गेंदबाजों का एक्शन सुधारने की कोशिश में वेस्ट इंडीज़ क्रिकेट बोर्ड

गेंदबाजों का एक्शन सुधारने की कोशिश में वेस्ट इंडीज़ क्रिकेट बोर्ड

वेस्टइंडीज टीम (फाइल फोटो)

नई दिल्ली:

वेस्ट इंडीज़ क्रिकेट अपने सबसे खराब दौर से गुजर रहा है। टीम के प्रदर्शन के साथ-साथ स्पिनरों पर गलत गेंदबाजी एक्शन की वजह से लगे बैन ने विंडीज क्रिकेट बोर्ड को परेशानी में डाल दिया है। इस सबसे निजात पाने के लिए बोर्ड ने एक रिव्यू कमेटी बनाई है जो गेंदबाजों के एक्शन को ठीक करने में मदद करेगी।

हाल के दिनों में वेस्ट इंडीज़ के सुनील नरेन, मार्लन सैमुएल्स और शेन शिलिंफ़ोर्ड गलत गेंदबाजी एक्शन के लिए आईसीसी के निशाने पर हैं। आईसीसी नियम के मुताबिक जिन गेंदबाजों पर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में गेंदबाजी करने पर बैन लगा हुआ है वे घरेलू क्रिकेट में गेंदबाजी कर सकते हैं। इसके लिए उन्हें आईसीसी से इजाजत लेने की जरूरत नहीं है लेकिन घरेलू बोर्ड से इजाजत जरूरी होगी।

नरेन का गेंदबाजी एक्शन कई बार सवालों के घेरे में रहा है। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में गेंदबाजी करने पर रोक लगने के बाद नरेन ने सुधार की कोशिश की लेकिन वे आईसीसी के टेस्ट में फेल हो गए। बोर्ड ने नरेन को हर संभव मदद देने का एलान किया था। हालांकि अब नरेन दोबारा टेस्ट दे सकते हैं लेकिन सैमुएल्स को 12 महीने का इंतजार करना होगा।

सैमुएल्स की गेंदबाजी पर बैन लगने के बाद विंडीज़ बोर्ड परेशान होकर रिव्यू कमेटी बनाने को मजबूर हो गई है। इससे पहले स्पिनर शिलिंफोर्ड की गेंदबाजी एक्शन पर भारत दौरे पर सवाल उठ चुके हैं।

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विंडीज़ बोर्ड से पहले बीसीसीआई ने अपने स्पिनरों की गेंदबाजी एक्शन को सुधारने के लिए एक कमेटी बना रखी है। इस कमेटी की सिफारिशों को सख्त तरीके से लागू किया जाता है। प्रज्ञान ओझा की बॉलिंग एक्शन को बीसीसीआई द्वारा बनाई कमेटी ने गलत पाया जिसके बाद उन्हें घरेलू क्रिकेट से ब्रेक लेना पड़ा। हालांकि बॉलिंग एक्शन में बदलाव के बाद ओझा घरेलू मैचों में खेल रहे हैं और अंतरराष्ट्रीय मैचों में उनकी वापसी बाकी है।