
कुक ने राजकोट टेस्ट की दूसरी पारी में शानदार शतक जमाया था (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
इसमें कोई दो राय नहीं दिख रही कि विशाखापटनम में स्पिनर्स की चांदी रहेगी. भारत और इंग्लैंड के बीच दूसरा टेस्ट यहां खेला जाना है, लेकिन राजकोट में इंग्लैंड के स्पिनर्स ने भारत के 16 में से 13 विकेट अपने नाम किए. ऐसे में टीम इंडिया के स्पिनर्स और टीम इंडिया के बल्लेबाज़ों के लिए विशाखापटनम की चुनौती आसान भी नहीं नज़र आती.
टेस्ट मैचों में इंग्लैंड के लिए सबसे ज़्यादा शतक लगाने वाले कप्तान एलिस्टर कुक कहते हैं, 'हमने जैसा राजकोट में खेल दिखाया है अगर वैसे ही खेलते हैं तो हम भारतीय बल्लेबाज़ों पर क्यों नहीं दबाव बना सकते?. हमारे पास सीमर्स भी हैं और छह गेंदबाज़ों के टीम में होने से हमारे पास कई विकल्प हैं.' कुक ये भी कहते हैं कि वे यहां टीम इंडिया को हर पहलू में अच्छी चुनौती देने वाले हैं.
राजकोट की तरह विशाखापटनम की पिच पर घास नहीं होगी, यह तय माना जा रहा है. टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली कहते हैं, 'मैं यहां ऐसी पिच की उम्मीद कर रहा हूं जहां (न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ पिछले महीने) वनडे में स्पिनर्स को विकेट मिले थे और शुरुआत में तेज़ गेंदबाज़ों को मदद मिली थी. राजकोट की पिच पर घास देखकर हैरानी हुई थी. उम्मीद करता हूं कि यहां ऐसा नहीं होगा. क्योंकि घरेलू मैदानों पर हम अपनी ताक़त के मुताबिक खेल कर विपक्षी टीम पर दबाव डालना चाहते हैं.'
राजकोट टेस्ट के बाद टीम इंडिया और इंग्लैंड, दोनों टीमें विशाखापटनम इस उम्मीद से आई हैं कि यहां यकीनन उन्हें एक टर्निंग ट्रैक मिलेगा. कप्तान विराट कोहली, मेहमान टीम के कप्तान एलिस्टर कुक और पिच क्यूरेटर आशीष भौमिक ने पिच को लेकर इतने इशारे किए हैं कि विशाखापटनम की पिच के मिज़ाज को समझ पाना कोई बहुत बड़ी चुनौती नहीं हो सकती. विशाखापटनम में टीम इंडिया में बदलावों की भी गुंजाइश दिखती है. गौतम गंभीर की जगह कर्नाटक के लिए रणजी में शतक लगाने वाले केएल राहुल का टीम में शामिल होना क़रीब-क़रीब तय माना जा रहा है. मुमकिन है कि गेंदबाज़ी लाइन अप भी थोड़ी बदली हुई नज़र आए. विराट कोहली कह चुके हैं कि केएल राहुल,मुरली विजय के साथ टीम मैनेजमेंट की पहली पसंद हैं.
टीम इंडिया की बड़ी मुश्किल टीम में बदलाव या पिच के मिज़ाज की नहीं. भारतीय स्पिनर्स इंग्लैंड के ख़िलाफ़ कैसा प्रदर्शन करते हैं और भारतीय बल्लेबाज़ इंग्लैंड के उम्दा नज़र आ रहे स्पिनर्स का कैसे सामना करते हैं. विराट कोहली कहते हैं, 'हमने राजकोट में जो भी सीखा उसका इस्तेमाल हम अगले 10-12 साल कर सकेंगे. बतौर क्रिकेटर हम उसे ऐसे देखते हैं. मेरे साथ टीम के 2-3 और लोगों ने राजकोट में खुद को अप्लाई किया. हमें मज़ा आया और उस सीख का इस्तेमाल आगे भी होगा.'
