गॉल टेस्ट में विराट कोहली
नई दिल्ली:
कम रोशनी की वजह से 81 ओवर के बाद दिल्ली टेस्ट का खेल रोकना पड़ा, लेकिन विराट कोहली (83 नॉट आउट) और अजिंक्य रहाणे (52 नॉट आउट) पारियों ने फ़िरोज़शाह कोटला की जगमगाहट कम नहीं पड़ने दी। पहले कई टेस्ट मैचों से ज़्यादा आए दर्शकों के बीच विराट और रहाणे की पारियों के सहारे भारत को 403 रनों की बढ़त हासिल हो गई है। भारत सीरीज़ में 2-0 से आगे है और तीसरे टेस्ट में भी भारत की जीत तय मानी जा रही है।
विराट के फ़ैन्स के लिए बेहद अहम है कप्तान विराट कोहली का फ़ॉर्म में लौटना। दिल्ली टेस्ट के शुरू होने से पहले कप्तान विराट कोहली ने कहा था कि उन्होंने अपने करियर की अहम शुरुआत दिल्ली में खेल कर ही की। जूनियर क्रिकेट में अपने चयन से लेकर आईपीएल की शानदार पारियों के अलावा विराट ने इस मैदान पर लगाए गए वनडे के शतक को भी ख़ूब याद किया।
विराट ने क़रीब चार साल पहले अक्टूबर 2011 में इंग्लैंड के ख़िलाफ़ उस वनडे में नाबाद 112 रनों की पारी खेली थी और टीम इंडिया को जीत हासिल करवाई थी। विराट उस मैच में मैन ऑफ़ द मैच के ख़िताब से नवाज़े गए थे।
दिल्ली में इससे पहले विराट कोहली ने ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ खेले गए इकलौते टेस्ट में 1 और 41 रनों की पारियां (मार्च, 2013) खेली थीं। दक्षिण अफ़्रीका के ख़िलाफ़ अपनी पहली पारी में ही वो अपने पहले के 41 के स्कोर से आगे निकल गए, लेकिन पहली पारी में वो 44 रन बनाकर डेन पीट का शिकार बन गए।
इस बार 8 पारियों के बाद उन्होंने अर्द्धशतक का आंकड़ा पार किया और अपने 12वें टेस्ट शतक के क़रीब पहुंच गए हैं। रहाणे के बाद इस सीरीज़ में किसी भी बल्लेबाज़ की ये दूसरी शतकीय पारी हो सकती है। रहाणे और विराट ने इस पारी में पांचवें विकेट के लिए नाबाद सवा सौ रन से ज़्यादा जोड़ (नाबाद 133 रन) की पारी पूरी कर प्रोटियाज़ पर पूरी तरह से शिकंजा कस लिया है।
भारतीय फ़ैन्स अब विराट शतक का बेताबी से इंतज़ार कर रहे हैं। शतक पूरा हुआ तो घरेलू मैदान पर विराट इस ख़ास पारी को खुद कोहली और उनके करोड़ों फ़ैन्स इसे इसे दिल से लगाकर रखेंगे।
विराट के फ़ैन्स के लिए बेहद अहम है कप्तान विराट कोहली का फ़ॉर्म में लौटना। दिल्ली टेस्ट के शुरू होने से पहले कप्तान विराट कोहली ने कहा था कि उन्होंने अपने करियर की अहम शुरुआत दिल्ली में खेल कर ही की। जूनियर क्रिकेट में अपने चयन से लेकर आईपीएल की शानदार पारियों के अलावा विराट ने इस मैदान पर लगाए गए वनडे के शतक को भी ख़ूब याद किया।
विराट ने क़रीब चार साल पहले अक्टूबर 2011 में इंग्लैंड के ख़िलाफ़ उस वनडे में नाबाद 112 रनों की पारी खेली थी और टीम इंडिया को जीत हासिल करवाई थी। विराट उस मैच में मैन ऑफ़ द मैच के ख़िताब से नवाज़े गए थे।
दिल्ली में इससे पहले विराट कोहली ने ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ खेले गए इकलौते टेस्ट में 1 और 41 रनों की पारियां (मार्च, 2013) खेली थीं। दक्षिण अफ़्रीका के ख़िलाफ़ अपनी पहली पारी में ही वो अपने पहले के 41 के स्कोर से आगे निकल गए, लेकिन पहली पारी में वो 44 रन बनाकर डेन पीट का शिकार बन गए।
इस बार 8 पारियों के बाद उन्होंने अर्द्धशतक का आंकड़ा पार किया और अपने 12वें टेस्ट शतक के क़रीब पहुंच गए हैं। रहाणे के बाद इस सीरीज़ में किसी भी बल्लेबाज़ की ये दूसरी शतकीय पारी हो सकती है। रहाणे और विराट ने इस पारी में पांचवें विकेट के लिए नाबाद सवा सौ रन से ज़्यादा जोड़ (नाबाद 133 रन) की पारी पूरी कर प्रोटियाज़ पर पूरी तरह से शिकंजा कस लिया है।
भारतीय फ़ैन्स अब विराट शतक का बेताबी से इंतज़ार कर रहे हैं। शतक पूरा हुआ तो घरेलू मैदान पर विराट इस ख़ास पारी को खुद कोहली और उनके करोड़ों फ़ैन्स इसे इसे दिल से लगाकर रखेंगे।
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