एमएस धोनी के बाद 2014 के अंत में विराट कोहली को टेस्ट कप्तानी मिली थी (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
टीम इंडिया ने मोहाली टेस्ट में इंग्लैंड को हर मामले में मात दी और सीरीज में 2-0 की बढ़त बना ली. अब उसका उद्देश्य मुंबई में खेले जाने वाले सीरीज के चौथे टेस्ट में जीत दर्ज करके इंग्लैंड से 2012 की अपनी ही धरती पर मिली हार का बदला लेने का है. मोहाली में मिली जीत टीम और कप्तान विराट के लिए कई मायनों में खास है. विराट की कप्तानी में टीम लगातार जीत दर्ज कर रही है, जाहिर है ऐसे में रिकॉर्ड तो बनेंगे ही. आइए जानते हैं कि मोहाली में टीम इंडिया ने कौन-सी उपलब्धियां हासिल कीं...
विराट कोहली की कप्तानी हर दिन नए कीर्तिमान रच रही टीम इंडिया ने मोहाली टेस्ट में जीत के साथ लगातार 16 टेस्ट मैचों में अपराजित रहने का रिकॉर्ड बना लिया है. मतलब या तो उसने मैच ड्रॉ खेले हैं या जीत दर्ज की है. इससे पहले भारत 1985 से 1987 तक लगातार 17 मैचों में नहीं हारा था. तब कप्तान सुनील गावस्कर थे. यह पांचवीं बार है जब टीम इंडिया ने लगातार पांच सीरीज में 2 या उससे ज्यादा टेस्ट मैच जीते हैं. यह सिलसिला पिछले साल श्रीलंका में 3 मैचों की सीरीज से शुरू हुआ था, जिसमें टीम इंडिया ने 2-1 से जीत हासिल की थी.
टीम इंडिया के टेस्ट कप्तान विराट कोहली ने भी एक मामले में पूर्व टेस्ट कप्तान एमएस धोनी की बराबरी कर ली है. कोहली ने कप्तान के रूप में पहले 20 मैचों में सबसे ज्यादा जीत दर्ज करने के मामले में धोनी के साथ खड़े नजर आ रहे हैं. उन्होंने 20 मैचों में से 12 में जीत दर्ज की. धोनी ने भी अपने पहले 20 टेस्ट मैचों में से 12 में जीत हासिल की थी. कोहली-धोनी से आगे वर्ल्ड में 5 कप्तान हैं, जिन्होंने पहले 20 मैचों में 12 से ज्यादा जीत दर्ज की हैं. इनमें स्टीव वॉ (15), माइक बीयरली (14), लिंडसे हैसट (14) माइकल वॉन (14) और रिकी पॉन्टिंग (13) शामिल हैं.
23 बाद इंग्लैंड से जीते लगातार दो टेस्ट
टीम इंडिया को विराट की कप्तानी में 23 साल बाद सीरीज में इंग्लैंड को लगातार दो टेस्ट में हराने में कामयाबी मिली है. उनसे पहले अजहरुद्दीन के नेतृत्व में भारत ने 1993 में यह कारनामा किया था. उस समय टीम इंडिया ने सीरीज में 3-0 से जीत दर्ज की थी. 1961 में नारी कॉन्ट्रैक्टर की कप्तानी में भारत ने इंग्लैंड को 2-0 से, तो 1972 में अजित वाडेकर की कप्तानी में 2-1 से और 1986 में कपिल देव की कप्तानी में 2-0 से हराया था.
मोहाली में पहले मैच के बाद अजेय
टीम इंडिया ने इंग्लैंड के खिलाफ वर्तमान सीरीज के पहले दोनों मैच नए टेस्ट वेन्यू (राजकोट और विशाखापटनम) में खेले हैं. पहले टेस्ट को छोड़ दें, तो मोहाली में टीम अजेय रही है. पहला टेस्ट 1994 में वेस्टइंडीज के साथ खेला गया था और टीम इंडिया को इसमें करारी हार झेलनी पड़ी थी. यदि पिछले 3 टेस्ट को देखें, तो टीम इंडिया ने मोहाली क्रिकेट ग्राउंड में ऑस्ट्रेलिया को 2 बार, तो दक्षिण अफ्रीका को एक बार हराया है, वहीं पहली हार के बाद मोहाली में 11 टेस्ट मैचों में टीम इंडिया एक भी मैच नहीं हारी है और उसके नाम 6 जीत रही हैं, जबकि 5 मैच ड्रॉ खेले हैं.
