वीवो ने 2016 से 2017 के सत्र के लिए भी आईपीएल के टाइटल अधिकार हासिल किए थे (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
मोबाइल निर्माता कंपनी वीवो ने 2,199 करोड़ रुपये की बड़ी बोली लगाकर आज अगले पांच साल के लिए फिर से इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के टाइटल प्रायोजन अधिकार हासिल किए. यह धनराशि पिछले करार से करीब 500 प्रतिशत अधिक है. आईपीएल ने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर ट्वीट किया, 'वीवो ने आईपीएल 2018-22 के लिए टाइटल प्रायोजन बरकरार रखा है. उसने 2,199 करोड़ रुपये की बोली लगायी जो पिछले करार से 554 प्रतिशत अधिक है.' भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने एक अगस्त 2017 से 31 जुलाई 2022 तक की अवधि के लिए आईपीएल के टाइटल प्रायोजन के लिये पिछले महीने निविदा मंगवाई थी.
गौरतलब है कि वीवो ने 2016 से 2017 के सत्र के लिए टाइटल अधिकार हासिल किए थे. यह करार 100 करोड़ प्रतिवर्ष के आधार पर हुआ था. करार के नवीनीकरण के लिये वीवो ने एक अन्य मोबाइल निर्माता कंपनी ओप्पो को पीछे छोड़ा, रिपोर्टों के अनुसार इसने 1430 करोड़ रुपये की बोली लगायी थी. विवो ने इससे पहले पेप्सी की जगह टाइटल अधिकार हासिल किए थे.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
VIVO retains title sponsorship for IPL 2018-22. They bid Rs.2,199 Crores, 554% increase over the previous contract! pic.twitter.com/6D7RXooTvB
— IndianPremierLeague (@IPL) June 27, 2017
गौरतलब है कि वीवो ने 2016 से 2017 के सत्र के लिए टाइटल अधिकार हासिल किए थे. यह करार 100 करोड़ प्रतिवर्ष के आधार पर हुआ था. करार के नवीनीकरण के लिये वीवो ने एक अन्य मोबाइल निर्माता कंपनी ओप्पो को पीछे छोड़ा, रिपोर्टों के अनुसार इसने 1430 करोड़ रुपये की बोली लगायी थी. विवो ने इससे पहले पेप्सी की जगह टाइटल अधिकार हासिल किए थे.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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