्टुअर्ट बिन्नी और उनकी पत्नी मयंती लैंगर (फोटो : Twitter)
बस फिर क्या था, सोशल मीडिया पर स्टुअर्ट की आलोचनाओं का दौर शुरू हो गया था. कुछ लोगों ने तो यह तक कह डाला कि रोजर बिन्नी का पुत्र होने के कारण स्टुअर्ट बिन्नी को टीम इंडिया में स्थान मिलता है. कुछ क्रिकेटप्रेमियों ने तो आलोचना करते हुए स्टुअर्ट की पत्नी मयंती लैंगर को भी निशाने पर ले लिया. एक आलोचक ने कहा, स्टुअर्ट बिन्नी ने लाइफ में एक ही अचीवमेंट हासिल किया है कि उनकी वाइफ मयंती हैं. एक अन्य ने कमेंट किया कि दुनिया की मिस्ट्री कभी सॉल्व नहीं हो सकती जिसमें से एक है स्टुअर्ट बिन्नी का सिलेक्शन टीम में कैसे होता है. हालांकि स्टुअर्ट को राहत देते हुए एक पॉजिटिव कमेंट में लिखा गया कि युवराज सिंह ने अपनी गेंदबाजी पर 5 छक्के खाने के बाद 6 छक्के लगाए थे, स्टुअर्ट बिन्नी भी कुछ ऐसा ही सोच सकते हैं !
पहले भी फैंस के निशाने पर आ चुके हैं बिन्नी
11 अक्टूबर, 2015 को कानपुर के ग्रीनपार्क में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेले गए पहले वनडे में टीम इंडिया को 5 रन से हार झेलनी पड़ी थी. इस मैच में भी बिन्नी फ्लॉप रहे थे. 50वें ओवर में धोनी के आउट होते ही दो बॉल बाद गैर जिम्मेदाराना शॉट खेलकर बिन्नी भी आउट हो गए थे. इसके बाद फैन्स का गुस्सा बिन्नी पर फूट पड़ा था.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं