यह ख़बर 27 अगस्त, 2012 को प्रकाशित हुई थी

सचिन का रिकॉर्ड तोड़ना 'मिशन इम्पॉसिबल' : विराट कोहली

खास बातें

  • कोहली ने कहा कि लोग जब मेरी तुलना सचिन से करते हैं तो मैं काफी गौरवान्वित महसूस करता हूं, लेकिन मेरा फोकस अपने प्रदर्शन पर है, इस तुलना पर नहीं।
नई दिल्ली:

सचिन तेंदुलकर को भले ही विराट कोहली में अपना अक्स नजर आता हो, लेकिन इस युवा बल्लेबाज का कहना है कि वह इस चैम्पियन बल्लेबाज को पूजता आया है और उनकी उपलब्धियों तक पहुंचना उसके लिए ‘मिशन इम्पॉसिबल’ से कम नहीं होगा।

कोहली ने सबसे तेजी से 1000 और 3000 वनडे रन बनाए हैं और इस साल पांच शतक भी जड़े हैं। इससे कइयों ने उनकी तुलना तेंदुलकर से करनी शुरू कर दी है। तेंदुलकर का खुद कहना है कि कोहली उनका 100 अंतरराष्ट्रीय शतक का रिकॉर्ड तोड़ सकता है।

कोहली ने हालांकि कहा कि उनके और उनके आदर्श (तेंदुलकर) के बीच कोई तुलना ही नहीं है। लोग जब मेरी तुलना सचिन से करते हैं तो मैं काफी गौरवान्वित महसूस करता हूं, लेकिन मेरा फोकस अपने प्रदर्शन पर है, इस तुलना पर नहीं। मैं उनकी पूजा करता आया हूं लिहाजा मुझे यह तुलना बेमानी नजर आती है।


उन्होंने इंडिया टीवी पर ‘आप की अदालत’ में कहा, कोई भी क्रिकेटर 100 शतक नहीं बना सका है। यह बहुत बड़ी उपलब्धि है। मैं इस बारे में नहीं सोचता, क्योंकि इससे दबाव बनता है। मेरा फोकस अपने प्रदर्शन पर है। उपकप्तान के तौर पर अपने चयन के बारे में कोहली ने कहा कि यह उनके लिए सुखद आश्चर्य था। उन्होंने इन अटकलों को खारिज किया कि बतौर कप्तान वह महेंद्र सिंह धोनी की जगह लेने वाला है।

उन्होंने कहा, मुझे ऐसा नहीं लगता। धोनी ने बतौर कप्तान टीम इंडिया के लिए बहुत कुछ किया है। मैंने उनसे बहुत कुछ सीखा है।

कोहली ने सौरव गांगुली के इस बयान से भी असहमति जताई कि युवराज सिंह को बीमारी के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में उतारने का चयनकर्ताओं का फैसला जज्बाती था। उन्होंने कहा, मुझे नहीं लगता कि यह जज्बाती फैसला है। यदि वह कह रहा है कि वह फिट और आत्मविश्वास से ओतप्रोत है तो उसे मौका दिया जाना चाहिए। उसके लिए यह बेहतरीन वापसी होगी।

उन्होंने कहा, वापसी के बाद पहले मैच को लेकर सभी नर्वस रहते हैं। यदि वह विश्वकप में अच्छा खेल गया तो टीम इंडिया के लिए यह बहुत अच्छा होगा।

कोहली ने आगे कहा, बचपन से ही यह मेरा स्वभाव है। मुझे आउट होना कभी पसंद नहीं था, चाहे शून्य पर आउट होऊं या शतक बनाकर। मुझे बहुत गुस्सा आता है, लेकिन मैंने उस पर काबू पाने की कोशिश की है। मैंने बचपन में कई बल्ले तोड़े हैं। कोहली ने स्वीकार किया कि आईपीएल में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के साथ खेलते हुए उसका ध्यान भटका था।

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com

उन्होंने कहा, मेरा ध्यान भटका था। हम अंडर-19 विश्वकप जीतकर आए थे और विदेशी सितारों के साथ खेल रहे थे। मैं इस तवज्जो को सही तरीके से हैंडल नहीं कर सका।