''विजडन' ने विराट कोहली को 2017 संस्करण के कवर पेज पर जगह दी है....
नई दिल्ली:
विराट कोहली के क्रिकेट की दुनिया का सुपरस्टार बनने की कहानी बहुत ही प्रेरणादायक है. विराट के उस कठिन समय को कैसे भुलाया जा सकता है जब अपने पिता को खोने के बाद भी उन्होंने अपना हौसला नहीं खोया और राष्ट्रीय टीम में जगह बनाई. दिल्ली का 28 वर्षीय यह युवा कप्तान आज पूरे देश के करोड़ों लोगों की दिल की धड़कन है. वहीं मैदान पर विरोधी टीमों के गेंदबाज उनसे बहुत खौफ खाते हैं. हाल ही उन्होंने इंग्लैंड को खिलाफ तीनों फॉर्मेट में धूल चटाई है. 2016 कैलेंडर वर्ष में उन्होंने 2295 रन बनाए हैं. यही वजह है कि 'क्रिकेट की बाइबिल' कही जाने वाली मैगजीन 'विजडन' ने भी विराट कोहली को अपने 2017 संस्करण के कवर पेज पर जगह दी है.
हालांकि कोहली की जीवनी को कई बार कई मंचों पर साझा किया जा चुका है लेकिन उसे अन्य किकेट सितारों की तुलना में डॉक्यूमेंटेड नहीं किया गया है.
लोगों को अपने संघर्ष और अपनी यात्रा के बारे में लोगों को बताने के लिए सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया है. वीडियो एक ऐसे सीन से शुरू होता है जिसमें दिल्ली के इस छोरे को टीम बस में यात्रा करते हुए दिखाया गया है. कोहली उन दिनों को भी याद करते हैं जब पिता के निधन के खबर मिलने के बाद भी वह मैच खेलने के लिए गए थे. उस समय कोहली की उम्र महज 18 वर्ष थी जब उनके पिता प्रेम का दिल का दौरा पड़ने से 19 दिसंबर 2006 को निधन हो गया था.
इस वीडियो में, दिखाया गया है किस तरह से कोहली घर पर और नेट पर बैटिंग का अभ्यास करते थे. उन्होंने टीम इंडिया में जगह बनाने के अपने सपने को साकार करने के लिए कठिन मेहनत की. जल्द ही उन्हें टीम इंडिया की जर्सी में दिखाया जाता है और उनके प्रशंसक उनकी उपलब्धियों पर इतराते हुए नजर आते हैं.
कोहली की खास उपलब्धियों को वीडियो में वाइस ओवर के जरिये बताया है. मसलन वनडे में सबसे तेज 6000 रन पूरा करने वाला बल्लेबाज, आईसीसी क्रिकेटर ऑफ द ईयर (2011-12) और 2013 में अर्जुन अवॉर्ड पाने वाला बल्लेबाज. जयपुर में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2013 में मात्र 52 गेंदों पर शतक जड़ने वाला भारत का पहला बल्लेबाज और अंत में भारत की कप्तान बनने की बात.
हालांकि कोहली की जीवनी को कई बार कई मंचों पर साझा किया जा चुका है लेकिन उसे अन्य किकेट सितारों की तुलना में डॉक्यूमेंटेड नहीं किया गया है.
लोगों को अपने संघर्ष और अपनी यात्रा के बारे में लोगों को बताने के लिए सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया है. वीडियो एक ऐसे सीन से शुरू होता है जिसमें दिल्ली के इस छोरे को टीम बस में यात्रा करते हुए दिखाया गया है. कोहली उन दिनों को भी याद करते हैं जब पिता के निधन के खबर मिलने के बाद भी वह मैच खेलने के लिए गए थे. उस समय कोहली की उम्र महज 18 वर्ष थी जब उनके पिता प्रेम का दिल का दौरा पड़ने से 19 दिसंबर 2006 को निधन हो गया था.
इस वीडियो में, दिखाया गया है किस तरह से कोहली घर पर और नेट पर बैटिंग का अभ्यास करते थे. उन्होंने टीम इंडिया में जगह बनाने के अपने सपने को साकार करने के लिए कठिन मेहनत की. जल्द ही उन्हें टीम इंडिया की जर्सी में दिखाया जाता है और उनके प्रशंसक उनकी उपलब्धियों पर इतराते हुए नजर आते हैं.
कोहली की खास उपलब्धियों को वीडियो में वाइस ओवर के जरिये बताया है. मसलन वनडे में सबसे तेज 6000 रन पूरा करने वाला बल्लेबाज, आईसीसी क्रिकेटर ऑफ द ईयर (2011-12) और 2013 में अर्जुन अवॉर्ड पाने वाला बल्लेबाज. जयपुर में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2013 में मात्र 52 गेंदों पर शतक जड़ने वाला भारत का पहला बल्लेबाज और अंत में भारत की कप्तान बनने की बात.
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