
टेस्ट मैचों के लिए टी20 क्रिकेट के खतरे के मद्देनजर भारत के पूर्व बल्लेबाज वीवीएस लक्ष्मण ने कहा कि पांच दिनी क्रिकेट में दिन-रात के मैचों जैसे नए प्रयोगों की जरूरत है।
टेस्ट क्रिकेट के भविष्य को लेकर चिंतित लक्ष्मण ने टेस्ट क्रिकेट में दिन-रात के मैच शुरू करने और टी-20 का चस्का पालने वाले युवाओं को इन्हें देखने के लिए स्टेडियम लाने की पैरवी की।
उन्होंने बीसीसीआई द्वारा आयोजित मंसूर अली खान पटौदी स्मृति व्याख्यान में कहा, क्रिकेट के भविष्य के लिए टेस्ट क्रिकेट का अस्तित्व बहुत जरूरी है। प्रशासकों के लिए यह सबसे बड़ी चिंता होनी चाहिए। हमें नहीं पता कि दिन-रात का टेस्ट तकनीकी जरूरतों को पूरा करेगा या नहीं, लेकिन नयेपन के कारण दर्शक जरूर इसे देखने आएंगे। उन्होंने करीब आधे घंटे के भाषण में कहा, दिनभर के काम के बाद लोग मैदान पर आएंगे और कुछ घंटे खेल का मजा लेंगे। कौन जानता है कि इससे टेस्ट क्रिकेट में रुचि फिर जाग जाए।
उन्होंने कहा, दूधिया रोशनी में पांच दिन टेस्ट क्रिकेट उन स्थानों पर कराना अच्छी पहल होगी जहां बेहद गर्मी और कम ओस गिरती है। लक्ष्मण ने स्वीकार किया कि इन दिनों टेस्ट क्रिकेट में रुचि बहुत कम हो गई है। उन्होंने कहा, खाली पड़ी दीर्घाओं के सामने खेलने में कोई मजा नहीं है। टेस्ट क्रिकेट को बचाने के तरीके तलाशने होंगे।
लक्ष्मण ने यह भी कहा कि उन्हें टी20 क्रिकेट भी पसंद है। उन्होंने कहा, टी20 क्रिकेट ने कई आयाम खोले हैं। दर्शकों को तीन घंटे में मनोरंजन की गारंटी रहती है, सिनेमा की तरह। हमें ऐसा तरीका तलाशना होगा कि दोनों प्रारूप साथ रह सकें। उन्होंने कहा, पुराने ख्यालों का होने के बावजूद मुझे टी20 क्रिकेट बहुत पसंद है। मैं टी20 क्रिकेट खेलना पसंद करता। यह आपको अलग तरीके से सोचने पर मजबूर करता है। लक्ष्मण ने दिवंगत मंसूर अली खान पटौदी के प्रति भी सम्मान व्यक्त किया।
उन्होंने कहा, भारतीय क्रिकेट के पुरोधाओं में शुमार सबसे युवा टेस्ट कप्तान की स्मृति में व्याख्यान देकर मुझे बहुत अच्छा लग रहा है। उनकी अनगिनत उपलब्धियों के अलावा वह भारतीय क्रिकेट के पहले सुपरस्टार थे, अपने समय से बहुत आगे। वह पटौदी के ही नहीं बल्कि हैदराबाद के भी नवाब थे।
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