इंग्लैंड के खिलाफ भी अजेय
मोहाली में इंग्लैंड के खिलाफ टीम इंडिया का प्रदर्शन देखें, तो दोनों टीमें यहां 4 बार भिड़ी हैं, जिनमें भारत 3 बार जीता है और एक टेस्ट ड्रॉ रहा. टीम इंडिया ने इंग्लैंड को 2001 में 10 विकेट, 2006 में 9 विकेट से हराया था, जबकि 2008 में दोनों टीमों के बीच मैच ड्रॉ रहा था और अब एक बार फिर से जीत हासिल कर ली है.
8 साल बाद इंग्लैंड से सीरीज नहीं हारेंगे
टीम इंडिया का इंग्लैंड के खिलाफ रिकॉर्ड पिछले 8 वर्षों से अच्छा नहीं रहा है. अब 8 साल बाद ऐसा होने जा रहा है जब टीम इंडिया उससे टेस्ट सीरीज नहीं हारेगी. भले ही सीरीज ड्रॉ हो जाए. पिछला रिकॉर्ड देखें, तो 2011 में इंग्लैंड ने अपने देश में भारत को 4-1 से हराया था. उसने 2012 में टीम इंडिया को उसी की धरती पर 2-1 से हराया और 2014 में इंग्लैंड ने अपनी ही धरती पर भारत को 3-1 से हराया था.
कोहली को मिला साहा का विकल्प
नियमित विकेटकीपर ऋद्धिमान साहा के चोटिल होने के बाद टीम इंडिया में 8 साल बाद वापसी करने वाले पार्थिव पटेल ने मौके को जमकर भुनाया और पहली पारी में जहां 42 रन बनाए, वहीं दूसरी पारी में 67 रन पर नॉट आउट रहे. इससे पहले उन्होंने 2004 में पाकिस्तान के खिलाफ लाहौर टेस्ट में फिफ्टी लगाई थी, जिसमें 52 रन बनाए थे. वनडे की बात करें, तो उन्होंने 2011 में आखिरी फिफ्टी लगाई थी.
विराट कोहली की कप्तानी हर दिन नए कीर्तिमान रच रही टीम इंडिया ने मोहाली टेस्ट में जीत के साथ लगातार 16 टेस्ट मैचों में अपराजित रहने का रिकॉर्ड बना लिया है. मतलब या तो उसने मैच ड्रॉ खेले हैं या जीत दर्ज की है. इससे पहले भारत 1985 से 1987 तक लगातार 17 मैचों में नहीं हारा था. तब कप्तान सुनील गावस्कर थे. यह पांचवीं बार है जब टीम इंडिया ने लगातार पांच सीरीज में 2 या उससे ज्यादा टेस्ट मैच जीते हैं. यह सिलसिला पिछले साल श्रीलंका में 3 मैचों की सीरीज से शुरू हुआ था, जिसमें टीम इंडिया ने 2-1 से जीत हासिल की थी.
टीम इंडिया के टेस्ट कप्तान विराट कोहली ने भी एक मामले में पूर्व टेस्ट कप्तान एमएस धोनी की बराबरी कर ली है. कोहली ने कप्तान के रूप में पहले 20 मैचों में सबसे ज्यादा जीत दर्ज करने के मामले में धोनी के साथ खड़े नजर आ रहे हैं. उन्होंने 20 मैचों में से 12 में जीत दर्ज की. धोनी ने भी अपने पहले 20 टेस्ट मैचों में से 12 में जीत हासिल की थी. कोहली-धोनी से आगे वर्ल्ड में 5 कप्तान हैं, जिन्होंने पहले 20 मैचों में 12 से ज्यादा जीत दर्ज की हैं. इनमें स्टीव वॉ (15), माइक बीयरली (14), लिंडसे हैसट (14) माइकल वॉन (14) और रिकी पॉन्टिंग (13) शामिल हैं.
