
भारतीय टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी आम्रपाली सूमह द्वारा पेंटहाउस न दिए जाने और कंपनी द्वारा उनका नाम देनदारों की सूची में शामिल करने को लेकर सर्वोच्च अदालत पहुंच गए हैं. धोनी ने अपनी याचिका में लिखा है कि उन्होंने रांची में अम्रपाली सफारी में एक पेंटहाउस बुक किया था. साथ ही उन्होंने कहा है कि समूह के प्रबंधन ने उन्हें अपना ब्रांड एम्बेसडर भी बनाया था,
That's a Mass Edit for @msdhoni Thala Dhoni
— Tσρ Tυƈƙҽɾ VʝRαʂιɠαι (@MyHeartVJ) April 27, 2019
Antha Helicopter Shot Ellam kanavula kooda yevanum pic.twitter.com/VFlSUBhBUC
धोनी ने कहा कि कंपनी ने उन्हें धोखा दिया है और ब्रांड एम्बेसडर के तौर पर जो बकाया राशि थी, उसका भी भुगतान नहीं किया है. पिछले महीने ही धोनी ने सुप्रीम कोर्ट से आम्रपाली ग्रुप को उनकी सेवा के बदले बकाया 40 करोड़ रुपये देने का निर्देश देने का अनुरोध किया था. ध्यान दिला दें कि धोनी ने 2009 से 2016 तक कंपनी का प्रचार किया था. इस क्रम में वह कंपनी के कई विज्ञापनों में देखे गए थे.
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लेकिन बाद में इस ग्रुप के मालिकों का नाम नोएडा में हजारों लोगों को समय पर फ्लैट न दिए जाने पर विवादों में आ गया था. और क्रिकेटप्रेमियों ने सोशल मीडिया के जरिए धोनी से उन्हें फ्लैट दिलाने या फिर ग्रुप का साथ छोड़ने का अनुरोध किया था.
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प्रशंसकों का दबाव बढ़ने के बाद जब आम्रपाली ग्रुप इस मामले में कोई भरोसा देने में नाकाम रहा, तो धोनी ने कुछ साल पहले खुद को इस ग्रुप के ब्रांड एंबैस्डर से हटने का ऐलान कर दिया था.
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