शतक बनाने के बाद खुशी का इजहार करते लोकेश राहुल
इसी साल सिडनी में जब लोकेश राहुल ने अपना पहला टेस्ट शतक पूरा किया था, तो कप्तान विराट कोहली ने उन्हें पिच पर शाबाशी दी थी। इस बार विराट कोहली थोड़ा पहले पैवेलियन लौट आए, लेकिन लोकेश राहुल की दूसरी शतकीय पारी पर ड्रेसिंग रूम में उतने ही खुश नज़र आए और राहुल की हौसलाअफ़ज़ाई करते दिखे।
कोलंबो टेस्ट में लोकेश राहुल के करियर के दूसरे शतक के लिए थोड़ा इंतज़ार करना पड़ा, लेकिन चाय के बाद राहुल दूसरा शतक टीम इंडिया के लिए राहत बनकर आया। सिडनी में कप्तान विराट कोहली ने लोकेश राहुल के साथ शतक लगाने का कारनामा किया था, लेकिन कोलंबो में रंगना हेराथ ने कोहली को शतक से पहले ही रोक लिया।
कप्तान विराट कोहली के लिए ये एक बड़ा बोनस है। पिछले टेस्ट में उनके साथ ये कारनामा सलामी बल्लेबाज़ शिखर धवन ने किया था। अब कोलंबो में लोकेश राहुल की पारी ने टीम इंडिया को मज़बूती दी है।
कप्तान कोहली इस बार पिछले मैच की ग़लतियों को नहीं दुहराने का इरादा कर आए हैं, तो अपनी ज़िम्मेदारी
को भी बखूबी निभा रहे हैं। बतौर कप्तान 600 से ज़्यादा रन बनाने वालों की फ़ेहरिस्त में विराट का नाम सिर्फ़
सर डॉन ब्रैडमैन के बाद आता है। बतौर कप्तान सर डॉन ब्रैडमैन का औसत 101.5 रहा है जबकि कप्तान विराट कोहली का औसत 80.9 है और फ़िलहाल वो इस लिस्ट में वो दूसरे नंबर के क्रिकेटर कप्तान बने हुए हैं।
बतौर कप्तान अबतक चार टेस्ट में चार शतक लगा चुके विराट ने कोलंबो में पारी की शुरुआत दबाव के साथ ही की। पहले पांच ओवरों में मुरली विजय और अजिंक्य रहाणे का विकेट गंवाने के बावजूद विराट ने अपने तेवर में बदलाव नहीं किया। विराट ने सिर्फ़ 64 गेंदों पर चार चौके और एक छक्का लगाकर अपना 11वां अर्द्धशतक कर लिया। 36 टेस्ट में अब कोहली के नाम 11 शतक और 11 अर्द्धशतक हैं।
कोहली 78 रन बनाकर आउट हुए, जबकि दूसरे सिरे पर 24 साल के लोकेश राहुल ने 180 गेंदों पर सिर्फ़ चौथे टेस्ट में दूसरा शतक पूरा कर लिया। लोकेश राहुल 108 रन बनाकर आउट हुए। तीसरे विकेट के लिए राहुल ने विराट के साथ 164 रन जोड़े। राहुल का शतक कप्तान कोहली के लिए टेस्ट में जीत का खाता खोल सकता है। कम से कम इसकी नींव ज़रूर पड़ चुकी है।