विज्ञापन

'जब बहुत कुछ दांव पर लगा हो तो...', वॉशिंगटन सुंदर ने हैंडशेक कॉन्ट्रोवर्सी पर तोड़ी चुप्पी

Washington Sundar react On handshake controversy: ओल्ड ट्रैफर्ड टेस्ट ड्रॉ कराने के दौरान, रवींद्र जडेजा और इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स के साथ सुंदर भी चर्चा का विषय बने हुए थे

'जब बहुत कुछ दांव पर लगा हो तो...', वॉशिंगटन सुंदर ने हैंडशेक कॉन्ट्रोवर्सी पर तोड़ी चुप्पी
Washington Sundar Big Statement On handshake controversy: सुंदर का बड़ा खुलासा
  • मैनचेस्टर के चौथे टेस्ट मैच के दौरान रवींद्र जडेजा और बेन स्टोक्स के बीच हाथ मिलाने को लेकर विवाद हुआ था.
  • जडेजा ने स्टोक्स का हाथ मिलाने का प्रस्ताव ठुकरा दिया क्योंकि दोनों बल्लेबाज अपना शतक पूरा करना चाहते थे.
  • बेन स्टोक्स ने गुस्से में हैरी ब्रूक से गेंदबाजी कराई जिससे बल्लेबाजों को जल्दी शतक पूरा करने का मौका मिला.
क्या हमारी AI समरी आपके लिए उपयोगी रही?
हमें बताएं।

Washington Sundar Breaks Silence On Handshake controversy: भारतीय ऑलराउंडर वाशिंगटन सुंदर ने मैनचेस्टर में इंग्लैंड के खिलाफ चौथे टेस्ट के दौरान हुए हाथ मिलाने के विवाद (Handshake controversy) पर खुलकर बात की है. ओल्ड ट्रैफर्ड टेस्ट ड्रॉ कराने के दौरान, रवींद्र जडेजा और इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स के साथ सुंदर भी चर्चा का विषय बने हुए थे. आखिरी दिन, स्टोक्स जडेजा के पास गए और हाथ मिलाने की पेशकश की, जो ड्रॉ कराने का पारंपरिक तरीका है. हालांकि, जडेजा ने उनके अनुरोध को ठुकरा दिया,क्योंकि दोनों बल्लेबाज अपना शतक पूरा करना चाह रहे थे. इसके बाद बेन स्टोक्स काफी गुस्सा हो गए हैं थे और उन्होंने जानबूझकर फिर हैरी ब्रूक से गेंदबाजी कराई थी जिससे दोनों अपना शतक जल्दी से पूरा कर सके. 

ऐसे में उस घटना ने काफी बवाल मचाया हुआ था. वहीं, अब सुंदर ने उस घटना को लेकर रिएक्ट किया है. सुंदर, जिन्होंने अपनी आंखों के सामने इस घटना को होते देखा, उन्होंने विजडन से बात करते हुए कहा कि 'ऐसी घटनाएं किसी भी खेल में आम हैं, खासकर जब बहुत कुछ दांव पर लगा हो. मेरा मतलब है, ऐसा तो हर खेल में होता है, है ना? हमने ऐसी कई घटनाएं देखी हैं, सिर्फ़ क्रिकेट में ही नहीं, बल्कि हर खेल में.  मेरा मतलब है, खेल ऐसा ही होता है.  यह बहुत कुछ सामने लाता है. मुझे लगता है कि यह हम सभी के लिए एक अनुभव था, सच में. "

हालांकि, सुंदर ने स्वीकार किया कि इस घटना ने भारतीय टीम में जोश भर दिया और मेहमान टीम के सीरीज़ ड्रॉ कराने में अहम भूमिका निभाई. सुंदर ने कहा, "100 प्रतिशत, आप किसी भी खिलाड़ी से यह पूछेंगे.. आपको यही सुनने को मिलेगा.  ख़ासकर टेस्ट क्रिकेट में, आप चुनौती चाहते हैं क्योंकि आप हर दिन यही उम्मीद करते हैं.  और जब परिस्थिति कठिन हो जाती है, तो केवल एक ही चीज़ जो आपको उससे उबरने और सफल होने में मदद करेगी, वह है अपने मन में दृढ़ रहना. "

बता दें कि  शुभमन गिल ने अपनी टीम का नेतृत्व करते हुए एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी का रोमांचक मुकाबला 2-2 से बराबरी पर समाप्त किया. गिल ने 5 मैचों की सीरीज में कमाल की बल्लेबाजी की और 754 रन बनाए. जिसमें उनके नाम तीन शतक और एक दोहरा शतक दर्ज था. 

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com