
भारत के दिग्गज ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) गेंदबाजों के लिए अब ऐसा सुझाव दिया है, जो पहले कभी किसी गेंदबाज ने नहीं दिया. वास्तव में, यह ऐसा सुझाव है, जिस पर आने वाले दिनों में चर्चा और बहस तो बढ़ेगी ही, वहीं आईसीसी की क्रिकेट कमेटी भी इस बारे में सोचने पर विचार कर सकती है. अश्विन (Ravichandran Ashwin) पिछले साल आईपीएल (IP 2020) में "मानकाडेड (नॉनस्ट्राइकर के बॉल फिंकने से पहले क्रीज से निकल जाने पर आउट कर देना)" से जोस बटलर को आउट करने के कारण चर्चा में आए थे. तब भी इस बात की जोर-शोर से खासी चर्चा रही थी कि क्या इस तरीके से बल्लेबाज को आउट करना खेल भावना के तहत सही है, लेकिन आर. अश्विन (Ravichandran Ashwin) ने हमेशा ही इस बात को सही ठहराते हुए कहा कि उन्होंने बिल्कुल भी गलत नहीं किया.
Just hope that technology will see if a batsmen is backing up before the bowler bowls a ball and disallow the runs of that ball every time the batter does so!!Thus, parity will be restored as far as the front line is concerned. #noball #dontbackup
— Ashwin ???????? (@ashwinravi99) July 28, 2020
वीरवर को अश्विन ने एक बार फिर से मुद्दे को लेकर लगातार एक के बाद एक कई ट्वीट किए. अश्विन ने ऐसी तकनीक विकसित करने की बात कही जो गेंद फिंकने से पहले नॉन-स्ट्राइकर के क्रीज से बाहर निकलने पर उसे पकड़ ले. इस गेंदबाज ने कहा कि उम्मीद करता हूं कि ऐसी तकनीक आएगी कि जो यह देखेगी कि क्या नॉन-स्ट्राइक गेंद फिंकने से पहले क्रीज छोड़ रहा है. और जब भी बल्लेबाज ऐसा करता है, तो यह तकनीक रन को अमान्य कर देगी!! ऐसे में जहां तक फ्रंट लाइन की बात है, तो इससे समानता आएगी. अश्विन का सुझाव आईसीसी की घोषणा के एक दिन बाद आया है, जिसके तहत कहा गया है कि वर्ल्ड कप सुपर लीग में टीवी अंपायर नो-बॉल की घोषणा करेंगे.
Many of you will not be able to see the grave disaparity here, so let me take some time out to clarify to the best of my abilities. If the non striker backs up 2 feet and manages to come back for a 2, he will put the same batsmen on strike for the next ball.
— Ashwin (@ashwinravi99) July 28, 2020
अश्विन ने कहा कि आप में से बहुत से लोग बहुत ही ज्यादा असमानता नहीं देख पाएंगे. ऐसे में अपनी सर्वश्रेष्ठ योग्यता बातों को स्पष्ट करने दें. इस ऑफी ने कहा कि अगर नॉन-स्ट्राइक दो फीट तक बैक-अप करता है और दो रन लेने में सफल रहता है, तो वह अगली गेंद के लिए सामने वाले बल्लेबाज को स्ट्राक देने में सफल हो जाएगा. अश्विन ने कहा कि ठीक उसी बल्लेबाज के स्ट्राइक पर आने से मुझे एक अलग बल्लेबाज को एक रन देने या खाली गेंद फेंकने की संभावना के बजाय चार या छह और आखिर में सात रन खर्च करने पड़ सकते हैं. ठीक कुछ ऐसा ही खास टेस्ट मैच में भी हो सकता है. अश्विन ने कहा कि अब गेंदबाजों के लिए लगातार मुश्किल होते माहौल में फिर से संतुलन स्थापित करने की जरूरत है.
Putting the same batsmen on strike might cost me a 4 or a 6 from the next ball and eventually cost me 7 more runs instead of may be a 1 and a dot ball possibility at a different batsmen. The same will mean massively for a batter wanting to get off strike even in a test match.
— Ashwin ???????? (@ashwinravi99) July 28, 2020
वहीं, अश्विन ने एक और वैकल्पिक सुझाव देते हुए कहा कि गेंद पर रन बनने की सूरत में या तो रन को अमान्य करार दिया जाना चाहिए या फिर गेंदबाज को ठीक अगली गेंद फ्री-बॉल डालने की अनुमति दी जानी चाहिए. ऑफ स्पिनर ने कहा कि रन को अमान्य देने के बजाय गेंदबाज को फ्री-बॉल की अनुमति होनी चाहिए. इससे खेल में समानता की शुरुआत हो सकती है. अब जबकि अश्विन फ्री-बॉल को बयां नहीं कर सके, लेकिन यह फ्री-हिट का बॉलिंग वर्जन हो सकत है. मतलब इस गेंद पर बने रन अमान्य होंगे, लेकिन बल्लेबाज आउट माना जाएगा. वैसे सवाल यह भी है कि जब रन मान्य ही नहीं होंगे, तो बल्लेबाज शॉट के लिए क्यों जाएगा. और जब बल्लेबाज शॉट के लिए नहीं जाएग, तो आउट करने के आसार कैसे बनेंगे??
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