Irfan Pathan strict statement: टी20 वर्ल्ड कप 2024 में जैसे-जैसे भारतीय टीम अपने अभियान के शुरुआत की तरफ बढ़ रही है. देश के पूर्व दिग्गज क्रिकेटर भारतीय टीम के लिए अपनी परफेक्ट प्लेइंग इलेवन का सुझाव दे रहे हैं. आईपीएल की तरह 'इंपैक्ट प्लेयर' का नियम नहीं होने की वजह से ब्लू टीम को संतुलन बनाने के लिए अतिरिक्त सावधानी बरतनी की आवश्यकता है.
यही वजह है कि टीम इंडिया के पूर्व ऑलराउंडर खिलाड़ी इरफान पठान को लगता है कि टीम में अधिक से अधिक गेंदबाजी का विकल्प होना चाहिए. क्योंकि टीम में रोहित शर्मा, विराट कोहली और सूर्यकुमार यादव जैसे बल्लेबाज बिल्कुल गेंदबाजी नहीं करते हैं. जिससे टीम की स्थिति खराब हो सकती है.
स्टार स्पोर्ट्स के एक शो में बातचीत करते हुए पठान ने युवा यशस्वी जायसवाल की भी जमकर सराहना की है. यही नहीं उन्होंने इस खिलाड़ी को टीम में शामिल करने का भी समर्थन किया है. उनका मानना है कि वह केवल बल्लेबाजी ही नहीं, जरूरत पड़ने पर एक या दो ओवर की गेंदबाजी भी कर सकते हैं. जिससे टीम को काफी फायदा होगा.
इरफान ने सुझाव देते हुए कहा कि चयनित किए गए टीम में 2 संयोजन हो सकता है. पहला आप बल्लेबाजी लाइनअप को मजबूत करने के लिए अक्षर पटेल सहित 6 गेंदबाजों के साथ खेल सकते हैं. दूसरे संयोजन के तहत आप 4 मुख्य गेंदबाजों के साथ खेल सकते हैं और उम्मीद कर सकते हैं कि शिवम दूबे और हार्दिक पांड्या गेंदबाजी करेंगे.
पठान ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि भारत के लिए अन्य विकल्प भी मौजूद है. एक युवा खिलाड़ी लगातार नेट्स में गेंदबाजी कर रहा है, लेकिन मैचों में अबतक उसने कुछ खास गेंदबाजी नहीं की है. वह यशस्वी जायसवाल हैं.
शिवम दूबे के बारे में बात करते हुए पठान ने कहा कि उन्होंने आईपीएल के दौरान उन्होंने बताया था कि 'इंपैक्ट प्लेयर' नियम होने के बावजूद वह नियमित रूप से नेट्स में गेंदबाजी कर रहे थे. वह टी20 वर्ल्ड कप में 1 या 2 ओवर की गेंदबाजी करने के लिए तैयार हैं.
पठान के मुताबिक अगर हार्दिक 3,4 ओवर डालने में कामयाब रहते हैं तो यह समस्या काफी हद तक हल हो जाएगी. हमारे टीम के मुख्य बल्लेबाज जैसे रोहित, विराट या सूर्यकुमार यादव गेंदबाजी नहीं करते हैं. जो हमें कुछ हद तक विकलांग बना देता है. इन तीनों खिलाड़ियों में से अगर कोई एक खिलाड़ी भी गेंदबाजी करता तो इससे टीम को काफी फायदा होता.
पूर्व क्रिकेटर के अनुसार हम ऑस्ट्रेलिया के बारे में बात करते हैं. उनके टीम में कई सारे ऑलराउंडर हैं जो बल्लेबाजी के साथ-साथ गेंदबाजी भी करते हैं. इंग्लैंड की टीम में भी शीर्ष 7 खिलाड़ियों में कई ऑलराउंडर हैं. इसमें आप मोईन अली, लियाम लिविंगस्टोन और विल जैक्स जैसे खिलाड़ियों को देख सकते हैं. टीम में अधिक गेंदबाजी विकल्प का होना हमेशा बेहतर होता है. हां, इस मामले में हम (टीम इंडिया) निश्चित रूप से विकलांग हैं.
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