23 बाद इंग्लैंड से जीते लगातार दो टेस्ट
टीम इंडिया को विराट की कप्तानी में 23 साल बाद सीरीज में इंग्लैंड को लगातार दो टेस्ट में हराने में कामयाबी मिली है. उनसे पहले अजहरुद्दीन के नेतृत्व में भारत ने 1993 में यह कारनामा किया था. उस समय टीम इंडिया ने सीरीज में 3-0 से जीत दर्ज की थी. 1961 में नारी कॉन्ट्रैक्टर की कप्तानी में भारत ने इंग्लैंड को 2-0 से, तो 1972 में अजित वाडेकर की कप्तानी में 2-1 से और 1986 में कपिल देव की कप्तानी में 2-0 से हराया था.
मोहाली में पहले मैच के बाद अजेय
टीम इंडिया ने इंग्लैंड के खिलाफ वर्तमान सीरीज के पहले दोनों मैच नए टेस्ट वेन्यू (राजकोट और विशाखापटनम) में खेले हैं. पहले टेस्ट को छोड़ दें, तो मोहाली में टीम अजेय रही है. पहला टेस्ट 1994 में वेस्टइंडीज के साथ खेला गया था और टीम इंडिया को इसमें करारी हार झेलनी पड़ी थी. यदि पिछले 3 टेस्ट को देखें, तो टीम इंडिया ने मोहाली क्रिकेट ग्राउंड में ऑस्ट्रेलिया को 2 बार, तो दक्षिण अफ्रीका को एक बार हराया है, वहीं पहली हार के बाद मोहाली में 11 टेस्ट मैचों में टीम इंडिया एक भी मैच नहीं हारी है और उसके नाम 6 जीत रही हैं, जबकि 5 मैच ड्रॉ खेले हैं.
इंग्लैंड के खिलाफ भी अजेय
मोहाली में इंग्लैंड के खिलाफ टीम इंडिया का प्रदर्शन देखें, तो दोनों टीमें यहां 4 बार भिड़ी हैं, जिनमें भारत 3 बार जीता है और एक टेस्ट ड्रॉ रहा. टीम इंडिया ने इंग्लैंड को 2001 में 10 विकेट, 2006 में 9 विकेट से हराया था, जबकि 2008 में दोनों टीमों के बीच मैच ड्रॉ रहा था और अब एक बार फिर से जीत हासिल कर ली है.
8 साल बाद इंग्लैंड से सीरीज नहीं हारेंगे
टीम इंडिया का इंग्लैंड के खिलाफ रिकॉर्ड पिछले 8 वर्षों से अच्छा नहीं रहा है. अब 8 साल बाद ऐसा होने जा रहा है जब टीम इंडिया उससे टेस्ट सीरीज नहीं हारेगी. भले ही सीरीज ड्रॉ हो जाए. पिछला रिकॉर्ड देखें, तो 2011 में इंग्लैंड ने अपने देश में भारत को 4-1 से हराया था. उसने 2012 में टीम इंडिया को उसी की धरती पर 2-1 से हराया और 2014 में इंग्लैंड ने अपनी ही धरती पर भारत को 3-1 से हराया था.
कोहली को मिला साहा का विकल्प
नियमित विकेटकीपर ऋद्धिमान साहा के चोटिल होने के बाद टीम इंडिया में 8 साल बाद वापसी करने वाले पार्थिव पटेल ने मौके को जमकर भुनाया और पहली पारी में जहां 42 रन बनाए, वहीं दूसरी पारी में 67 रन पर नॉट आउट रहे. इससे पहले उन्होंने 2004 में पाकिस्तान के खिलाफ लाहौर टेस्ट में फिफ्टी लगाई थी, जिसमें 52 रन बनाए थे. वनडे की बात करें, तो उन्होंने 2011 में आखिरी फिफ्टी लगाई थी.
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