कप्तान विराट कोहली के दावों से लगता है कि उनकी टीम ने राजकोट में जो सबक हासिल किया है उसके सहारे वे विशाखापटनम में जीत की शुरुआत कर सकते हैं. पहले मैच में पलड़ा भारी रखकर इंग्लैंड जिस तरह टीम इंडिया पर दबाव बनाने में कामयाब रहा, इससे उसके हौसले बुलंद हैं. कप्तान कोहली और उनकी टीम पहले मैच से वाकई सबक लेकर विशाखापटनम में रंग जमा पाती है तभी भारत सीरीज़ में बढ़त कायम कर पाएगा.
टेस्ट मैचों में इंग्लैंड के लिए सबसे ज़्यादा शतक लगाने वाले कप्तान एलिस्टर कुक कहते हैं, 'हमने जैसा राजकोट में खेल दिखाया है अगर वैसे ही खेलते हैं तो हम भारतीय बल्लेबाज़ों पर क्यों नहीं दबाव बना सकते?. हमारे पास सीमर्स भी हैं और छह गेंदबाज़ों के टीम में होने से हमारे पास कई विकल्प हैं.' कुक ये भी कहते हैं कि वे यहां टीम इंडिया को हर पहलू में अच्छी चुनौती देने वाले हैं.
राजकोट की तरह विशाखापटनम की पिच पर घास नहीं होगी, यह तय माना जा रहा है. टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली कहते हैं, 'मैं यहां ऐसी पिच की उम्मीद कर रहा हूं जहां (न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ पिछले महीने) वनडे में स्पिनर्स को विकेट मिले थे और शुरुआत में तेज़ गेंदबाज़ों को मदद मिली थी. राजकोट की पिच पर घास देखकर हैरानी हुई थी. उम्मीद करता हूं कि यहां ऐसा नहीं होगा. क्योंकि घरेलू मैदानों पर हम अपनी ताक़त के मुताबिक खेल कर विपक्षी टीम पर दबाव डालना चाहते हैं.'
राजकोट टेस्ट के बाद टीम इंडिया और इंग्लैंड, दोनों टीमें विशाखापटनम इस उम्मीद से आई हैं कि यहां यकीनन उन्हें एक टर्निंग ट्रैक मिलेगा. कप्तान विराट कोहली, मेहमान टीम के कप्तान एलिस्टर कुक और पिच क्यूरेटर आशीष भौमिक ने पिच को लेकर इतने इशारे किए हैं कि विशाखापटनम की पिच के मिज़ाज को समझ पाना कोई बहुत बड़ी चुनौती नहीं हो सकती. विशाखापटनम में टीम इंडिया में बदलावों की भी गुंजाइश दिखती है. गौतम गंभीर की जगह कर्नाटक के लिए रणजी में शतक लगाने वाले केएल राहुल का टीम में शामिल होना क़रीब-क़रीब तय माना जा रहा है. मुमकिन है कि गेंदबाज़ी लाइन अप भी थोड़ी बदली हुई नज़र आए. विराट कोहली कह चुके हैं कि केएल राहुल,मुरली विजय के साथ टीम मैनेजमेंट की पहली पसंद हैं.
टीम इंडिया की बड़ी मुश्किल टीम में बदलाव या पिच के मिज़ाज की नहीं. भारतीय स्पिनर्स इंग्लैंड के ख़िलाफ़ कैसा प्रदर्शन करते हैं और भारतीय बल्लेबाज़ इंग्लैंड के उम्दा नज़र आ रहे स्पिनर्स का कैसे सामना करते हैं. विराट कोहली कहते हैं, 'हमने राजकोट में जो भी सीखा उसका इस्तेमाल हम अगले 10-12 साल कर सकेंगे. बतौर क्रिकेटर हम उसे ऐसे देखते हैं. मेरे साथ टीम के 2-3 और लोगों ने राजकोट में खुद को अप्लाई किया. हमें मज़ा आया और उस सीख का इस्तेमाल आगे भी होगा.'
कप्तान विराट कोहली के दावों से लगता है कि उनकी टीम ने राजकोट में जो सबक हासिल किया है उसके सहारे वे विशाखापटनम में जीत की शुरुआत कर सकते हैं. पहले मैच में पलड़ा भारी रखकर इंग्लैंड जिस तरह टीम इंडिया पर दबाव बनाने में कामयाब रहा, इससे उसके हौसले बुलंद हैं. कप्तान कोहली और उनकी टीम पहले मैच से वाकई सबक लेकर विशाखापटनम में रंग जमा पाती है तभी भारत सीरीज़ में बढ़त कायम कर पाएगा.
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